मोटापा क्या है? (What is obesity?)
मोटापा (Obesity) एक शब्द है जिसका इस्तेमाल ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है जिसके शरीर में वसा की उच्च मात्रा के कारण उसका वजन बहुत अधिक बढ़ जाता है।
किसी व्यक्ति के वजन का आकलन आमतौर पर कई तरीकों से लगाया जा सकता है। मोटापे (Obesity) को मापने की बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जाने वाली विधि बॉडी मास इंडेक्स(Body mass index (BMI)) है।
बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वजन को किलोग्राम में माप कर उसे लंबाई के मीटर वर्ग से विभाजित करके पता किया जाता है। अपने खुद के बीएमआई का पता लगाने के लिए आप एनएचएस के बीएमआई स्वस्थ वजन कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- यदि आपका बीएमआई 25 और 29 के बीच है, तो आपका वजन अधिक है
- यदि आपका बीएमआई 30 से 40 के बीच है, तो आपका वज़न मोटापे की श्रेणी में आएगा
- यदि आपका बीएमआई 40 से अधिक है तो आपको बहुत मोटा ("अस्वस्थ रूप से मोटा") माना जाएगा
इसके अलावा कमर की चर्बी माप कर भी मोटापे का पता लगाया जाता है। बहुत मोटी कमर वाले लोगों (पुरुषों में 94 सेमी या इससे अधिक और महिलाओं में 80 सेमी या इससे अधिक) में मोटापे से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने का खतरा अधिक होता है।
मोटापे का जोखिम (The risks of obesity)
मोटापे के कारण आपको कई तरह की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ सकता है, जैसे:
- कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे और
- (स्ट्रोक)
इसके अलावा, मोटापे के कारण आपका जीवन प्रभावित हो सकता है और
भी हो सकता है। के बारे में और पढ़ें।बच्चों में मोटापा (Obesity in children)
बच्चों में भी मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। हर सात में से एक बच्चा मोटापे का शिकार है।
मोटापा और गर्भावस्था (Obesity and pregnancy)
यदि आप गर्भवती हैं, तो अधिक वजन बढ़ने के कारण आप और आपके बच्चे को कुछ परेशानियां हो सकती हैं।
मोटापा और गर्भावस्था के बारे में और पढ़ें।
मोटापे का इलाज (Treatment of obesity)
मोटापे के इलाज का चार मुख्य उद्देश्य होता है:
- आगे वजन बढ़ने से रोकना
- कम कैलोरी युक्त आहार और नियमित व्यायाम के जरिए धीरे-धीरे वजन कम करना
- वजन घटने के बाद दोबारा उसे बढ़ने से रोकना
- स्वास्थ्य को सुधारना और मोटापे के कारण होने वाली समस्याओं को कम करना
कुछ लोग प्रशिक्षक या आहार विशेषज्ञ से परामर्श लेना पसंद करते हैं, जबकि अन्य लोग वजन घटाने वाले समूह का हिस्सा बनना पसंद करते हैं, जो या तो स्थानीय नैदानिक कमीशन समूहों (सीसीजी) या वाणिज्यिक संगठनों के जरिए आयोजित किया जाता है। आप अपने वजन की जांच के करने लिए इंटरनेट एप्लिकेशन एनएचएस बीएमआई ट्रैकर टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वजन घटाने के लिए ओर्लिस्टेट(orlistat) नामक दवा का भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसका उपयोग ऊपर दिए गए उपायों के साथ साथ किया जाना चाहिए, न कि विकल्प के रूप में। डॉक्टर यह सलाह दे सकते हैं कि ओर्लिस्टेट आपके लिए उपयुक्त है या नहीं।
अधिकांश लोगों को अपनी ऐसे सोच और व्यवहार को बदलने के लिए मदद की जरूरत होती है, जो उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक है।
के बारे में और पढ़ें।वजन घटाने के लिए सर्जरी (Weight loss surgery)
वजन घटाने के लिए सर्जरी का इस्तेमाल आमतौर पर उन लोगों के इलाज के अंतिम विकल्प के रूप में किया जाता है जो गंभीर रूप से मोटापे की समस्या से पीड़ित होते हैं।
