वीर्य स्खलन समस्या (Ejaculation problems)

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वीर्य स्खलन की समस्याओं के प्रकार

वीर्य स्खलन की समस्याएं(इजेकुलेशन समस्या), जैसे समय से पहले स्खलन, पुरुषों में यौन समस्याओं के सामान्य कारण है।

वीर्य स्खलन की समस्याओं के तीन मुख्य प्रकार हैं:

  • शीघ्र स्खलन (premature ejaculation)
  • स्खलन में देरी (retarded ejaculation)
  • प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन , Retrograde ejaculation)

इनके बारे में यहां नीचे विस्तार से बताया गया है।

समय से पहले वीर्य स्खलन(शीघ्र स्खलन)

समय से पहले वीर्य स्खलन सबसे आम स्खलन की समस्या है। यह समस्या उस वक्त होती है जब यौन क्रिया के दौरान पुरुष काफी जल्दी स्खलित हो जाता है।

कुछ पुरुष इस बात को लेकर अनिश्चित होते हैं कि स्खलन से पहले उनकी सामान्य यौन क्रिया कितनी देर तक चलेगी। पांच अलग-अलग देशों के 500 जोड़ों पर किए गए अध्ययन से पाया गया है कि किसी व्यक्ति का अपनी साथी की योनि में अपना लिंग डालने और स्खलन के बीच का औसत समय साढ़े पांच मिनट था। बहरहाल, यह उस व्यक्ति और उसके साथी पर निर्भर करता है कि वे स्खलन के इस समय से प्रसन्न हैं या नहीं।

आपकी साथी की योनि में प्रवेश करने से पहले या एक मिनट के अंदर स्खलित हो जाने को चिकित्सीय समस्या माना जाएगा और उसका उपचार करने की जरूरत होगी।

स्खलन में देरी

स्खलन में देरी या मंद स्खलन यौन क्रिया के दौरान स्खलन प्राप्त करने में विलंब या स्खलन प्राप्त करने में अयोग्यता होती है। इस मामले में चाहे पुरुष स्खलित होना चाहता हो या उसका इरेक्शन सामान्य हो।

मंद स्खलन को कई बार विलंबित स्खलन या पुरुषों का कामोन्माद संबंधी विकार(male orgasmic disorder) कहा जाता है।

प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन, Retrograde ejaculation)

प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन , Retrograde ejaculation) एक दुर्लभ प्रकार की स्खलन समस्या है। यह तब होता है जब वीर्य यूरेथ्रा (Urethra) के अंत से बाहर आने की जगह वापिस जाने लगता है और ब्लैडर में प्रवेश कर जाता है। यूरेथ्रा एक ट्यूब होती है जो ब्लैडर से होकर लिंग से गुजरती है और इसके जरिये पेशाब बाहर निकलता है।

प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन , Retrograde ejaculation) के रोगी चरम आनंद का अनुभव करते हैं लेकिन शून्य या बिल्कुल कम वीर्य उत्पन्न करते हैं। इस स्थिति से सेहत पर कोई खतरा नहीं होता लेकिन इससे बच्चा पैदा करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।

विभिन्न प्रकार की स्खलन संबंधी समस्याओं और उनके लक्षणों के बारे में और पढ़ें।

स्खलन की समस्याओं का उपचार करना

समय पूर्व स्खलन का उपचार दवा से किया जा सकता है जैसे सिलेक्टिव सेरोटोनिम रिअपटेक इंहिबिटर्स (selective serotonin reuptake inhibitors ,SSRIs, एसएसआरआई) यह एक प्रकार के एंटीडेप्रेसेंट (antidepressant) होते हैं जो स्खलन में विलंब लाने में मदद कर सकते हैं।

स्खलन में विलंब के लिए जोड़े का खास तकनीक को व्यवहार में लाना काफी मददगार हो सकता है।

मंद स्खलन के लिए उपचार की सलाह उसके कारणों पर निर्भर करती है। अगर यह समस्या किसी दवा के दुष्प्रभाव की वजह से हो रही हो तो वैकल्पिक दवा लेने से मदद मिल सकती है। बहरहाल, यह कारण मनोवैज्ञानिक है तो परामर्श सेवा लेने की सलाह दी जा सकती है।

ज्यादातर पुरुषों को मंद स्खलन के उपचार की जरूरत नहीं होती क्योंकि वे एक स्वस्थ यौन जीवन का आनंद लेते रहते हैं और ये स्थिति उनकी सेहत पर भी कोई असर नहीं डालती है।

हालांकि इसके इलाज के लिए दवा मिलती है जिससे कुछ मामलों में सामान्य स्खलन की स्थिति वापिस पाई जा सकती है।

बहरहाल, अगर आपको बच्चे चाहिए तो आपको वीर्य का नमूना लेने के लिए फर्टिलिटी ट्रीटमेंट(fertility treatment) करवाने की जरूरत होगी।

स्खलन की समस्या के उपचार के बारे में और पढ़ें।

वीर्य स्खलन की समस्या की वजह क्या होती है?

