स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) होने के क्या कारण हैं?
स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) यानि नींद में पक्षाघात उस समय हो सकता है जब रैपिड आई मूवमेंट (REM) स्लीप में बाधा उत्पन्न होती है। आरईएम (REM) निद्रा की अवस्था के दौरान होता है हमारा मस्तिष्क अत्यधिक सक्रिय होता है और शरीर स्लीप पैरालिसिस की स्थिति में चला जाता है। यदि नींद के चरणों का परिवर्तन आराम से नहीं होता और आपकी नींद खुल जाती है तो आपको अपना शरीर लकवाग्रस्त महसूस होगा, और हो सकता है कि आप बोल या चल भी न सकें।
आपको स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) कैसे होता है?
स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) उस समय होता है जब आंखों की तेजी गति (आरईएम) के कारण आपका सोने का चक्र भंग हो जाता है। आप चेतन अवस्था में तो होंगे, लेकिन आपके शरीर की मांसपेशियाँ हिल नहीं पाएंगी।
स्लीप पैरालिसिस किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों को इसका खतरा अधिक होता है। स्लीप पैरालिसिस का अनुभव उन लोगों को अधिक होने के खतरा रहता है जिन्होंने किसी प्रकार के मानसिक सदमे का सामना किया हो, जिनकी निद्रा भंग हो जाती है या सही से नींद पूरी नहीं होती, या किसी अन्य प्रकार के नींद संबंधी विकारों से पीड़ित हैं, जैसे अचानक नींद आने की समस्या (Narcolepsy)।
क्या स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) निद्रा विकार है?
स्लीप पैरालिसिस एक अशांतिकारक नींद विकार है, जिसे पैरासोमनिया (parasomnia) के रूप में जाना जाता है। अन्य प्रकार के पैरासोमनिआ में नींद में चलना और बुरे सपने आना शामिल हैं।
स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) के चरण क्या हैं?
स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) के कोई विशिष्ट चरण नहीं हैं। स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) के दौरान आप जागृत अवस्था में रहते हैं लेकिन मांसपेशियाँ काम नहीं करती हैं, जिसके कारण आप हिल नहीं सकते हैं और लकवाग्रस्त महसूस करते हैं। स्लीप पैरालिसिस के एक एपिसोड की अवधि आमतौर पर बहुत छोटी होती है, जो कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक हो सकती है।
स्लीप पैरालिसिस में कैसा महसूस होता है?
लोग खतरे या भय का अनुभव कर सकते हैं। आपको सांस लेने में कठिनाई, चलने या बोलने में असमर्थता, छाती में जकड़न या मतिभ्रम जैसी अवस्थाओं का सामना भी कर सकते हैं।
स्लीप पैरालिसिस (Sleep Paralysis) को रोकने के क्या उपाय हैं?
कुछ ऐसे परिवर्तन हैं जिसे करके आप स्लीप पैरालिसिस को रोकने में मदद कर सकते हैं। नींद की एक नियमित दिनचर्या रखने की कोशिश करें, सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त नींद लें, और नींद की गुणवत्ता में सुधार के तरीके खोजें जैसे सोने के लिए आरामदायक गद्दे और तकिया।
क्या स्लीप पैरालिसिस का कोई इलाज है?
स्लीप पैरालिसिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन अगर आप स्लीप पैरालिसिस से पीड़ित हैं, तो आप कुछ उपायों के द्वारा इसके खतरे को कम कर सकते हैं ताकि आपको इसके दोबारा होने का खतरा कम हो सके। सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त नींद लें और नियमित समय पर ही सोने का प्रयास करें। इसके अलावा, अपने सोने के माहौल को जितना हो सके उतना आरामदायक बनाएं। यदि स्लीप पैरालिसिस एक वास्तविक समस्या है, तो आपको एंटीडिप्रेसेंट दवा लेने का सुझाव दिया जा सकता है।
क्या स्लीप पैरालिसिस सामान्य है?
स्लीप पैरालिसस सामान्य है। ऐसा अनुमान है कि 10 में से चार लोगों को अपने जीवन में किसी न किसी समय पर स्लीप पैरालिसिस का अनुभव हो सकता है। हालांकि, किशोरों और युवाओं में स्लीप पैरालिसिस अधिक आम है।
आप स्लीप पैरालिसिस के दौरान मतिभ्रम (hallucinate) का अनुभव क्यों करते हैं?
कुछ लोग मतिभ्रम या हलूसिनेशन का अनुभव जागने से तुरंत पहले या सोते समय करते हैं। यदि सोते समय मतिभ्रम होता है, तो उन्हें हिप्नागोगिक (Hypnagogic) कहा जाता है, और यदि जागते वक़्त में मतिभ्रम (Hallucinations) होता है, तो उसे हिप्नोपोंपिक (hypnopompic) कहा जाता है।
क्या स्लीप पैरालिसिस का कोई प्राकृतिक उपचार उपलब्ध है?
आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके स्लीप पैरालिसिस के जोखिम को कम कर सकते हैं। नियमित समय पर सोने की कोशिश करें और सोते समय कैफीन या शराब का सेवन न करें। सोने के लिए बिस्तर पर जाने से ठीक पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को देखने की कोशिश न करें, क्योंकि आपके स्मार्टफोन से नीली रोशनी से नींद में बाधा उत्पन्न हो सकती है। अपने सोने के वातावरण को यथासंभव आरामदायक बनाने की हर संभव कोशिश करें।