के बारे में और पढ़ें।मोटापे के कारण (Causes of obesity)
मोटापे के अधिकांश मामलों में एक व्यक्ति जितनी कैलोरी बर्न करता है उससे बहुत अधिक कैलोरी का सेवन करता है। शरीर द्वारा इस्तेमाल न की जाने वाली कैलोरी वसा के रूप में जमा हो जाती है। इसके अलावा खराब जीवनशैली के कारण भी यह समस्या बढ़ सकती है:
- अधिक एनर्जी वाले खाद्य पदार्थों या आसानी से उबलब्ध जंक फूड का सेवन करने से
- लोगों का पहली की अपेक्षा कम सक्रिय जीवनशैली जीना और ऐसे नौकरी करना जहाँ शारीरिक श्रम ना हो, जैसे लंबे समय तक बैठकर टीवी देखना, वीडियो गेम खेलना या इंटरनेट ब्राउज करना
- अपने वाहन या सार्वजनिक वाहन से यात्रा करना, जिसके कारण कम टहल पाना
ऐसी कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं जिनके कारण मोटापा बढ़ सकता है, जैसे
। ]()[कारणों के बारे में और पढ़ें।मोटापे के प्रति दृष्टिकोण (Outlook for obesity)
मोटापे के लिए कोई चमत्कारी इलाज मौजूद नहीं है। वजन घटाने के प्रोग्राम काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन इससे वो लोग मोटापा कम करने में सफल होते हैं, जो लगातार उन प्रोग्राम के नियमों का पालन करते हैं।
12 महीने तक चलने वाले कमर्शियल वेट लॉस प्रोग्राम को पूरा करने वाले मोटे लोगों पर शोध करने पर पाया गया कि उन्होंने अपने शरीर के वजन का लगभग 5-10% कम कर लिया है।
हालांकि यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं लगती है। लेकिन अच्छी सेहत के लिए वजन में मामूली कमी भी काफी फायदेमंद है। थोड़ी मात्रा में भी वजन घटाने से टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
लक्षण (Symptoms)
थोड़ा वजन बढ़ने से आमतौर पर मोटापे के कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन अगर कुछ अतिरिक्त किलो बढ़ जाता है तो कई लक्षण विकसित होने लगते हैं जो आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं।
अल्पकालिक समस्याएं
मोटापे के कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं:
- सांस फूलना
- अधिक पसीना आना
- खर्राटे लेना
- सोने में कठिनाई
- अचानक शारीरिक गतिविधियां करने में परेशानी
- रोजाना अधिक थकान महसूस होना
- पीठ और जोड़ों में दर्द
दीर्घकालिक समस्याएं
मोटापे के कारण होने वाले बदलाव अक्सर नजर नहीं आते हैं लेकिन ये स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं। जैसे:
- उच्च रक्तचाप ()
- ( वसा जमा होने से धमनी का अवरूद्ध हो जाना)
दोनों ही समस्याएं हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकती हैं। जैसे:
- , जिसके कारण हार्ट अटैक हो सकता है।
- , इसके कारण विकलांगता हो सकती है और यह घातक हो सकता है।
मोटापे के कारण
हो सकती है जो व्यक्ति के जीवन को लंबे समय तक प्रभावित कर सकती है। एक अनुमान के अनुसार मधुमेह के आधे मामले मोटापे से जुड़े होते हैं। मधुमेह के मुख्य लक्षण हैं:- बहुत अधिक लगना
- बार-बार शौचालय जाना, खासतौर पर रात में
- अधिक थकान महसूस होना
मनोवैज्ञानिक समस्याएं (Psychological problems)
मोटापे के कारण होने वाली रोजमर्रा की समस्याओं के अलावा बहुत से लोगों को मनोवैज्ञानिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। जैसे:
- आत्मसम्मान कम होना
- आत्मविश्वार कमजोर पड़ना
- समाज से अलग महसूस करना
इसके कारण परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ रिश्ते प्रभावित होते हैं और आपको
भी हो सकता है।मोटापे के कारण (Obesity causes)
मोटापे की अधिकांश समस्या अधिक खाने और कम टहलने या कम शारीरिक गतिविधि करने के कारण होता है। यदि आप अपने भोजन से अधिक मात्रा में ऊर्जा ग्रहण करते हैं, लेकिन इस ऊर्जा को व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधि के जरिए खर्च नहीं करते हैं तो यह ऊर्जा वसा के रूप में जमा हो जाती है।