स्खलन की समस्या जटिल होती हैं जिनकी काफी वजहें हो सकती हैं जैसे:

  • तनाव
  • संबंधों की समस्या
  • व्यग्रता(anxiety), जैसे पुरुष को इस बात की चिंता हो जाती है कि उसका इरेक्शन खत्म हो जाएगा (इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन, erectile dysfunction) जिसके चलते वह यौन क्रिया के लिए जल्दबाजी कर देता हैI
  • कोई पिछला परेशान करने वाला यौन अनुभव
  • अवसाद
  • कोई चिकित्सा स्थिति या दवा-उदाहरण के लिए मधुमेह से स्खलन में विलंब हो सकता है

कुछ शोधकर्ता मानते हैं कि कई पुरुष समय पूर्व स्खलन के शिकार होते हैं और ऐसा उनके बायोलॉजिकल मेकअप (biological make-up) की वजह से होता है जैसे असामान्य रूप से संवेदनशील लिंग।

प्रतिगमि या रेट्रोग्रेड स्खलन ब्लैडर की गर्दन (एक प्वाइंट जहां ब्लैडर से युरेथ्रा जुड़ता है) के आसपास मौजूद मांसपेशियों और तंत्रिकाओं की क्षति की वजह से होता है। यह क्षति कई बार पौरुष ग्रन्थि या ब्लैडर सर्जरी की जटिलता की वजह से होती है।

स्खलन की समस्याओं के कारणों के बारे में और अधिक पढ़ें।

समय से पूर्व स्खलन से कौन प्रभावित होता है?

समय पूर्व स्खलन सबसे आम प्रकार की स्खलन समस्या है। कई सर्वेक्षणों में यह पाया गया है कि 3 में से एक पुरुषों को समय से पूर्व स्खलन की समस्या होती है। वास्तविक आंकड़ा संभवतः ज्यादा हो सकता है क्योंकि कई पुरुष इस समस्या को स्वीकार करने से कतराते हैं।

हालांकि कम आम समस्या विलंबित स्खलन संभवतः लोग जितना समझते हैं उससे कहीं बड़ी समस्या है। एक अध्ययन के मुताबिक 20 से में एक पुरुष को पिछले एक माह के दौरान चरम आनंद पाने में समस्या हुई।

प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन , Retrograde ejaculation) काफी दुर्लभ समस्या होती है यह किसी प्रकार की सर्जरी जैसे प्रोस्टेट सर्जरी या पुरुष में किसी स्वास्थ्य स्थिति की आम जटिलता की वजह से हो सकती है जिससे तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो जाती है जैसे मधुमेह या मल्टीपल स्क्लेरोसिस (multiple sclerosis)।

स्खलन की समस्या के लक्षण

समय से पहले स्खलन

समय से पहले स्खलन का मुख्य लक्षण है दोनों साथियों को जब तक चाहें तब तक स्खलन को नियंत्रित और विलंबित करने में अक्षमता होना।

हालांकि इस बात की कोई परिभाषा तय नहीं है कि यौनक्रिया कितनी देर तक चलनी चाहिए फिर भी समय पूर्व स्खलन के बहुसंख्य मामलों में पुरुष साथी की योनि में प्रवेश से पहले या प्रवेश के एक मिनट के अंदर स्खलित हो जाता है।

कई बार समय से पहले स्खलन के मौके सामान्य होते हैं और किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं होती। बहरहाल, अगर आप आपके आधे से ज्यादा यौन क्रिया के मौक़ों पर समय से पहले स्खलन हो रहा है तो उपचार करने से मदद मिल सकती है।

स्खलन से जुड़ी समस्याओं के उपचार के बारे में और अधिक पढ़ें।

समय पूर्व स्खलन के प्रकार

दो मुख्य प्रकार के समय से पूर्व स्खलन होते हैं:

  • प्राथमिक समय पूर्व स्खलन(जिसे कभी-कभी जीवनपर्यन्त कहा जाता है)- इसमें पुरुष को यौन रूप से सक्रिय होने के साथ ही समय पूर्व स्खलन की समस्या हो जाती है।
  • माध्यमिक समय पूर्व स्खलन - जिसमें यह समस्या उस व्यक्ति में विकसित हो जाती है जो पहले सामान्य रूप से स्खलित हो रहा था।

यौन क्रिया के दौरान हर बार या ज्यादातर बार स्खलन को विलंबित करने में अक्षम रहा हो।

इस स्थिति से शर्म या कुंठा की भावना पैदा होती है और जीवन स्तर और गुणवत्ता पर असर पड़ता है, और वह पुरुष यौन संबंध बनाने से कतराने लगा हो

विलंबित स्खलन या इजैक्युलेशन में देरी

इस प्रकार की स्खलन समस्या को या तो स्खलन से पहले काफ़ी विलंब होने या बिल्कुल भी स्खलित न हो पाने की श्रेणी में रखा जाता है। कितनी लंबी अवधि काफी होती है इसके लिए कोई सटीक परिभाषा नहीं है लेकिन निरंतर(और अवांछित) 30 से 60 मिनट तक स्खलन का विलंब होना इस प्रकार की समस्या की ओर इशारा करता है।

वैकल्पिक रूप से आप जितनी बार भी सेक्स करते हैं उसमें से कम से कम आधी बार स्खलित नहीं हो पाते हैं तो आप में विलंबित स्खलन की समस्या है।

समय से पहले स्खलन के मामले की तरह ही ये समस्या भी बाद में शुरू हो सकती है या जीवनपर्यंत हो सकती है। जीवनपर्यंत विलंबित स्खलन आम नहीं होते और अनुमान के मुताबिक 1000 में से 1 पुरुष को प्रभावित कर सकते हैं।

मंद स्खलन को इन श्रेणियों में रखा जा सकता है:

  • ग्लोबल - जहां यह सभी यौन स्थितियों में होता है
  • स्थितिजन्य- जहां यह विशेष स्थितियों में ही होता है

उदाहरण के लिए आप हस्तमैथुन करते समय सामान्य रूप से स्खलित होते हैं लेकिन यौन क्रिया के दौरान नहीं। स्थितिजन्य विलंबित स्खलन आमतौर पर यह सुझाता है कि यह समस्या मनोवैज्ञानिक कारणों का परिणाम होती है।

प्रतिगामी स्खलन (Retrograde ejaculation)

वीर्य की अनुपस्थिति के अलावा विलंबित स्खलन के मुख्य लक्षण में यौन क्रिया के बाद पेशाब करने के लिए जाने पर आपको धुंधला पेशाब आता है। पेशाब उसमें मौजूद वीर्य की वजह से धुंधला दिखाई देता है।

शब्दावली

डिस्चार्ज वह होता है जब आपके शरीर के किसी अंग से तरल जैसे मवाद बाहर निकलता है।

व्यग्रता एक असजह करने वाली भावना होती है। यह तब पैदा होती है जब आप किसी बात को लेकर चिंतातुर, असहज या परेशानी में होते हैं जो हो भी सकती है या नहीं भी हो सकती।

दर्द एक असहज शारीरिक या मनोवैज्ञानिक भावना होती है जो आपका शरीर चेतावनी के रूप में जारी करता है कि वह क्षतिग्रस्त होने वाला है।

रक्त शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और कार्बनडाइऑक्साइड को बाहर निकालता है। ह्रदय इसे पूरे शरीर में पंप करता है।

मुझे स्खलन की समस्या क्यों हो रही है?

स्खलन की समस्या का कारण हर व्यक्ति और समस्या के प्रकार के आधार पर अलग हो सकता है।

स्खलन की समस्या के कई बार शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति में स्वास्थ्य की स्थिति पहले से हो जिसकी वजह से इरेक्शन होने में परेशानी होती है तो यह व्यग्रता का कारण बन सकता है जिससे समय से पहले स्खलन हो सकता है।

प्राथमिक समय पूर्व स्खलन

प्राथमिक समय पूर्व स्खलन(जहां पुरुष में यौन रूप से सक्रिय होने के वक्त से ही समय पूर्व स्खलन की समस्या हो जाती है) कई बार मनोवैज्ञानिक वजहों से होता है। काफी सारे मनोवैज्ञानिक कारण यहां पर बताए गए हैं:

कंडीशनिंग

कई डॉक्टर मानते हैं कि पहले का यौन अनुभव भविष्य के यौन व्यवहार पर असर डाल सकता है। उदाहरण के लिए अगर कोई किशोर हस्तमैथुन करते हुए पकड़े जाने से बचने के लिए जल्दी से स्खलित करने का तरीका अपना लेता है तो आगे चलकर उसे इस आदत को बदलना मुश्किल हो जाता है।

आघाती यौन अनुभव

शुरुआती उम्र में किसी तरह का आघाती यौन अनुभव कई बार जीवनपर्यंत यौन सम्बंधी चिंता और समय पूर्व स्खलन की समस्या पैदा कर सकता है। अनुभव में हस्तमैथुन करते हुए पकड़े जाने से लेकर यौन उत्पीड़न तक शामिल हो सकते हैं।

परवरिश

जिस पुरुष की परवरिश सख्त माहौल में हुई हो, जहां कुछ परिस्थितियों में ही यौन गतिविधियां करना सही माना जाता है उन्हें सेक्स के दौरान सहज होना या यह धारणा को दूर करना कि सेक्स एक गलत या पाप वाली भावना है काफी मुश्किल हो जाता है।

बायोलॉजिकल कारण

हाल के कई अध्ययनों ने बताया है कि बायोलौजी प्राथमिक समय पूर्व स्खलन के कुछ मामलों में अपनी भूमिका निभा सकता है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction) द्वारा प्रभावित कुछ पुरुषों में, नर्व सिग्नल की सामान्य प्रणाली में हुए बदलावों की वजह से उनके लिंग थोड़े ज्यादा संवेदनशील हो जाते हैं यानी स्खलन के लिए उन्हें काफी कम उत्तेजना की जरूरत पड़ती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन वाले कुछ पुरुषों के शरीर में प्रोलेक्टिन(prolactin) नाम का हॉरमोन औसत स्तर से कम होता है। प्रोलेक्टिन यौन उत्तेजना पर काफी निरुत्साही प्रभाव पड़ता है इसलिए उसका कम स्तर होने से पुरुष अल्पअवधि में ही उत्तेजित हो जाता है और शीघ्र स्खलित हो जाता है।

माध्यमिक समय पूर्व स्खलन

माध्यमिक समय पूर्व स्खलन (जहां किसी पुरुष में समय पूर्व स्खलन की समस्या विकसित होती है जो पहले सामान्य रूप से स्खलित हो रहा हो) मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों कारणों से हो सकता है।

बाद में विकसित समय पूर्व स्खलन की समस्या के आम शारीरिक कारणों में शामिल हैं:

  • मधुमेह
  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस (multiple sclerosis)
  • पौरुष ग्रन्थि रोग
  • उच्च रक्तचाप
  • हाइपरथाइरॉयडिज्म (hypothyroidism) ( कम सक्रिय थायरॉयड ग्लैंड)
  • रेक्रीएशनल ड्रग्स का प्रयोग
  • ज्यादा एल्कोहल का प्रयोग करना

एल्कोहल की खपत का सुझाया गया दैनिक स्तर पुरुषों के लिए तीन से चार यूनिट है और महिलाओं के लिए दो से तीन युनिट है।

एल्कोहल की एक युनिट सामान्य स्ट्रेंथ के लाजर की लगभग आधे पिंट, वाइन के आधे गिलास या स्प्रिट्स के पब की मात्रा में (25 मिलि) के समान होती है।

आम मनोवैज्ञानिक कारणों में शामिल हैं:

  • अवसाद
  • तनाव
  • यौन और भावनात्मक संबंधों में अनसुलझी समस्याएं, विवाद या मुद्दे

यौन क्रिया को करने से जुड़ी व्यग्रता(यह कई बार किसी नए यौन संबंध की शुरुआत या जब किसी आदमी की यौन क्रिया को लेकर कोई पिछली समस्या हो, तो उसे बढ़ाने वाले कारण के रूप में कार्य करती है)

विलंबित स्खलन

समय से पहले स्खलन के समान विलंबित स्खलन की समस्या भी मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कारणों की वजह से हो सकती है।

विलंबित स्खलन के संभावित मनोवैज्ञानिक कारण समय पूर्व होने वाले स्खलन के समान ही होते हैं उदाहरण के लिए पिछला यौन सम्बंधी बुरा अन्यभव, सख्त माहौल में परवरिश, संबंधों की समस्या, तनाव और अवसाद।

मंद स्खलन के शारीरिक कारणों में शामिल है:

  • मधुमेह ( आमतौर पर टाइप 1 मधुमेह)
  • रीढ़ की हड्डी में चोट
  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस (multiple sclerosis)
  • ब्लैडर या प्रोस्टेट ग्लैंड की सर्जरी
  • उम्र का बढ़ना

कई दवाएं ऐसी होती है जिनके बारे में कहा जाता है कि वे मंद स्खलन की वजह बन जाती है जिनमें शामिल हैं:

  • एंटीडिप्रेसेंट्स, विशेषकर सिलेक्टिव सेरोटेनिन रिअपटेक इंहिबिटर्स (selective serotonin reuptake inhibitors, SSRIs)
  • हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) का उपचार करने वाली दवाएं जैसे बीटा ब्लॉकर्स (beta blockers)
  • एंटीसाइकोटिक्स (antipsychotics) ये दवाएं साइकोसिस (psychosis) के दौरों (यह एक ऐसी मानसिक स्थिति होती है जिसमें किसी व्यक्ति के लिए वास्तविकता और उनकी कल्पना के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है) का उपचार करने में प्रयोग होती हैं।
  • मांसपेशियों को शिथिल करने वाली दवाएं जैसे बाल्कोफेन जिसे मोटर न्यूरॉन डिजीज(motor neurone disease) और मल्टीपल स्क्लेरोसिस के उपचार में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
  • शक्तिशाली दर्दनिवारक दवाएं जैसे नैप्रोक्सेन(naproxen) और मैथोडॉन (methadone) ( जो हेराइन की लत वाले लोगों के उपचार में भी व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती हैं)

प्रतिगामी स्खलन

इस प्रकार का स्खलन ब्लैडर की गर्दन( एक ऐसा बिंदु जहां पर यूरेथ्रा(urethra) ब्लैडर के साथ जुड़ता है) के आसपास मौजूद तंत्रिकाओं या मांसपेशियों को होने वाली क्षति की वजह से होता है।

आमतौर पर जब आप स्खलित होते हैं तो वीर्य आपके अंडकोष से बाहर की तरफ निकलता है और यूरेथ्रा(वह ट्यूब जहां से वीर्य और पेशाब गुज़रते हैं) की तरफ जाता है। यह ब्लैडर की गर्दन के पास मौजूद मांसपेशियों द्वारा आपके ब्लैडर में प्रवेश से रोक दिया जाता है और वह चरम आनंद के क्षणों में काफी सख्ती के साथ बंद हो जाता है। बहरहाल, आसपास की मांसपेशियों या तंत्रिकाओं की क्षति से ब्लैडर की गर्दन बंद होने से रुक जाती है जिससे वीर्य यूरेथ्रा की तरफ जाने की बजाय ब्लैडर में चला जाता है।

प्रतिगामी स्खलन का सबसे आम कारण प्रोस्टेट ग्लैंड या ब्लैडर सर्जरी है। अन्य कारण मधुमेह, मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) और एक वर्ग की दवाएं हैं जिन्हें अल्फा ब्लॉकर्स कहा जाता है। इन्हें कई बार हाइ ब्लड प्रेशर(हाइपरटेंशन) के उपचार में प्रयोग किया जाता है।

शब्दावली

डिस्चार्ज तब होता है आपके शरीर से जब तरल यानी मवाद बाहर निकलता है।

अंडकोष दो ओवल आकार के रीप्रडक्टिव अंग होते हैं जो पुरुषों के गुप्तांगों का हिस्सा होते हैं। ये शुक्राणु और सेक्स हारमोन पैदा करते हैं।

रक्त शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है। इसे हृदय पूरे शरीर में पंप करता है।

सौम्य यानी बिनाइन का मतलब एक ऐसी स्थिति से है जो जीवन को खतरा नहीं पहुंचाती। ट्यूमर के संबंध में बिनाइन का अर्थ है जो कैंसर पैदा करने वाला नहीं है।

यूरेथ्रा एक ट्यूब होती है जो ब्लैडर से पेशाब को शरीर से बाहर लेकर जाती है।

इंफ्लेमेशन किसी संक्रमण, सूजन या चोट को लेकर शरीर द्वारा की गई प्रतिक्रिया होती है जिसमें प्रभावित हिस्से में लाली, सूजन, दर्द और गर्म महसूस होना शामिल हैं।

स्खलन की समस्या को कैसे पहचाना जाता है?

