लाइकेन प्लानस (Lichen planus)
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) असंक्रामण और खुजली वाले लाल चकत्ते होते हैं, जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकते हैं।
प्रभावित जगहों में ये शामिल हैं-
- बाहें और पैर
- मुंह (ओरल लाइकेन प्लानस)
- नाखून और सिर की खाल
- योनिमुख(vulva), योनि और लिंग
लाइकेन प्लानस के लक्षणों के बारे में और पढ़ें-
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के सटीक कारण के बारे में अभी पता नहीं चला है। हालांकि, यह स्थिति संक्रामक नहीं होती और परिवार में नहीं फैलती। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित नहीं हो सकती है, फिर चाहें यौन साथी ही क्यों न हो।
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के कारणों के बारे में और पढ़ें-
डॉक्टर अमूमन आपके लक्षणों के बारे में पूछकर और चकत्ते देखकर लाइकेन प्लानस (Lichen planus) का परीक्षण करता है। ओरल लाइकेन प्लानस के बारे में अक्सर नियमित डेंटल-चेकअप के दौरान डेंटिस्ट द्वारा बताया जाता है।
लाइकेन प्लानस के निदान के बारे में और पढ़ें-
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) का इलाज-
ऐसा कोई भी एक उपचार नहीं है, जिससे लाइकेन प्लानस (Lichen planus) को पूरी तरह ठीक किया जा सके। हालांकि, लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए इलाज उपलब्ध हैं और इससे जीवन आसान बन सकता है। बतौर उदाहरण- खुजली और चकत्तों से राहत के लिए अक्सर स्टेरॉयड क्रीम (steroid creams) इस्तेमाल की जाती है।
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के अधिकांश मामलों में त्वचा छह से नौ महीनों के अंदर खुद अपने आप को साफ कर देती है। ये चकत्ते मुश्किल से 18 महीने ही रहते हैं।
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) का इलाज कैसे होता है? इस बारे में और सीखें-
कौन प्रभावित होता है?
ऐसा अनुमान है कि दुनियाभर की कुल आबादी का 1 से 2% लाइकेन प्लानस (Lichen planus) से प्रभावित है और यह 40 साल से ज्यादा उम्र के वयस्कों में अधिक सामान्य है।
त्वचा का लाइकेन प्लानस (Lichen planus) पुरुषों और महिलाओं दोनों को समान रूप से प्रभावित करता है। हालांकि, ओरल लाइकेन प्लानस महिलाओं के बीच ज्यादा सामान्य है। लाइकेन प्लानस (ओरल लाइकेन प्लानस) के कुल मामलों में से करीब 50 प्रतिशत में मुंह प्रभावित होता है।
इरोसिव लाइकेन प्लानस (Erosive lichen planus)-
इरोसिव लाइकेन प्लानस (Erosive lichen planus) एक दुर्लभ प्रकार की स्थिति है जो लंबे समय तक रह सकती है। यह मुंह में और पुरुष व महिलाओं के जननांगों में दर्दनाक अल्सर विकसित होने का कारण बनती है।
कुछ मामलों में, बहुत लंबे समय का लाइकेन प्लानस (Erosive lichen planus) कुछ प्रकार के कैंसर विकसित होने की आशंका को बढ़ा सकता है।
लाइकेन प्लानस (lichen planus) से होने वाली समस्याओं और इरोसिव लाइकेन प्लानस (Erosive lichen planus) के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें-
लक्षण-
लाइकेन प्लानस (lichen planus) के लक्षण बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करते हैं कि वह शरीर के किस हिस्से में है-
इस स्थिति से प्रभावित होने वाली शरीर की जगहों में ये शामिल हैं-
- त्वचा
- मुंह
- लिंग
- योनिमुख (महिला जननांग के बाहर) और योनि
त्वचा का लाइकेन प्लानस-
त्वचा के लाइकेन प्लानस (lichen planus) के ये लक्षण हैं-
- बैंगनी-लाल रंग के उभार (छोटे दाने) जो हल्के से उठे हुए, चमकदार और ऊपर से सपाट होते हैं।