कैलोरी (Calories)
भोजन के ऊर्जा स्तर को मापने की इकाई कैलोरी है।
औसत शारीरिक रूप से सक्रिय पुरुष को स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए 2,500 कैलोरी की आवश्यकता होती है, और शारीरिक रूप से सक्रिय महिला को औसतन 2,000 कैलोरी की आवश्यकता होती है। यह आपको अधिक लग सकता है, लेकिन यदि आप कुछ विशेष भोजन खाते हैं, तो इतनी कैलोरी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
जैसे कि एक बड़ा हैमबर्गर, फ्राइज़ और एक मिल्कशेक का सेवन करने से 1,500 कैलोरी तक बढ़ सकती है।
एक और समस्या यह है कि बहुत से लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होते हैं, इसलिए वे बहुत सारी कैलोरी का सेवन करते हैं, जो बर्बाद हो जाती है और वसा कोशिकाओं में परिवर्तित हो जाती है।
जीवनशैली (Lifestyle choices)
मोटापा रातों रात नहीं होता है। यह आमतौर पर खराब भोजन और जीवनशैली के कारण धीरे-धीरे विकसित होता है।
इनमें अस्वस्थ भोजन विकल्पों की कई आदतें शामिल हैं:
- अधिक वसायुक्त संसाधित और फास्ट फूड खाना
- फल, सब्जियों और बिना रिफाइंड वाले कार्बोहाइड्रेट जैसे होलमील ब्रेड और ब्राउन राइस का सेवन न करना
- अधिक शराब का सेवन करना- शराब में अधिक कैलोरी होती है और अधिक शराब का सेवन करने वाले अक्सर मोटापे से पीड़ित होते हैं
- बाहर खाने की आदत - आप किसी रेस्टोरेंट में मीठी चीजें या अधिक वसा और शर्करा वाले खाद्य पदार्थ खाते हैं
- आवश्यकता से अधिक खाना- यदि आपके दोस्त या रिश्तेदार भी अधिक खाते हैं तो उनके कहने पर आप भी आवश्यकता से अधिक खा सकते हैं
- सहज महसूस करने के लिए- यदि आप अवसाद से ग्रस्त या निराश हैं, तो आप अच्छा महसूस करने के लिए अधिक खा सकते हैं
यदि परिवार के लोग खराब भोजन करने के आदी हैं, तो आप भी अपने माता-पिता से खराब भोजन करने की आदत सीख सकते हैं।
बचपन में वजन बढ़ना भविष्य में मोटापे से जुड़ी समस्याओं का संकेत है। इससे यह साबित होता है कि बचपन में सीखी गई खराब खान-पान की आदतें बड़े होने के बाद भी जारी रह सकती है।
शारीरिक गतिविधियों की कमी (Lack of physical activity)
शारीरिक गतिविधियों की कमी मोटापे का एक दूसरा कारण है। अधिकांश लोग की जॉब ऐसी होती है कि उन्हें पूरे दिन डेस्क पर बैठकर काम करना पड़ता है। इसके अलावा वे पैदल या साइकिल से घर जाने के बजाय अपनी कार का इस्तेमाल करते हैं।
जब लोग आराम कर रहे होते हैं तो इस दौरान वे टीवी देखते हैं या फिर कंप्यूटर गेम खेलते हैं और इंटरनेट पर ब्राउजिंग करते हैं। वे शायद ही नियमित व्यायाम करते हैं।
यदि आप काफी सक्रिय नहीं हैं, आपको भोजन से जितनी एनर्जी मिली है, उतनी खर्च नहीं कर पाते और वसा के रूप में अधिक कैलोरी जमा करते जाते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सुझाव के अनुसार वयस्कों को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट (2 घंटे और 30 मिनट) मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि करनी चाहिए, जैसे कि साइकिल चलाना या तेजी से चलना।
हालांकि, यदि आप मोटे हैं और वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको अधिक व्यायाम करने की आवश्यकता हो सकती है। कुछ मामलों में आपको 300 मिनट (पांच घंटे) तक व्यायाम करने की सलाह दी जा सकती है।
आनुवांशिक (Genetics)
कुछ लोगों का मानना है कि वजन घटाने का कोई फायदा नहीं होता है क्यूँकि मोटापा उनके परिवार में चलता आ रहा है और यह उनके भी जीन में है।
कुछ दुर्लभ आनुवांशिक समस्याओं जैसे