अगर आपको स्खलन की समस्या हो रही है तो आमतौर पर आपको इसका पता अपने यौन व्यवहार या आपके साथी के साथ विचार-विमर्श से चल सकता है। इसका अगला कदम डॉक्टर के पास जाना होता है जो आपके साथ समस्या पर चर्चा करेगा और या तो खुद आपकी जांच करेगा या फिर आपको किसी विशेषज्ञ के पास रेफर कर देगा।

पारिवारिक और मेडिकल हिस्ट्री

आपके समस्या की प्रकृति पर निर्भर करता है कि आपसे आपके परिवार की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में और आपको होने वाली किस तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े सवाल पूछे जाएँगे या नहीं, जैसे मधुमेह, हृदयरोग या उच्च रक्तचाप(हाइपरटेंशन) सम्बंधी प्रश्न।

आपसे आपके यौन और भावनात्मक सेहत के बारे में भी पूछा जाएगा। हालांकि यह सब आपको शर्मिंदा करने वाला लग सकता है लेकिन आपके लक्षणों के प्रकार और शैली के बारे में सवालों का जवाब देना इस बात को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है कि आपको प्रभावी उपचार हासिल हो।

स्खलन की समस्याओं से जुड़े लक्षणों के बारे में और अधिक पढ़ें।

आपका डॉक्टर या विशेषज्ञ यह जानना चाहेगा कि आपके पेल्विक या पेडू की जगह पर कोई चोट या सर्जरी तो नहीं हुई थी, कोई दवा जो आप ले रहे हैं और आपकी जीवनशैली के पहलू जैसे आप कितनी एल्कोहल का सेवन करते हैं।

आगे की जाँच

रक्त और पेशाब के नमूने से आपके हारमोन और कोलेस्ट्रोल स्तर की जांच भी की जा सकती है। आपका डॉक्टर या विशेषज्ञ चोट या संक्रमण की जांच करने के लिए पेल्विक या पेडू के हिस्से की देखकर जांच कर सकता है।

शब्दावली

कोलेस्ट्रोल रक्त और टिशू में रहने वाला एक फैटी पदार्थ होता है जो शरीर द्वारा बनाया जाता है। यह बाइल एसिड (पित्त ) , हारमोन्स और विटामिन डी बनाने में इस्तेमाल होता है।

रक्त शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है और कार्बन डाइऑक्साइड निकालने में मदद करता है। यह ह्रदय द्वारा पूरे शरीर में पम्प किया जाता है।

हापरटेंशन जब होता है जब आपके ब्लड्स्ट्रीम का प्रेशर लगातार 140/90 एमएमएचजी से ज्यादा रहे।

दिल एक मांसपेशियों वाला अंग होता है जो शरीर में खून की आपूर्ति करता है।

स्खलन की समस्या का उपचार कैसे किया जाता है?

समय से पहले स्खलन

अगर आपको किसी शारीरिक स्थिति की वजह से समय पूर्व स्खलन की समस्या हो रही है तो आपका डॉक्टर संभावित उपचार विकल्पों का सुझाव दे सकता है।

मनोवैज्ञानिक कारणों से होने वाली समय पूर्व स्खलन का उपचार करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन ज्यादातर पुरुष जो निरंतर उपचार से प्रयास करते रहते हैं उन्हें सफलता मिलती है।

स्वयं सहायता

कई तरह की स्वयं सहायता तकनीक उपलब्ध हैं जिन्हें आप डॉक्टरी सहायता लेने से पहले प्रयोग में ला सकते हैं।

इनमें शामिल हैं:

  • सेक्स करने से एक या दो घंटे पहले हस्तमैथुन करना
  • सेंसेशन का कम करने के लिए एक मोटा कंडोम प्रयोग करना
  • स्खलन की प्रक्रिया को कुछ क्षणों के लिए बंद करने के लिए थोड़ी देर गहरी सांस लेना(शरीर का ऑटोमैटिक रिफलक्स (automatic reflex) जिसके दौरान स्खलन होता है)
  • अपने पार्टनर को ऊपर रखना ( इससे जब आप स्खलन के करीब हों को वे अपने आप को अलग कर लें)
  • सेक्स के दौरान ब्रेक लेना और किसी उबाऊ चीज के बारे में सोचना

कपल्स थेरेपी (couples therapy)

अगर आप लंबे समय से किसी संबंध में हैं तो आपको जोड़ों की थेरेपी करवाने से लाभ हो सकता है। इस कपल थेरेपी या जोड़े में की जाने वाली थेरेपी के दो पहलू होते हैं।

सबसे पहले जोड़े को उन मुद्दों की पहचान करने को कहा जाता है जो उनके संबंधों पर असर डाल रहे हैं और उन्हें उनको सही करने की सलाह दी जाती है।

