E. coli संक्रमण

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E.coli संक्रमण के कारण डायरिया, मल में खून आना, उल्टी, पेट में ऐंठन जैसी समस्याएँ तथा बुखार भी हो सकता है।

यह जीवाणु संक्रमण मुख्य रूप से E.coli O157 स्ट्रेन द्वारा होता है,जो कई पशुओं के पेट तथा मल में पाया जाता है, विशेष रूप से भेड़ और मवेशियों में।

संक्रमण का कारण

E. coli O157 संक्रमण निम्न कारणों से हो सकता है:

  • संक्रमित पदार्थों का सेवन करना जैसे कच्ची पत्तेदार सब्जियां, अधपका मांस या कच्चे दूध से बने पदार्थ
  • संक्रमित पशुओं को छूना या अनजाने में उनके मल के संपर्क में आना जैसे शिविर स्थलों तथा फ़ार्म जैसी जगहों पर
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से, विशेष रुप से जब आप शौच के बाद या खाद्य पदार्थों को छूने से पहले अपने हाथ अच्छे से नहीं धोते
  • किसी अनुपचारित जल व्यवस्था से पानी पीना
  • संक्रमित पानी जैसे तालाबों या नालों में तैरना या खेलना

E. coli के लक्षण

E. coli O157 से संक्रमित व्यक्तियों में निम्न मे से 1 या उससे अधिक लक्षण मिल सकते हैं:

  • दस्त
  • मल में खून आना
  • उल्टियां
  • पेट में ऐंठन या मरोड़
  • बुखार

आमतौर पर संक्रमित होने के 3 से 4 दिन बाद लोग इसके लक्षणों पर ध्यान देते हैं, लेकिन इसके लक्षण 1 से 14 दिनों के भीतर कभी भी शुरू हो सकते हैं।

यह लक्षण दो हफ्तों तक रह सकते हैं।

E. coli से ग्रसित कुछ लोगों में एक गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसे हेमोलाइटिक यूरेमिक सिंड्रोम(HUS) कहते हैं।

कभी-कभी इससे किडनी फेल(खराब)हो जाती हैं। 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में HUS की संभावना सबसे अधिक होती है|

कुछ लोग E. coli O157 से संक्रमित होते हैं लेकिन उनमें कोई लक्षण उत्पन्न नही होते।

दस्त तथा उल्टी (gastroenteritis) के उपचार के बारे में और जाने।

E. coli का उपचार

E. coli O157 संक्रमण के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है।

आमतौर पर संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल घर पर ही की जा सकती है और अधिकतर लोग बिना चिकित्सा के ही बेहतर हो जाते हैं।

दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है ,इसलिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लेना अत्यंत आवश्यक है।

यदि आपको या आपके बच्चे के दस्त में खून आने लगे तो अपने डॉक्टर से जल्द से जल्द मिले।

इसमे एंटिबयोटिक्स लेने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि उनसे जटिलताओं के उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है।

दस्त को रोकने वाली औषधियां जैसे लोपेरामाइड (Imodium) भी नहीं दी जाती क्योंकि वे विषैले तत्वों से आपके सम्पर्क को बढ़ा सकते हैं।

गैस्ट्रोएंटेरिटिस से पीड़ित बच्चे की देखभाल के बारे में तथा गैस्ट्रोएंटेरिटिस से पीड़ित व्यक्ति की देखभाल के बारे में और पढ़ें।

E. coli को फैलने से कैसे रोकें

बहुत कम संख्या में E. coli के जीवाणु भी रोग का कारण बन सकते हैं। इस वजह से E. coli अत्यधिक संक्रमणशील होता है|

घर में E. coli को फैलने से रोकने के लिए सभी को अपने हाथ नियमित रूप से तथा अच्छी तरह से धोने चाहिए।

हाथ धोने का रूटीन

निम्नलिखित स्थितियों में अपने हाथ धोना बहुत महत्वपूर्ण है:

  • किसी पशु के संपर्क में आने के बाद
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद, विशेष रूप से उनके कपड़ों या बिस्तर को छूने/संभालने के बाद
  • शौचालय जाने के बाद या बच्चों की नैपी बदलने के बाद
  • भोजन बनाने, परोसने या खाने से पहले
  • गंदे कपड़ों या बिस्तर को छूने के बाद
  • साफ सफाई करने के बाद यदि आपने दस्ताने पहने हो तब भी