- ये छोटे दाने अमूमन 3 से 5 सेमी के व्यास के दायरे में होते हैं।
- इन छोटे दानों में अनियमित सफ़ेद रंग की धारियां (Wickham's striae) भी हो सकती हैं।
- अमूमन एड़ियों के चारो ओर मोटे पपड़ीदार धब्बे दिखाई दे सकते हैं, जिन्हें हाइपरट्रोफिक लाइकेन प्लानस (hypertrophic lichen planus) के नाम से जाना जाता है।
- खुजली वाली त्वचा-
मुंह का लाइकेन प्लानस (ओरल लाइकेन प्लानस) (oral lichen planus)-
मुंह के लाइकेन प्लानस के ये लक्षण हैं-
जीभ और अंदरूनी गालों पर सफेद आकृति।
- मुंह में सफेद और लाल धब्बे
- कुछ खाते या पीते समय मुंह में जलन और - असुविधा होना।
- दर्दनाक, लाल मसूड़े
- मुंह का अल्सर होना
लाइकेन प्लानस के हल्के मामलों में अमूमन दर्द या असुविधा नहीं होती है।
लिंग का लाइकेन प्लानस (Lichen planus)-
लिंग के लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के लक्षण हैं-
- लिंग के शीर्ष (मुण्ड) (glans) पर अंगूठी के आकार के बैंगनी या सफेद धब्बे होना।
- उभार (छोटे दाने) जो ऊपर से सपाट और चमकदार होते हैं।
- इन दानों में अक्सर खुजली नहीं होती।
योनिमुख और योनि का लाइकेन प्लानस (Lichen planus)-
योनिमुख और योनि के लाइकेन प्लानस Lichen planus) के लक्षणों में ये शामिल हैं-
- योनिमुख (vulva) के चारो ओर दर्द, जलन और नमी।
- योनिमुख (vulva) सफेद लकीरों, जो लाल, गुलाबी या पीले रंग की भी हो जाती हैं, से ढक जाता है।
- अगर योनि भी प्रभावित है तो सहवास के दौरान दर्द हो सकता है।
- अगर त्वचा की बाहरी परत टूट गई है, तो नम, लाल धब्बे बन सकते हैं।
- चोटिल ऊतक (scar tissue) बन सकते हैं, जो योनि का आकार बिगाड़ सकते हैं।
- चिपचिपा, पीला या हरा पदार्थ निकल सकता है, जिसमें खून भी हो सकता है।
- योनि का मुख संकरा हो सकता है।
दूसरी जगह-
कभी-कभी लाइकेन प्लानस (lichen planus) से दूसरी जगह भी प्रभावित हो सकती हैं। इनमें शामिल हैं-
नाखून- ये पतले, उठे हुए और खांचेदार हो सकते हैं या ये काले रंगे के, मोटे या उठे हुए हो सकते हैं। और कभी-कभी निकल सकते हैं या इनका बढ़ना रुक सकता है।
खोपड़ी की खाल - बाल के गुच्छों के चारो ओर लाल धब्बे दिखाई दे सकते हैं और कुछ मामलों में हमेशा के लिए बाल झड़ भी सकते हैं।
कारण-
लाइकेन प्लानस (lichen planus) का कारण अज्ञात है। हालांकि, ऐसा सोचा जाता है कि यह या तो प्रतिरक्षा प्रणाली (संक्रमण और बीमारी के खिलाफ शरीर का प्राकृतिक सुरक्षा कवच) से या किन्हीं खास दवाओं के प्रतिकूल असर से होने वाली एलर्जी से जुड़ा हो।
लाइकेन प्लानस (lichen planus) संक्रामक नहीं होता है, और अमूमन परिवार में नहीं फैलता और एक व्यक्ति से दूसरे में स्थानांतरित नहीं होता है।
ऑटोइम्यून रिएक्शन (Autoimmune reaction) -
प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडीज (antibodies)(प्रोटीन्स) पैदा करके संक्रमण के खिलाफ आपके शरीर की सुरक्षा करती है, जो बैक्टीरिया और वायरसों पर हमला बोलती है।
लाइकेन प्लानस (lichen planus) से पीड़ित लोगों में यह सोचा जाता है कि प्रोटीन की ज्यादा मात्रा पैदा होने के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाती है, जो त्वचा में फुला देती है। इसे ऑटोइम्यून रिएक्शन (autoimmune reaction) के नाम से जाना जाता है और इस स्थिति से जुड़े लक्षणों का कारण बनता है।
दवा का प्रभाव-
कुछ खास दवाओं का एलर्जी संबंधी असर भी लाइकेन प्लानस (lichen planus) का अन्य संभावित कारण हो सकता है। उदाहरण के लिए-
