बाइकार्बोनेट परीक्षण(Bicarbonate Test), इसे CO2 टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है। इसका उपयोग इलेक्ट्रोलाइट या एसिड-बेस (pH) के असंतुलन को देखने के लिए किया जाता है। गुर्दे की जांच के लिए होने वाले टेस्ट में इसे भी शामिल किया जाता है।
आपकी नियमित शारीरिक जांच के लिए लिखे गए टेस्ट में, बाईकार्बोनेट टेस्ट भी हो सकता है। इसे करने की सलाह उस दौरान भी दी जा सकती है, जब आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हों:
- कमजोरी
- उलझन
- बार-बार उल्टी होना
- साँस लेने की परेशानी
ये लक्षण इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन(electrolyte imbalance) या एसिडोसिस(acidosis) या अल्कलोसिस(alkalosis- जब शरीर के तरल पदार्थों और तिशयूस में एसिड या ऐल्कलायन स्तर असामान्य रूप से अधिक हो) का परिणाम हो सकते हैं।
इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।