चक्रीय उल्टी सिंड्रोम (cyclical vomiting syndrome) उल्टी से जुड़ी एक दुर्लभ बीमारी है जो सामान्य रूप से बच्चों में देखने को मिलती है, हालांकि यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकती है।
चक्रीय उल्टी सिंड्रोम (cyclical vomiting syndrome) उल्टी से जुड़ी एक दुर्लभ बीमारी है जो सामान्य रूप से बच्चों में देखने को मिलती है, हालांकि यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकती है।
CVS से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर ही ऊबकायी महसूस होगी और वे एक ही समय में घंटों तक या यहाँ तक कि कुछ दिनों तक लगातार उल्टी करते रहेंगे।
कुछ समय में वे ठीक हो जाते हैं और एकदम स्वस्थ महसूस करते हैं, लेकिन फिर लगभग एक महीने या उसके बाद दोबारा यही दौर शुरू होता है।
उल्टी के ये दौरे किसी संक्रमण या अन्य बीमारी के कारण नहीं पड़ते हैं।
CVS किसी व्यक्ति को महीनों, सालों या दशकों तक प्रभावित कर सकता है। लक्षण इतने गंभीर हो सकते हैं कि कुछ पीड़ितों को बिस्तर पर रहने और किसी प्रकरण के दौरान अस्पताल में इलाज करवाने की ज़रूरत पड़ सकती है।
यह एक ऐसी भयावह स्थिति हो सकती है, जो रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करती है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव करके और दवाओं के ज़रिए चक्र को संभाला जा सकता है।
CVS से पीड़ित व्यक्ति बीमार होने, सेहत में सुधार होने, पूरी तरह स्वस्थ महसूस करने और फिर से बीमार होने के नियमित चक्र से गुजरेगा।
यह चक्र चार चरणों से मिलकर बना है:
चक्र सामान्य रूप से नियमित और पूर्वानुमानित होता है: हर बार एक-से लक्षण, दिन के समान समय पर शुरू होकर समान अवधि तक बने रहते हैं।
अभी तक CVS का कारण पता नहीं चला है, लेकिन इसका
के साथ संबंध हो सकता है। CVS से पीड़ित कई लोगों को माइग्रेन की समस्या हो जाती है, और माइग्रेन की दवाओं से इस सिंड्रोम के इलाज में मदद मिलने के प्रमाण मिले हैं।उल्टी का दौर कभी-कभी इन कारणों से शुरू हो सकता है जैसे:
CVS सबसे ज़्यादा बच्चों में देखा जाता है - आमतौर पर तीन से सात साल की उम्र के बीच इसका पता चलता है।
जिन बच्चों को माइग्रेन की समस्या होती है और जो रोशनी तथा ध्वनि के प्रति संवेदनशील होते हैं उन्हें यह सिंड्रोम होने की ज़्यादा संभावना रहती है।
CVS बच्चे के वयस्क होने के साथ ख़त्म हो सकता है, हालांकि यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकता है।
यह बात पूरी तरह ज्ञात नहीं है कि CVS कितना आम है, लेकिन एक अध्ययन से पता चलता है कि यह 100,000 में से करीब तीन बच्चों को प्रभावित करता है।
डॉक्टर अपने मरीज के परिवार और सेहत के इतिहास व उनके सभी लक्षणों पर विचार करेगा।
किसी बच्चे में इन कारणों से CVS होने की शंका हो सकती है:
इसी तरह किसी वयस्क को भी CVS हो सकता है, अगर उनके पिछले एक साल में उल्टी के तीन या उससे ज़्यादा दौर चले हों, वे हमेशा समान रहे हों, दो दौर के बीच में मितली आना या उल्टी की समस्या नहीं हुई हो।
एक तथ्य के अनुसार उल्टी की तीव्र इच्छा सामान्य रूप से रात में या बहुत सबेरे शुरू होती है। इन संकेतों से पता चलता है कि इसका कोई अन्य कारण नहीं बल्कि CVS ही है।
खून और पेशाब की जांच (संक्रमण या किडनी की समस्याओं की संभावना को खारिज़ करने के लिए) की जा सकती है और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या का पता लगाने के लिए एंडोस्कोपी, पेट का अल्ट्रासाउंड जैसे स्कैन किए जा सकते हैं।
अन्य स्थितियों के खारिज़ होने पर ही CVS के बारे में पता चलेगा। इस स्तर पर, रोगी को एक गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट (gastroenterologist)
(पाचन तंत्र सम्बंधित रोगों के विशेषज्ञ) के पास भेजा जा सकता है।
जब उल्टी का दौर शुरू होता है तब शांत अंधेरे कमरे में बिस्तर पर रहना चाहिए और चक्र के इस चरण के लिए निर्धारित कोई भी दवाई लेना चाहिए।
पानी की कमी से बचने के लिए तरल पदार्थ - पानी, पतले स्क्वाश, फल के पतले रस या कम मलाई वाले दूध के छोटे-छोटे घूंट लेते रहें।
के बारे में पढ़ें।उल्टियों का दौर ख़त्म हो जाने के बाद:
जिस बच्चे या वयस्क को CVS हुआ है, वह एक विशेषज्ञ जैसे कि गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (gastroenterologist) की देख-रेख में रहेगा।
दवाई से इलाज आमतौर पर ट्रायल एरर विधि (trial and error) से होता है, अर्थात अलग अलग दवाओं का मरीज़ पर असर देखा जाता है। मरीज को इनमें से कोई दवा दी जा सकती है:
कारगर साबित होने वाली दवा या दवाओं के संयोजन को ढूँढने में थोड़ा समय लग सकता है, क्योंकि ये इलाज सभी लोगों के लिए काम नहीं करते हैं।
यदि बहुत ज़्यादा मितली और उल्टियाँ हो रही हैं तो अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। लक्षणों को कम करने और पानी की कमी को रोकने के लिए नसों के रास्ते से दवाई और तरल पदार्थ देने पड़ सकते हैं। यदि लगातार कुछ दिनों तक उल्टियाँ होती रहती हैं तो पोषक तत्व भी नसों द्वारा देने पड़ सकते हैं।
इससे उल्टी को रोकना या कम करना शायद सम्भव हो सकता है:
उल्टी के गंभीर दौर के कारण ऐसी परेशानियाँ हो सकती हैं:
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।