गोल्ड इंजेक्शंस - ये डिजीज मोडीफाइंग एंटी- रूमैटिक ड्रग्स (disease-modifying anti-rheumatic drugs) (डीएमएआरडीज) (DMARDs) होती है, जो कभी-कभी गठिया ग्रसित लोगों की मांसपेशियों में लगाए जाते हैं ताकि सूजन और घुटनों के दर्द को कम किया जा सके।
एंटीमलेरियल टैबलेट्स (antimalarial tablets) - ये मलेरिया (संक्रमित मच्छरों से फैलने वाली उष्णकटिबंधीय बीमारी (tropical disease)) के इलाज और बचाव में मदद करती हैं।
समस्याएं-
लाइकेन प्लानस (lichen planus) की समस्याओं में त्वचा का रंग उतरना और कुछ मामलों में इरोसिव लाइकेन प्लानस (erosive lichen planus) कुछ खास तरह के कैंसर में विकसित हो सकता है।
स्किन पिग्मेंटेशन (त्वचा का प्राकृतिक रंग)-
लाइकेन प्लानस चकत्ते साफ होने के बाद त्वचा के रंग में बदलाव आ सकता है (एक भूरा या स्लेटी निशान) जिसे खत्म होने में कभी-कभी कुछ महीने लग सकते हैं। इसे पोस्ट इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन (post-inflammatory hyperpigmentation) कहा जाता है और काली त्वचा वाले लोगों में यह ज्यादा दिखाई देता है।
इरोसिव लाइकेन प्लानस
इरोसिव लाइकेन प्लानस (Erosive lichen planus) देर में खत्म होने वाला लाइकेन प्लानस (lichen planus) है जो दर्दनाक अल्सर विकसित होने और पुरुष व महिला के जननांगों की जगह जलन और असुविधा का कारण बनता है।
अक्सर करीब 2 फीसदी मामलों में लंबे समय से इरोसिव लाइकेन प्लानस से पीड़ित लोगों में कुछ खास प्रकार का कैंसर विकसित हो सकता है। बतौर उदाहरण-
- मुंह का कैंसर
- महिला जननांग संबंधी कैंसर
- पुरुष जननांग संबंधी कैंसर
नियमित तौर पर अपने आप की जांच करते रहें और किसी भी तरह के बदलाव के प्रति सचेत रहे, जिससे आपको किसी भी समस्या का शुरुआती चरण में ही पता लगाने में मदद मिलेगी। अपने मुंह में अल्सर से प्रभावित होने वाली जगहों या जननांगों में लंबे समय से लगातार बने रहने वाले और ठीक न होने वाले घावों पर नजर रखें। अगर आप ऐसोई बदलाव दिखता है, जिससे आप चिंतित हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आपके दांत और मसूड़े स्वस्थ हैं, ये सुनिश्चत करने के लिए नियमित रूप से आपको अपने डेंटिस्ट के पास जाना चाहिए। ताकि आपके मुंह में होने वाले किसी भी अल्सर या धब्बे की जांच हो सके और उसका सही समय पर इलाज हो सके। वयस्कों के लिए हर तीन से 24 महीनों में डेंटल चेक-अप की सलाह दी जाती है, हालांकि यह अवधि हर व्यक्ति की परिस्थितियों के आधार पर निर्भर करती है।
लाइकेन प्लानस (lichen planus) का इलाज कैसे होता है? इस बारे में और जानकारी के लिए पढ़ें। साथ ही सभी तरह के लाइकेन प्लानस की देखभाल के लिए स्वत: मदद की टिप्स के बारे में भी जानें।
वृंदा की कहानी-
वृंदा जब 42 साल की थी, तब उन्हें पता चला कि उन्हें दर्दनाक इरोसिव लाइकेन प्लानस (erosive lichen planus) है, जिसने उनकी योनि के मुख और मुंह पर असर डाला था। आज अपेक्षाकृत वे दर्दमुक्त हैं और स्टेरॉयड इलाज के जरिए अपनी स्थिति को नियंत्रण में रखे हुए हैं। ये है उनकी कहानी, उन्हीं की जुबानी-
"मेरी परेशानियां 2003 में क्रिसमस की शाम योनिमुख में अचानक दर्द उठने से शुरू हुईं, तब मैं 42 साल की थी। हालांकि, इससे करीब सालभर पहले मेरे मुंह में दर्द और फोड़ा हुआ था।
मैंने सोचा मुझे संक्रमण हो गया है और अपने डॉक्टर को दिखाने गई। उन्होंने मेरे योनि संक्रमण का इलाज किया लेकिन समस्या फिर भी बनी रही। फिर मैंने एमआरआई स्कैन (MRI scan), नमूनों की जांच, गाइनीकोलॉजिकल स्कैन (gynaecological scan) और अपनी रीढ़ की हड्डी का एक्स-रे करवाया, लेकिन इन जांचों में कुछ भी असमान्य नहीं दिखाई दिया और डॉक्टर नहीं बता पाए कि क्या समस्या है?