के कारण मोटापे की समस्या हो सकती है, पर इस बात का कोई विशेष कारण नहीं है कि क्यों अधिकांश लोग अपना वजन नहीं कम कर पाते हैं।यह सच हो सकता है कि आपको आपके माता-पिता से कुछ आनुवंशिक स्थितियाँ मिली हों- जैसे कि कैलोरी खर्च करने में अधिक समय लगना (मेटाबॉलिज्म धीमा होना) या अधिक भूख लगना। इन समस्याओं के कारण वजन कम करने में कठिनाई होती है लेकिन यह असंभव नहीं है।
कई मामलों में वातावरण सम्बंधी कारकों के कारण भी परिवारों में मोटापे की समस्या होती है जैसे कि बचपन में सीखी गयी खानपान की खराब आदतें।
स्वास्थ्य समस्याएं (Medical reasons)
स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी वजन बढ़ सकता है। इसमें शामिल हैं:
- (Cushing's syndrome), यह एक दुर्लभ बीमारी है जिसमें स्टेरॉयड हार्मोन अधिक मात्रा में बनने लगता है।
- अंडरएक्टिव थॉयरायड ग्लैंड (), जब आपकी थायरायड ग्रंथि पर्याप्त थायरायड हार्मोन नहीं बनाती है।
कुछ दवाओं जैसे
और के कारण भी वजन तेजी से बढ़ सकता है। इसके अलावा संयुक्त गर्भनिरोधक गोली लेने और के दुष्प्रभाव के रूप में भी वजन बढ़ सकता है।मोटापे से होने वाली परेशानियां (Complications of obesity)
स्वास्थ्य समस्याएं (Health problems)
बढ़ते वजन और मोटापे के कारण कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। जैसे -
- (high blood pressure) (हाइपरटेंशन) - इससे गंभीर हृदय रोग (ऐसी समस्या जो शरीर के चारों ओर रक्त के प्रवाह को प्रभावित करती है) की समस्या बढ़ सकती है
- बांझपन (infertility)
- कई प्रकार के
- हृदय रोग
- (stroke)
- अस्थमा
- ऑस्टियोअर्थराइटिस (जोड़ों को प्रभावित करने वाली समस्या)
- -ऐसी समस्या जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में परेशानी होती है।
- (gastro-oesophageal reflux disease)
यदि आप मोटापे से ग्रस्त हैं तो गर्भावस्था के दौरान आपको जेस्टेशनल डायबिटीज (gestational diabetes) या प्री एक्लेम्पसिया (pre eclampsia) (गर्भावस्था के दौरान रक्तचाप बढ़ना) जैसी समस्याएं होने की अधिक संभावना होती है।
मोटापे का परीक्षण (Obesity diagnosis)
फिलहाल बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) यह मापने का सबसे सटीक और विश्वसनीय तरीका है कि आपका वजन कितना है। आप हेल्दी वेट कैलकुलेटर से अपने बीएमआई की गणना कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपनी लंबाई और वजन मापने की आवश्यकता होगी।
18.5 और 24.9 के बीच बीएमआई ज्यादातर वयस्कों के लिए एक स्वस्थ वजन माना जाता है। 25 और 29.9 के बीच बीएमआई का मतलब यह है कि आपका वजन अधिक बढ़ गया है। 30 से अधिक बीएमआई होने का अर्थ है कि आप बहुत मोटे हो गए हैं।
बीएमआई की गणना करते समय मांसपेशियों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। मांसपेशियां वजन को बढ़ा सकती हैं इससे आपकी बीएमआई भी बढ़ सकती है और आप अधिक वजन या मोटापे की श्रेणी में आ सकते हैं।
जैसे कि यदि एक हैवी वेट बॉक्सर को बीएमआई का उपयोग करके मोटा घोषित किया जा सकता है, जब वह वास्तव में एक स्वस्थ वजन वाला व्यक्ति होगा।
हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए बीएमआई वजन का आकलन करने का एक सटीक तरीका है।
स्वस्थ वजन वाले बच्चों और युवाओं को अपने वजन का आकलन करने के लिए बीएमआई का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि उनका शरीर अभी भी विकसित हो रहा होता है। बच्चों और युवाओं को अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए जो उन्हें उनकी लंबाई और लिंग के आधार पर बताएंगे कि उनका वजन बढ़ गया है या वे मोटापे के शिकार हैं।