दूसरे उन जोड़ों को ऐसी तकनीक दिखाई जाती है जिससे पुरुष को समय से पहले स्खलित होने के आदत को भूलने में मदद मिलती है। दो सबसे लोकप्रिय तकनीक हैं स्कवीज टेकनीक(squeeze technique) और स्टॉप गो टेकनीक (stop-go technique)।

स्कवीज टेक्नीक(squeeze technique) में महिला पुरुष का मैस्टर्बेशन शुरू करती है। जब पुरुष महसूस करता है कि वह स्खलन के चरम बिंदु तक पहुंच रहा है तो वह महिला साथी को संकेत कर देता है। तब महिला उसका मैथुन करना बंद कर देती है और उसके लिंग का शीर्ष 10 से 20 सेंकेड तक दबा कर रखती है। तब वह उसे छोड़ देती है और 30 सेंकेड बाद मैथुन की प्रक्रिया फिर से शुरू कर देती है। इस प्रक्रिया को स्खलन होने से पहले कई बार दोहराया जाता है।

स्टॉप गो(stop-go technque) टेक्नीक स्कवीज टेक्नीक के समान ही होती है जिसमें सिर्फ महिला लिंग को दबा कर नहीं रखती। एक बार जब पुरुष स्खलन को विलंबित करने को लेकर ज्यादा विश्वास में आ जाता है तो जोड़ा यौन क्रिया करना शुरू कर देता है इसमें जब जरूरत होती है रुकना और फिर से शुरू करना शामिल होता है।

यह तकनीक काफी सरल लगती है लेकिन उसके लिए काफी अभ्यास की जरूरत होती है।

दवा

सिलेक्टिव सेरोटोनिन रिअपटेक इंहिबिटर्स (एसएसआरआई) (Selective serotonin reuptake inhibitors , SSRIs)

एसएसआरआई को प्राथमिक रूप से अवसाद के इलाज के लिए डिजाइन किया गया है लेकिन उनका स्खलन को विलंबित करने का प्रभाव काफी लाभकारी साबित हो रहा है। हालांकि एसएसआरआई समय से पहले होने वाले स्खलन का उपचार करने के लिए लाइसेंस प्राप्त नहीं हैं फिर भी इस काम में उनका प्रयोग काफी तेजी से बढ़ रहा है।

इस उद्देश्य के लिए प्रयोग होने वाली एसएसआरआई में शामिल हैं:

  • पैरोक्सिटाइन (paroxetine)
  • सेर्ट्रालीन (sertraline)
  • फ्लूओक्सटाइन (fluoxetine)

समय से पहले स्खलन की समस्या वाले कुछ पुरुषों में उपचार शुरू होने के साथ ही लक्षणों में सुधार का अनुभव हो सकता है। बहरहाल, आमतौर पर उपचार का पूरा असर देखने के लिए आपको एक या दो सप्ताह तक दवा लेने की जरूरत होगी।

एसएसआरआई के आम दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:

  • थकावट
  • उबकाई या उलटी
  • दस्त
  • ज्यादा पसीना आना

बहरहाल, ये आमतौर पर हल्के होते हैं और इनमें दो से तीन सप्ताह में सुधार आ जाता है।

डेपोक्सिटाइन (Dapoxetine)

डेपोक्सिटाइन (dapoxetine) के रूप में जानी जाने वाली एक एसएसआरआई को समय पूर्व स्खलन की समस्या के उपचार के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है लेकिन वर्तमान में उसे लाइसेंस नहीं मिला है।

निर्माताओं ने अभी तक लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं डाला है, यह अस्पष्ट है कि वे भविष्य में ऐसा करेंगे।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन का उपचार करने वाले कुछ विशेषज्ञ गैर लाइसेंस आधार पर डेपोक्सिटाइन दे रहे हैं। इसका अर्थ है कि विशेषज्ञ गैर लाइसेंस वाली दवा के लिखने की प्रोफेशनल जिम्मेदारी लेने के इच्छुक हैं। इसमें किसी तरह की जरूरी निगरानी और उसके बाद किया जाने वाला उपचार शामिल है।

आपको पता होना चाहिए कि आपकी देखरेख करने का प्रभारी डॉक्टर ऐसी ज़िम्मेदारी लेने को संभवतः तैयार न हो।

अगर आपको डेपोक्सिटाइन (dapoxetine) लेने के लिए कहा गया है तो आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि इसे सेक्स करने से एक से तीन घंटे पहले ले लिया जाए।