मैंने उम्मीद छोड़ना शुरू कर दिया और बहुत निराश हो गई। हर बार मैं अपने डॉक्टर को दिखाने जाती थी। मेरा योनि संक्रमण कम हो जाता था और कुछ ज्यादा दिखाई नहीं दे रहा था। आखिर में मैंने जब योनि संक्रमण हुआ तो अपनी योनिमुख की तस्वीरें खींचीं और अपने डॉक्टर को दिखाईं। मुझे डरमेटोलॉजिस्ट (dermatologist) के पास रेफर किया गया। आखिरकार पता चला कि मुझे योनिमुख और मुंह का इरोसिव लाइकेन प्लानस है।
जुलाई 2005 के अंत में मेरी योनिमुख के लिए उच्च क्षमता वाले स्थानीय स्टेरॉयड (मरहम) और मेरे मुंह के लिए स्टेरॉयड स्प्रे से इलाज शुरू हो गया। इलाज से मेरे लाइकेन प्लानस (lichen planus) को काबू में आने में करीब चार महीने लगे।
इस बीच, मुझे बहुत ज्यादा दर्द था और मैं कार से लंबी यात्रा नहीं कर सकती थी। मुझे अपनी ऑफिस जॉब छोड़नी पड़ी, क्योंकि उसमें काफी देर कंप्यूटर के सामने बैठना पड़ता था। किसी को भी अपनी स्थिति के बारे में बताने में मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी। यही वजह थी कि मैं अपनी जॉब बनाए नहीं रख सकी।
मैं पायजामा या टाइट्स और यहां तक कि कभी-कभी निकर भी नहीं पहन पाती थी, क्योंकि इनके मेरी त्वचा से छू जाने पर बहुत दर्द होता था। मैं खासतौर से स्कर्ट और लंबे मोजे पहनती थी। मैं नहा भी नहीं पाती थी, केवल शॉवर लेती थी, वो भी बिना किसी सुगंधित शॉवर जेल के।
कुछ समय बाद मुझे पता चला कि मुझे योनि संक्रमण क्यों हो गया था? तनाव ओर लंबे समय तक बैठे रहने के कारण ऐसा हुआ था। हालांकि, कभी-कभी योनि संक्रमण का कोई कारण नहीं होता।
मेरे साथी और मुझे, दोनों को बहुत परेशानी हुई लेकिन उन्होंने मेरा साथ दिया और हमने इस स्थिति को अपनाया। अब हम इतने खुश हैं कि जितने पहले कभी नहीं थे।
अब मेरी स्थिति डरमोवेट (Dermovate) स्टेरॉयड क्रीम के साथ बहुत बेहतर तरीके से नियंत्रण में है। यह क्रीम योनिमुख के लिए है। मुंह के घावों के लिए एक ओरल स्टेरॉयड है। अब मैं खासतौर से योनि संक्रमण और दर्द से बिल्कुल मुक्त हूं।
नवंबर 2007 में मैंने यूके लाइकेन प्लानस (Lichen Planus) नाम से चैरिटी की स्थापना की, जिसका मकसद इस बीमारी के बारे में दूसरे लोगों को स्पष्ट और नई जानकारियां देना और उन्हें कुछ सबसे जरूरी समर्थन देना है।"
निदान-
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) अक्सर डॉक्टर द्वारा या डेंटिस्ट द्वारा प्रभावित जगह का परीक्षण करके पता लगाया जाता है।
त्वचा का लाइकेन प्लानस -
आपके डॉक्टर आपके चकत्ते को देखकर उसके आधार पर पता लगा सकते हैं। हालांकि, गलती से लाइकेन प्लानस (Lichen planus) को त्वचा की दूसरी बीमारियों जैसे- खाज, जिसमें त्वचा लाल, पपड़ीदार और खुजली होती है, समझा जा सकता है।
अगर आपके डॉक्टर आपकी त्वचा का परीक्षण करके निदान करने में असमर्थ होते हैं तो वे आपकी त्वचा का एक छोटा सा सैंपल (बायोप्सी) लेकर उसकी माइक्रोस्कोप से जांच करा सकते हैं।
अगर त्वचा की बायोप्सी की जरूरत होती है तो आपको प्रभावित जगह सुन्न करने के लिए स्थानीय एनेस्थेटिक दिया जाएगा ताकि आपको प्रक्रिया के दौरान कोई दर्द या असुविधा न हो।
मुंह का लाइकेन प्लानस (ओरल लाइकेन प्लानस)-
ओरल लाइकेन प्लानस (oral lichen planus) डेंटिस्ट द्वारा या उस डॉक्टर द्वारा जिसने आपके मुंह के अंदर देखा हो, पता लगाया जा सकता है।