जाने- हाथों को अच्छी प्रकार से कैसे धोएं।

किसी भी संक्रमित व्यक्ति को लक्षणों के ठीक होने के 48 घंटे बाद तक खाना पकाने या तैयार करने से बचना चाहिए।

तौलिए या नैपी बदलने वाले मैट्स को साझा ना करें।

घरेलू साफ सफाई के विषय में सलाह:

  • संक्रमित कपड़ों तथा बिस्तर की चादर आदि को अन्य कपड़ों से अलग करके, वॉशिंग मशीन में अधिकतम तापमान जैसे 60C पर धोएं।
  • अधिक मैले कपड़ों को धोने के बाद वॉशिंग मशीन को बाहर से गरम पानी तथा डिटर्जेंट से साफ करें।
  • शौचालय की सीट, फ्लश का हैंडल, बेसिन के नल, तथा शौचालय के दरवाजे के हैंडल को कम से कम हर दिन गरम पानी तथा डिटर्जेंट से साफ करें ।
  • कपड़ों को फेंकने के लिए उन्हे प्लास्टिक की थैली मे डालकर बंद कर दें तथा घरेलू कूड़े मे डाल दें
  • गंदे सामान को रसोईघर मे ना धोएं।
  • मल के कहीं गिर जाने पर उसे तुरंत साफ करें। गरम पानी और डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें तथा घरेलू उपयोग वाले टिकाऊ रबड़ के दस्तानों का प्रयोग करें।
  • रबड़ के दस्तानों को इस्तेमाल के बाद गरम पानी और डिटर्जेंट से धोकर साफ करे तथा सूखने के लिए छोड़ दें।

डीटरजेंट्स

शौचालय की सीट तथा अन्य सतहों पर कीटाणुनाशक स्प्रे तथा वाइप्स या अल्कोहॉल आधारित वाइप्स का उपयोग किया जा सकता ह , किन्तु प्रत्यक्ष धूल मिट्टी आदि को साफ करके ही इनका उपयोग करें । गाढ़ी घरेलू ब्लीच बहुत प्रभावकारी होती है

  • गंदी सतहों के लिए प्रत्येक 1 भाग ब्लीच को 10 भाग पानी मे डालकर पतला करें।
  • अन्य कठिन सतहों के लिए प्रत्येक 1 भाग ब्लीच को 100 भाग पानी मे डालकर पतला करें ।

सफाई के लिए मजबूत-टिकाऊ रबड़ के दस्तानों तथा फेंकने योग्य कपड़ों का उपयोग करना चाहिए।

वापस कार्य स्थल या स्कूल जाना

जब तक आपको लक्षणों से पूरी तरह मुक्त हुए 48 घंटे ना हो गए हों तब तक आपको अपने स्कूल या कार्य स्थल नही जाना चाहिए।

अधिकतर लोग लगभग एक हफ्ते बाद संक्रामक नही रहते।

कुछ लोग, विशेष रूप से बच्चे, ठीक होने क बाद भी कुछ महीनों तक E. coli जीवाणु को कैरी कर सकते हैं।

कार्य स्थल या स्कूल मे लौटने से पहले आपको विशेष ध्यान रखना होगा यदि :

  • आप स्वास्थ्य या सामाजिक सेवा का कार्य करते हों -अपने नियुक्ति कर्ता से बात करें
  • यदि आप भोजन से संबंधित काम करते हों तो -अपने नियुक्ति कर्ता से बात करे
  • आपका 5 वर्ष से कम आयु का बच्चा हो -अपने डॉक्टर से संपर्क करें

यह सलाह उन सभी लोगों पर लागू होती है जो संक्रमित हो चुके हों तथा जो उसी घर मे रहते हों।

E. coli संक्रमण से स्वास्थ्य लाभ कर रहे 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को, जब तक जांच मे स्वस्थ घोषित नही कर दिया जाता तब तक उन्हे सार्वजनिक स्विमिंग पूल मे जाने से बचना चाहिए।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।