अधिकांश केंद्रों में शरीर के वजन को वेटिंग स्केल पर मापा जाता है। फिर आपकी लंबाई, उम्र और लिंग से इसकी तुलना करके यह बताया जाता है कि आपका वजन बढ़ा है या नहीं।
डॉक्टर के पास कब जाएं (Visiting your doctor)
यदि आपका वजन बढ़ गया है या आप मोटापे से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर के पास जाएं। अपने डॉक्टर से मोटापे के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं और वजन घटाने के उपाय जानें। इस दौरान आपके डॉक्टर आपसे ये सवाल पूछ सकते हैं:
- मोटापे से जुड़ी कोई मौजूदा स्वास्थ्य समस्या- जैसे कि यदि आप कुछ दवाओं का सेवन कर रहे हों या स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हों, जिसके कारण आपका वजन बढ़ गया हो
- जीवनशैली- विशेषरूप से आपके आहार और आप कितना शारीरिक गतिविधि करते हैं, इससे जुड़े सवाल। इसके अलावा आपसे यह भी पूछा जा सकता है कि आप कितनी मात्रा में शराब और धूम्रपान का सेवन करते हैं
- वजन बढ़ने के बाद आप कैसा महसूस कर रहे हैं- जैसे यदि आपको अवसाद महसूस हो रहा हो
- वजन घटाने के लिए आप कितने उत्साहित हैं
- मोटापे से जुड़ा आपका पारिवारिक इतिहास और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे मधुमेह (एक समस्या जो रक्त में ग्लूकोज बढ़ने के कारण होती है)
जांच (Further tests)
आपके बीएमआई की गणना करने के साथ ही आपके डॉक्टर यह जानने के लिए कुछ टेस्ट करेंगे कि मोटापे के कारण आपको कौन सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आपकी निम्न जांच की जा सकती है:
- रक्तचाप की माप
- आपकी कमर की मोटाई (आपकी कमर के चारों ओर की दूरी)
- आपके रक्त का नमूना लेकर ग्लूकोज (शर्करा) और लिपिड (वसा) के स्तर की माप
आपके डॉक्टर आपकी उम्र और सामाजिक समूह के बारे में पूछ सकते हैं क्योंकि यह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है।
जैसे कि एशियाई, अफ्रीकी या एफ्रो-कैरेबियन जातीयता के कुछ लोगों में उच्च रक्तचाप (
) का खतरा बढ़ सकता है, और कुछ लोगों को कम जोखिम हो सकता है।मोटापे का इलाज (Treatment for obesity)
यदि आप मोटापे से पीड़ित हैं और वजन घटाना चाहते हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
वे आपको सलाह देंगे:
- आपको किस तरह के आहार का सेवन करना चाहिए
- आपको कितना व्यायाम करने की आवश्यकता है
- आपको मोटापे से जुड़ी समस्याओं की जांच और इलाज की जरूरत है या नहीं
- मोटापे के मौजूदा कारण जैसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के इलाज की जरूरत है या नहीं
इसके अलावा आपके डॉक्टर स्थानीय वजन घटाने वाले समूह सहित अन्य सेवाओं के बारे में भी बताएंगे।
आपके लिए उपयुक्त होने पर आपके डॉक्टर व्यायाम का सुझाव दे सकते हैं। इस दौरान आपको योग्य ट्रेनर की देखरेख में कई सेशन के लिए स्थानीय सक्रिय स्वास्थ्य टीम में भेजा जाता है। आप कहां रहते हैं इसके आधार पर आपको निशुल्क या कम लागत पर व्यायाम का प्रशिक्षण दिया जा सकता है।
आहार (Diet)
वजन घटाने का कोई एक नियम नहीं है। ज्यादातर मोटे लोगों को सुझाव दिया जाता है कि उन्हें अपने आहार से प्रतिदिन 600 कैलोरी ऊर्जा की मात्रा कम करनी चाहिए।
आहार से कैलोरी घटाने का सबसे आसान तरीका है अधिक एनर्जी वाले खाद्य पदार्थों जैसे फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड और मीठे पेय पदार्थों से पूरी तरह परहेज करना।
एक स्वस्थ आहार में शामिल करना चाहिए:
- खूब सारे फल और सब्जियां
- पर्याप्त आलू, रोटी, चावल, पास्ता और अन्य स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ ( साबुत अनाज की विभिन्न किस्में भी)
- दूध और डेयरी उत्पाद