विलंबित स्खलन

समय से पहले स्खलन की तरह ही शारीरिक कारणों से हुए विलंबित स्खलन का भी आमतौर पर इलाज किया जा सकता है। उदाहरण के लिए अगर किसी लिखी गई दवा से यह समस्या हो रही है तो आपका डॉक्टर उसके विकल्प सुझा सकता है।

अगर ऐसा लग रहा हो कि एसएसआरआई विलंबित स्खलन की वह के लिए जिम्मेदार है तो इसकी कई वैकल्पिक दवाएं मौजूद है जिन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है। इनमें शामिल हैं:

एमेंटाडाइन(amantadine) -वायरल संक्रमण के उपचार के लिए मूल रूप से डिजाइन की गई दवा

बुप्रोप्रिऑन(buproprion)- धूम्रपान रोकने में लोगों की मदद करने के लिए मूल रूप से डिज़ाइन की गई दवा

योहिम्बाइन (yohimbine) - इरेक्टाइल डिसफंक्शन का उपचार करने के लिए मूल रूप से बनायीं गयी दवा

ये दवाएं एसएसआरआई के कैमिकल के उन असर को बाधित करने में मदद करती हैं जिनके बारे में यह मान्यता है कि वे मंद स्खलन की समस्या में योगदान करते हैं।

सेक्स थेरेपी

सेक्स थेरेपी में आप के यौन जीवन में साइकोथेरपी और व्यवस्थित बदलावों के मेल का प्रयोग किया जाता है। इससे आपकी यौन क्रिया के दौरान आनंद लेने की भावना में वृद्धि होती है और स्खलन करना आसान हो जाता है। कुछ संस्थाएं सेक्स थेरेपी सेवा मुहैया कराती हैं लेकिन सब नहीं, इसलिए इनकी उपलब्धता इस बात पर निर्भर करती है कि आप कहां रहते हैं।

सेक्स थेरेपी के दौरान आपको बिना किसी कसौटी पर रखे आपकी यौन सक्रियता और संबंधों से जुड़े किसी भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा।

आपको घर पर अपने सहयोगी के साथ यौन क्रिया करते समय प्रयोग में लाई जाने वाली गतिविधियों की सलाह दी जा सकती (आपको थेरेपिस्ट के साथ सत्र के दौरान किसी यौन क्रिया में भाग लेने के लिए नहीं कहा जाएगा)।

इसमें शामिल हो सकते हैं-

यौन भावना को बढ़ाने के लिए सेक्स से पहले उत्तेजक सामग्री देखना जैसे वीडियो और पत्रिकाएँ

अपनी यौन क्रिया को और आनंददायक बनाने के लिए उत्तेजक सेक्स गेम्स

ल्यूब्रिकेटिंग क्रीम या जैली का प्रयोग कर यौन क्रिया की शारीरिक गतिविधियों को आरामदायक और सहज बनाना

आनंद को बढ़ाने के लिए यौन उपकरणों का प्रयोग करना जैसे सेक्स टोएज।

प्रतिगामी स्खलन

ज्यादातर पुरुषों को इस तरह के स्खलन का उपचार करवाने की जरूरत नहीं होती क्योंकि वे तब भी स्वस्थ यौन जीवन का आनंद ले रहे होते हैं और यह स्थिति उनकी सेहत पर कोई विपरीत असर नहीं डालती है।

अगर उपचार की जरूरत होती है(आमतौर पर बच्चे के लिए) तो ब्लैडर की गर्दन के पास की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए दवाएँ इस्तेमाल की जा सकती हैं। स्यूडोएफेड्राइन(Pseudoephedrine, डिकंजेस्टेंट के रूप में आमतौर पर प्रयोग की जाने वाली दवा) इस संदर्भ में उपयोगु साबित हुई है।

बहरहाल प्रतिगामी स्खलन (रेट्रोग्रेड स्खलन, Retrograde ejaculation) की समस्या किसी खास मांसपेशी या तंत्रिका की क्षति की वजह से हो रही है तो उपचार संभव नहीं होगा।

जो पुरुष बच्चा चाहते हैं तो वे अपने पेशाब में से वीर्य को निकलवाकर आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन या इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) में इस्तेमाल कर सकते हैं।

शब्दावली

लोकल एनेस्थेटिक:

लोकल एनेस्थेटिक एक दवा को सुई से इंजेक्ट करना या क्रीम के रूप में लगाना होता है जिसकी वजह से शरीर के खास हिस्से में महसूस करने की भावना खत्म हो जाती है।

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