त्वचा के लाइकेन प्लानस में बीमारी की पुष्टि करने के लिए बायोप्सी की सलाह दी जा सकती है। मुंह के टिश्यू का एक सैंपल हटाया जाएगा और माइक्रोस्कोप से उसकी जांच की जाएगी। दर्द सुन्न करने के लिए आपको स्थानीय एनेस्थेटिक दिया जाएगा।
इलाज
लाइकेन प्लानस (lichen planus) का कोई इलाज नहीं है। इसलिए इलाज का मकसद लक्षणों से राहत दिलाना और चकत्ते को साफ करना होता है। लाइकेन प्लानस (lichen planus) के हल्के मामलों में इलाज की जरूरत नहीं पड़ती।
स्वत: मदद-
नीचे कुछ स्वत: मदद की सलाह दी गई हैं जिनका पालन करके आप अपने लक्षणों में राहत पा सकते हैं और उन्हें और बदतर होने से बचा सकते हैं।
त्वचा का लाइकेन प्लानस (Lichen planus) -
- साबुन से सफाई या बुलबुलों वाले स्नान से बचें- इसकी जगह सामान्य गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
- अपने बालों को बेसिन में धोएं ताकि प्रभावित जगहों की त्वचा को शैम्पू के संपर्क से बचाया जा सके।
- त्वचा को नम रखने के लिए इमोलिएंट (emollient) इस्तेमाल करें।
मुंह का लाइकेन प्लानस (ओरल लाइकेन प्लानस) (oral lichen planus)-
- मसालेदार खाने से और किसी भी अम्लीय (acidic) चीज जैसे- फलों के जूस, से बचें। क्योंकि ये मुंह के लाइकेन प्लानस में जलन पैदा कर सकते हैं।
- नोंक वाले भोजन जैसे- परतदार ब्रेड, से बचें।
- शराब न पिएं, खासतौर से स्पिरिट्स (spirits)।
- अगर आपके मुंह में दर्द हो रहा है तो मुलायम, बेमसाला भोजन खाएं, जैसे- मसले आलू व दलिया।
- अगर संभव हो तो अपना सामान्य टूथपेस्ट इस्तेमाल करते रहें।
- एल्कोहल वाला माउथवॉश इस्तेमाल करें क्योंकि ये बहुत तीव्र होता है और आपके मुंह को बहुत हद तक साफ रखता है।
- अपने मसूड़ों और दांतों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाते रहें।
जननांगों का लाइकेन प्लानस -
- साबुन से सफाई या झागयुक्त पानी से स्नान से बचें। इसकी जगह साधारण गुनगुने पानी या साबुन के विकल्प के रूप में कुछ और जैसे- जलीय क्रीम, का इस्तेमाल करें।
- पेशाब करने से पहले और बाद में इमोलिएंट (emollient) जैसे- पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल करें।
- प्रभावित जगहों पर आइस पैक लगाएं, जिससे खुजली और सूजन कम हो सकती है (कभी भी आइस पैक को सीधे त्वचा पर न रखें)। इसे अपने शरीर पर रखने से पहले साफ तौलिए से लपेट लें।
- महिलाओं को चिपके हुए कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
त्वचा, बाल और नाखूनों का लाइकेन प्लानस (Lichen planus)-
त्वचा, बाल और नाखूनों के लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के लिए बहुत सी दवाएं और इलाज की सलाह दी जा सकती है।
कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroid) क्रीम और ऑयंटमेंट्स (मरहम)-
क्रीम और मरहम जिसमें कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroid) (कृत्रिम हार्मोंस) (artificial hormones) होते हैं, अक्सर उनका इस्तेमाल सूजी हुई त्वचा की स्थितियों में किया जाता है। इसे अक्सर स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड (topical corticosteroids) कहा जाता है।
