मधुमेह (Diabetes) आजीवन रहने वाली एक ऐसी स्थिति है जो किसी व्यक्ति के शरीर में रक्त शर्करा(blood sugar) को बढ़ाती है।
मधुमेह (Diabetes) आजीवन रहने वाली एक ऐसी स्थिति है जो किसी व्यक्ति के शरीर में रक्त शर्करा(blood sugar) को बढ़ाती है।
मधुमेह(Diabetes) के दो मुख्य प्रकार हैं:
गर्भावस्था के दौरान, कुछ महिलाओं में रक्त शर्करा (blood glucose) का स्तर बढ़ जाता है; जिससे उनका शरीर यह सब अवशोषित करने के लिए पर्याप्त इन्सुलिन उत्पादित करने में असमर्थ हो जाता है। इसे गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes) के रूप में जाना जाता है।
कई लोगों में रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर सामान्य सीमा से अधिक होता है, लेकिन इतना भी ज्यादा नहीं कि उसे मधुमेह (diabetes) कह दिया जाए।
इसे कभी-कभी पूर्व–मधुमेह के रूप में भी जाना जाता है
यदि आपके शरीर में रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर सामान्य सीमा से अधिक है, तो पूर्ण-विकसित मधुमेह (diabetes) के जोखिम में वृद्धि होती है।
मधुमेह (diabetes) की पहचान शीघ्र होना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसका उपचार नही कराने पर यह और भी बदतर हो सकता है।
यदि आपमें मधुमेह (diabetes) के मुख्य लक्षण दिखाई देते हैं तो जितनी जल्दी हो सके आप अपने डॉक्टर से मिलें। इसके मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:
टाइप 1 मधुमेह (diabetes) कुछ सप्ताह में या संभवतः कुछ दिनों में भी विकसित हो सकता है।
कई लोग सालों तक टाइप 2 मधुमेह (diabetes) से ग्रसित होते हैं और उन्हें इसका अहसास भी नहीं होता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण सामान्य होते हैं।
रक्त में शर्करा (sugar) की मात्रा एक हार्मोन द्वारा नियंत्रित होती है; जिसे इंसुलिन (insulin) कहते हैं, जो अग्नाशय (pancreas) (पेट के पीछे एक ग्रंथि) द्वारा निर्मित होती है।
भोजन जब पच जाता है और आपके रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है, तो इंसुलिन (insulin) ग्लूकोज (glucose) को रक्त से बाहर कोशिकाओं में ले जाता है; जहाँ यह टूट कर ऊर्जा (energy) उत्पन्न करता है।
हालाँकि, यदि आप मधुमेह (diabetes) से ग्रसित हैं तो आपका शरीर उर्जा के रूप में ग्लूकोज (glucose) को तोड़ने मे असमर्थ हो जाता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके शरीर में ग्लूकोज (glucose) को स्थानांतरित करने के लिए या तो इंसुलिन (insulin) की पर्याप्त मात्रा नहीं होती है या उत्पादित इंसुलिन (insulin) ठीक से काम नही करती है।
हालाँकि आप अपनी जीवनशैली में किसी भी तरह का बदलाव करके टाइप 1 मधुमेह (diabetes) के खतरे को कम नहीं कर सकते हैं, टाइप 2 मधुमेह को अक्सर अधिक वजन होने से जोड़ा जाता है।
यदि आप मधुमेह से ग्रसित हैं, तो आपको स्वस्थ भोजन करने, नियमित व्यायाम करने और अपने रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने के लिए नियमित रूप से रक्त परिक्षण (blood test) की आवश्यकता होगी।
आप बीएमआई (BMI) कैलकुलेटर की मदद से ये जान सकते हैं कि आपका वजन सामान्य है या नहीं।
टाइप 1 मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति को आजीवन नियमित इंसुलिन इंजेक्शन लेने की आवश्यकता होती है।
टाइप 2 मधुमेह (diabetes) एक प्रगतिशील स्थिति है, इसके लिए अंततः दवा की आवश्यकता हो सकती है, आमतौर पर दवा गोलियों के रूप में दी जाती है।
इनके बारे में पढ़ें:
12 साल या उससे अधिक आयु के मधुमेह पीड़ित व्यक्ति को साल में एक बार अपनी आँखों की जाँच करवानी चाहिए।
यदि आपको मधुमेह (diabetes है, तो आपकी आँखों को डाईबेटिक रेटिनोपैथी (diabetic retinopathy) का ख़तरा है। यह एक ऐसी स्थिती है कि यदि इसका उपचार नहीं हुआ तो यह दृष्टि हानि (sight loss) का कारण बन सकता है।
मधुमेह नेत्र जाँच एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आँखों के पिछले हिस्से की जाँच करने के लिए आधे घंटे की जाँच शामिल है, यह एक ऐसा तरीका है जिससे स्थिति का पता तुरंत लगाया जाता है, ताकि उसका इलाज प्रभावी ढंग से किया जा सके।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।