- मांस, मछली, अंडे, बीन्स और प्रोटीन के अन्य नॉन-डेयरी उत्पाद
- अधिक वसा और शर्करा वाले कम खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन करना
अधिक नमक वाले भोजन से परहेज करना। इसका कारण यह कि इससे आपका रक्तचाप बढ़ सकता है और यह मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।
खाने से पहले आपको हर तरह के खाद्य और पेय पदार्थों में कैलोरी की मात्रा की जांच करनी चाहिए। ताकि आप अपनी सीमा से ज्यादा कैलोरी का सेवन करने से बच सकें।
कुछ रेस्टोरेंट और कैफे में खाद्य पदार्थों में मौजूद कैलोरी के बारे में जानकारी दी जाती है। लेकिन वे आपको जानकारी दें, यह जरूरी नहीं है। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे बर्गर, फ्राइड चिकन, करी और चाइनीज डिश खाने से आपका वजन काफी तेजी से बढ़ सकता है।
फैड डाइट से परहेज करें (Avoid fad diets)
वजन घटाने के लिए फैड डाइट से बचना चाहिए। जैसे उपवास करना (लंबे समय तक भोजन के बिना रहना) सुरक्षित नहीं है, क्योंकि इस दौरान व्यक्ति भोजन जैसे मांस, मछली, गेंहू और डेयरी उत्पादों का सेवन बंद कर देता है।
ये स्थायी उपाय नहीं हैं और इसके कारण आप बीमार भी पड़ सकते हैं। साथ ही सांसों में बदबू, दस्त और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इसका मतलब यह नहीं है कि सभी कमर्शियल डाइट प्रोग्राम असुरक्षित हैं। कई सारे चिकित्सा और वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित हैं और कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता हैं। एक सही तरीके से काम करने वाले आहार प्रोग्राम में निम्न बातें होनी चाहिए -
- खाने की मात्रा के बारे में जानकारी देना, व्यवहार में बदलाव और स्वस्थ भोजन करने की आदत डालना
- आपको जिस तरह का भोजन पसंद है, उस पर अधिक प्रतिबंध न लगाना
- कम समय में वजन घटाने का प्रयास करने की बजाय धीरे धीरे वजन घटाने के उपायों को आजमाना
कम कैलोरी वाले आहार (Very low calorie diet)
कम कैलोरी वाले आहार (VLCD) ऐसे आहार को कहते हैं, जिससे आप एक दिन में 1000 से कम कैलोरी प्राप्त करते हैं। VLCD के उदाहरण हैं:
- नाश्ते में एक कटोरी कॉर्नफ्लेक्स
- मिड-मॉर्निंग स्नैक में एक जाफा केक
- दोपहर के भोजन में चिकन सलाद सैंडविच
- शाम के भोजन में कम कैलोरी युक्त लसान्या(एक प्रकार का पास्ता)
- रात के भोजन के बाद एक नाशपाती
इसके अलावा पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी एवं अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। चाय और कॉफी से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसमें कैलोरी अधिक होती है।
अधिक मात्रा में सोडायुक्त आहार और पेय पदार्थों का सेवन करने से आपके दांत खराब हो सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों में अधिक शर्करा नहीं होती है लेकिन इनमें कुछ अम्ल अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
मोटापे से परेशान कुछ लोगों के लिए VLCD वजन घटाने की एक प्रभावी विधि है लेकिन यह तरीका हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है। आमतौर पर यह तरीका अपनाने का सुझाव तभी दिया जाता है जब मोटापे के कारण
का खतरा बढ़ गया हो और कम समय में वजन घटाना बहुत जरूरी हो। इसके अलावा पारंपरिक तरीकों से वजन न घटने पर भी इस विधि को आजमाने की सलाह दी जा सकती है।आपको प्रशिक्षित स्वास्थ्य प्रदाता की देखरेख में ही VLCD को आजमाना चाहिए।
व्यायाम (Exercise)
भोजन में कैलोरी की मात्रा घटाने से अधिक वजन नहीं बढ़ता है। लेकिन यदि आप वजन घटाना चाहते हैं तो कैलोरी की मात्रा कम करने के साथ ही आपको नियमित व्यायाम करने की जरूरत पड़ेगी।