लाइकेन प्लानस (lichen planus) की वजह से होने वाली सूजन और लालिमा के इलाज में स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड (topical corticosteroids) मदद करता है। तीव्र स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड (topical corticosteroids) जैसे- क्लोबेटासोल प्रोपिएनेट (clobetasol propionate), भी किसी तरह की खुजली कम करने में कारगर है।
इलाज खुजली वाली लाल या बैंगनी जगहों पर किया जाता है लेकिन अगर चकत्ते का रंग भूरे या स्लेटी में बदलने लगे तो इसे रोक देना चाहिए। यह रंग तब बदलता है, जब सूजन ठीक हो चुकी होती है। अगर इसके बाद भी भूरी जगह पर क्रीम लगाते रहे तो इससे धीरे-धीरे त्वचा पतली हो जाएगी।
कोर्टोस्टेरॉयड (corticosteroids) के साइड इफेक्ट अलग-अलग हो सकते हैं, जो इस बात पर निर्भर है-
- कितनी गंभीरता और किस प्रकार का इलाज इस्तेमाल किया जा रहा है।
- इलाज के लिए कितना समय इस्तेमाल हो रहा।
- किस प्रकार की स्थिति का इलाज किया जा रहा।
स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड (topical corticosteroids) के संभावित साइड इफेक्ट में ये शामिल हो सकते हैं-
- त्वचा की लालिमा
- त्वचा पर जलन और चुभन
- त्वचा पर चकत्ते
- त्वचा पतली होना (एट्रोफी)
- खिंचाव के निशान (धारी)
- कांटैक्ट डरमाटाइटिस (contact dermatitis) (संपर्क से होने वाला चर्म रोग), ऐसी स्थिति जो त्वचा के सूजन का कारण बनती है।
- पेरियोरल डरमाटाइटिस (perioral dermatitis) : वो स्थिति, जो चेहरे पर लाल उभार विकसित होने का कारण बनती है।
- मुंहासा : वो स्थिति जिसमें चेहरे पर धब्बे विकसित हो जाते हैं।
- बालों की वृद्धि बहुत तेज होना (हाइपरट्रिसोसिस)
- त्वचा का रंग हल्का होना।
दवा के साथ आने वाली मरीज की जानकारी से संबधित पर्ची हमेशा जांचें। इसमें दवा की सही मात्रा, उसे लेने में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और मरीज पर उसके साइड इफेक्ट के बारे में पूरी जानकारी दी होती है।
स्थानिक कोर्टिकोस्टेरॉयड (स्टेरॉयड क्रीम) (steroid creams) के बारे में और इस प्रकार से इलाज से संबंधित और जानकारी के लिए पढ़ें-
कोर्टिकोस्टेरॉयड टैबलेट (Corticosteroid tablets) -
जब लक्षण क्रीम या मरहम से कारगर तरीके से नियंत्रित नहीं हो पाते हैं, तो लाइकेन प्लानस (lichen planus) के ऐसे गंभीर मामलों में इलाज के लिए कोर्टिकोस्टेरॉयड टैबलेट (Corticosteroid tablet) इस्तेमाल की जाती हैं।
कोर्टोस्टेरॉयड टैबलेट (Corticosteroid tablet) के इस्तेमाल से कम अवधि के लिए होने वाले संभावित साइड इफेक्ट में ये शामिल हो सकते हैं-
- खाने की इच्छा बढ़ना
- वजन बढ़ना
- इनसोमनिया (insomnia) (नींद न आने की बीमारी)
- तरल पदार्थ जमा होना (पेशाब में असमर्थता)
- मूड में बदलाव जैसे- चिड़चिड़ा या चिंतित होना
कोर्टिकोस्टेरॉयड (corticosteroids) के साइड इफेक्ट के बारे में और पढ़ें-
अन्य इलाज-
त्वचा के लाइकेन प्लानस के लिए दूसरे इलाज की भी सलाह दी जा सकती है, जिनका नीचे वर्णन किया गया है।
- एंटीहिस्टेमिन्स (antihistamines) : इस तरह की दवा का इस्तेमाल अक्सर एलर्जी जैसे- त्वचा में खुजली, के लक्षणों का इलाज करने के लिए किया जाता है। अगर आपको त्वचा का लाइकेन प्लानस (lichen planus) है तो ये खुजली का कारण बनता है। एंटीहिस्टेमिन्स (antihistamines) इसे घटाने में मदद के लिए लेने की सलाह दी जा सकती है।
- प्रकाश से इलाज - प्रकाश से दो तरह के इलाज होते हैं- एक : अल्ट्रावॉयलेट बी (यूवीबी) और सोराले प्लस अल्ट्रावायलेट ए (psoralen plus ultraviolet A) (पीयूवीए)। यूवीबी प्रकाश से किया जाने वाला सबसे आम इलाज है लेकिन पीयूवीए की सलाह लाइकेन प्लानस (lichen planus) के गंभीर या बहुत फैल चुके मामलों, जिनमें दूसरे तरह के इलाज काम ही न कर रहे हों, में ही दी जाती है। पीयूवीए के साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जिनके बारे में आप डरमेटोलॉजिस्ट से बात कर सकते हैं।
- आसिट्रेटिन (acitretin) : यह दवा सिर्फ विशेषज्ञ द्वारा ही लिखी जाती है और लाइकेन प्लानस (lichen planus) के बहुत गंभीर मामलों के इलाज में ही इस्तेमाल की जाती है। टैबलेट्स के साथ कुछ साइड इफेक्ट भी जुड़े होते हैं और इन्हें दूसरी दवाओं के साथ अच्छी तरह नहीं मिलाया जा सकता। आपके डॉक्टर इसके बारे में सलाह दे सकते हैं।
मुंह का लाइकेन प्लानस (Lichen planus) (ओरल लाइकेन प्लानस) -
लाइकेन प्लानस (Lichen planus) के हल्के मामलों में किसी इलाज की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, ज्यादा गंभीर मामलों में ये इलाज शामिल हैं-
- एक माउथवॉश, जिसमें एनेस्थेटिक होता है और ये मुंह को अस्थायी रूप से सुन्न कर देता है, जिससे खाना आसान हो जाता है।
- कोर्टिकोस्टेरॉयड (corticosteroid) स्प्रे, माउथवॉश, पेस्ट और घुलनशील मीठी गोलियां।
- माउथवॉश या जेल, जिसमें एंटीसेप्टिक होता है, यह आपके मुंह में प्लेग बनने से रोकने में मदद करता है।
- ओरल लाइकेन प्लानस के ज्यादा गंभीर मामलों में अल्पावधि के लिए कोर्टिकोस्टेरॉयड टैबलेट (corticosteroid tablets) इस्तेमाल की जा सकती हैं।
अन्य इलाज-
अगर कोर्टिकोस्टेरॉयड (corticosteroids) आपके लक्षणों के इलाज में कारगर नहीं होता है तो आपको ऐसी दवा लिखी जा सकती है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पर दबाव डालकर ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया को सीमित करने की कोशिश करती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ये लाइकेन प्लानस (lichen planus) का कारण है।
इसतरह के इलाज को इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग एजेंट (immunomodulating agents) के नाम से जाना जाता है। आपके शरीर का कौन-सा हिस्सा लाइकेन प्लानस (lichen planus) से प्रभावित है, इस आधार पर आपके लिए जिस-जिस इलाज की सलाह दी जा सकती है, उनमें ये शामिल हैं-
टॉपिकल इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग एजेंट्स (topical immunomodulating agents) (अमूमन त्वचा के लाइकेन प्लानस का इलाज करने में इस्तेमाल किए जाते हैं): इलाज जैसे- टैक्रोलिमस ऑयंटमेंट और पाइमरक्रोलिमस (pimecrolimus) क्रीम सीधे त्वचा पर रगड़ी जाती है।
इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग एजेंट्स (अमूमन मुंह के लाइकेन प्लानस का इलाज करने में उपयोग किए जाते हैं) - ये सामान्यत: टैबलेट या कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होती है और लाइकेन प्लानस के गंभीर मामलों के इलाज में इस्तेमाल की जाती है।