आपके डॉक्टर या परामर्शदाता आपके लिए उपयुक्त एक्सरसाइज प्लान के बारे में बताएंगे। जिसमें आपको हफ्ते में कई घंटों तक मॉडरेट-इंटेंसिटी शारीरिक गतिविधि करने की सलाह दी जा सकती है।
मॉडरेट-इंटेंसिटी शारीरिक गतिविधि में कोई भी गतिविधि शामिल हो सकती है जिसे करने पर आपके हृदय और श्वसन की दर बढ़ने से आपको खूब पसीना होता है। लेकिन फिर भी आप सामान्य बातचीत कर सकते हैं
इनमें शामिल है:
- तेजी से चलना
- जॉगिंग
- तैरना
- टेनिस
- स्टेप ट्रेनर का इस्तेमाल करना
आपको नियमित एक्सरसाइज करने की जरूरत पड़ेगी। इसलिए वही शारीरिक गतिविधि करें जो आपको पसंद हो।
आपको दिन में पांच बार 15 से 20 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए और फिर धीरे-धीरे समय को बढ़ाना चाहिए।
दवाएं (Medications)
क्लिनिकल ट्रायल में 120 से अधिक अलग-अलग एंटी-ओबेसिटी दवाओं का परीक्षण किया गया है लेकिन इनमें से केवल एक सुरक्षित और प्रभावी है। इस दवा को ओर्लिस्टेट (Orlistat) कहा जाता है।
ओर्लिस्टेट (Orlistat)
ओर्लिस्टेट (Orlistat) वसा (fat) को पचाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोटीन की क्रिया को रोकने का काम करता है। बिना पचा हुआ वसा आपके शरीर में अवशोषित नहीं होता है और मल के साथ बाहर निकल जाता है।
ओर्लिस्टेट भोजन से वसा का लगभग एक तिहाई भाग को सेवन करने से रोकता है।
इससे आपका वजन नहीं बढ़ता है। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि इससे आपका वजन भी कम हो जाए। इसलिए स्वस्थ आहार लेने के साथ ही नियमित व्यायाम करना जरूरी है।
एक ओर्लिस्टेट कैप्सूल दिन में तीन बार भोजन के बाद लिया जाता है। आप इस कैप्सूल को भोजन के दौरान या भोजन के एक घंटे बाद ले सकते हैं।
यदि आप भोजन नहीं करते हैं या आपके भोजन में वसा की मात्रा नहीं है तो आपको ओर्लिस्टेट कैप्सूल लेने की जरूरत नहीं है। आपके डॉक्टर आपको इसके बारे में बताएंगे। दवा के साथ आने वाली लीफलेट(पर्ची) को पढ़कर आप जानकारी ले सकते हैं।
ओर्लिस्टेट का सेवन करने से पहले आपको अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव करके और नियमित व्यायाम करने की आदत डालकर वजन घटाने की कोशिश करनी चाहिए। आपको ओर्लिस्टेट लेने की सलाह तभी दी जाती है जब आप कम कैलोरी वाले आहार का सेवन कर रहे हों और आपका:
- बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 28 या इससे अधिक हो और वजन बढ़ने के कारण आपको उच्च रक्तचाप () की समस्या हो
- बीएमआई 30 या इससे अधिक हो
ओर्लिस्टेट का सेवन करने के साथ ही कम वसा युक्त आहार और वजन घटाने के अन्य उपाय जैसे अधिक एक्सरसाइज करना भी जरूरी है। यदि आपको ओर्लिस्टेट लेने के लिए कहा जाता है तो आपको आहार, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह भी दी जाएगी।
यदि आपके शरीर का वजन 5 प्रतिशत कम हो गया है तो आपको सिर्फ अगले तीन महीनों तक ही ओर्लिस्टेट का सेवन करने के लिए कहा जाएगा। ओर्लिस्टेट आमतौर पर एक या दो दिनों के भीतर वसा के पाचन को प्रभावित करने लगता है। यदि तीन महीने के बाद भी ओर्लिस्टेट काम नहीं करता है तो यह यह आपके लिए प्रभावी इलाज नहीं है।
यदि आपको
है (रक्त में बहुत अधिक ग्लूकोज के कारण होने वाली समस्या), तो ओर्लिस्टेट से आपको वजन घटाने में अधिक समय लग सकता है।तीन महीनों के बाद आपके थोड़ा वजन कम हो सकता है।
यदि तीन महीने के बाद ओर्लिस्टेट प्रभावी तरीके से काम करता है तो आपको एक साल तक इसका सेवन करने की सलाह दी जाएगी। इसके बाद डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की जांच करके बताएंगे कि आपको ओर्लिस्टेट का सेवन बंद करना चाहिए या नहीं।
ओर्लिस्टेट के दुष्प्रभावों में शामिल है:
- वसायुक्त या तैलीय मल
- तुरंत शौचालय जाने की आवश्यकता
- बार-बार मल त्यागना
- मलाशय से तैलीय स्राव (आपके अंडरवियर पर तैलीय धब्बे हो सकते हैं)
- (गैस)
- पेट दर्द
- , जैसे सर्दी या गले में खराश
यदि आप कम वसायुक्त आहार का सेवन करते हैं तो दुष्प्रभावों की संभावना घट सकती है।
ओरल गर्भनिरोधक गोली लेने वाली महिलाओं को यदि आर्लिस्टेट का सेवन करने से गंभीर
होता है तो उन्हें गर्भनिरोधक की एक अन्य विधि जैसे कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।इसका कारण यह है कि अगर आपको दस्त हो रहा है, तो गर्भनिरोधक गोली को आपका शरीर अवशोषित नहीं कर पाएगा और यह प्रभावी नहीं होगा।
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए ओर्लिस्टेट उपयुक्त नहीं है।
बच्चों में मोटापे का इलाज (Treating obesity in children)
वयस्कों की तरह ही बच्चों में भी मोटापे का इलाज किया जाता है। इसके लिए बच्चों को भी कम कैलोरी वाले आहार और नियमित एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है।
आपके बच्चे को हर दिन कितनी कैलोरी खानी चाहिए, यह उसकी उम्र और लंबाई पर निर्भर करेगा। आपके डॉक्टर बच्चे को नियमित एक निर्धारित मात्रा में कैलोरी का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
सभी बच्चों को सप्ताह में कम से कम एक घंटे का गहन व्यायाम जैसे दौड़ने, फुटबॉल या नेटबॉल खेलने की सलाह दी जाती है।
इसके साथ ही आपको बच्चे को हर दिन दो घंटे से कम (हफ्ते में 14 घंटे) समय तक बैठकर टीवी देखने, वीडियो खेलने जैसे गतिहीन काम करने देना चाहिए।
बच्चे को धीरे-धीरे इन परिवर्तनों के बारे में बताना चाहिए और उन्हें बदलने की कोशिश करनी चाहिए।
बच्चे के मोटापे के इलाज के लिए विशेषज्ञ के पास तब जाएं, अगर:
- आपके बच्चे को मोटापे से जुड़ी समस्याएं जैसे उच्च रक्तचाप, स्लीप एप्निया (नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई) और अवसाद हो
- माना जाता है कि मौजूदा स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हार्मोन की समस्या के कारण भी मोटापा बढ़ सकता है
- कुछ असामान्य परिस्थितियों में ही बच्चों को ओर्लिस्टेट देने की सलाह दी जाती है। जैसे कि अगर आपका बच्चा गंभीर रूप से मोटापे का शिकार हो गया हो या उसे मोटापे से जुड़ी गंभीर परेशानी हो
मोटापे के लिए सर्जरी (Surgery for obesity)
वजन कम करने वाली सर्जरी को बैरिएट्रिक सर्जरी (bariatric surgery) भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल गंभीर रूप से मोटे लोगों (असामान्य रूप से शरीर में वसा की मात्रा बढ़ना) के इलाज के अंतिम विकल्प के रूप में किया जाता है।
जानलेवा मोटापा आमतौर पर तब होता है जब:
- बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 40 या इससे ऊपर पहुंच जाना।
- बीएमआई 35 या इससे अधिक होना और कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या जिसे वजन घटाकर ठीक किया जा सकता है, जैसे कि टाइप 2 डायबिटीज या उच्च रक्तचाप
सच्ची कहानियाँ
बचाव (Prevention)
बढ़ते वजन और मोटापे से बचने का सबसे बेहतर तरीका है स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम करना।
बचपन में मोटापे से पीड़ित बच्चे भविष्य में मोटापे के शिकार हो सकते हैं। इसलिए माता-पिता को कम उम्र से ही अपने बच्चों को बेहतर जीवनशैली और स्वस्थ आहार के बारे में बताना चाहिए।
आप हेल्थ A-Z में स्वस्थ आहार खाने के बारे में विस्तृत सलाह पा सकते हैं। इसमें आपको मुख्य रूप से कौन सा भोजन करना चाहिए और हर दिन कितना पीना चाहिए के बारे में बताया जाता है।