हर कोई पैरों की बदबू से बचना चाहता है, इसके लिए एक प्रभावकारी, सरल और सस्ता उपचार उपलब्ध है जिसका आप घर पर प्रयोग कर सकते हैं और जो एक सप्ताह में ही पैर की बदबू को दूर कर सकता है।
हर कोई पैरों की बदबू से बचना चाहता है, इसके लिए एक प्रभावकारी, सरल और सस्ता उपचार उपलब्ध है जिसका आप घर पर प्रयोग कर सकते हैं और जो एक सप्ताह में ही पैर की बदबू को दूर कर सकता है।
पैरों की बदबू एक आम समस्या है हो वर्ष में किसी भी वक़्त हो सकती है, मेडिकल शब्दों में इसे ब्रोमोडोसिस (bromodosis) हाँ जाता है।
इसका मुख्य कारण है पैर में पसीना होना और प्रतिदिन एक ही जूते पहनना।
वर्ष के किसी भी समय, किसी भी तापमान में पैरों से पसीना आ सकता है। किशोरों और गर्भवती महिलाओं में इसकी संभावना अधिक रहती है क्योंकि उन्हें हारमोन परिवर्तन के कारण अधिक पसीना आता है।
यदि आप अपने पैरो पर दिन भर खड़े रहते हैं, या आप अत्यंत तनाव में रहते हैं अथवा आप
() नामक एक चिकित्सीय स्थिति से ग्रसित हैं जिसमें आपको सामान्य से अधिक पसीना आता है, तो आपको पैरो में पसीना आने की अधिक संभावना है। ऐथलिट्स फुट जैसे फफूंदीय संक्रमण भी पैरों में दुर्गंध उत्पन्न कर सकते हैं।पैरों के डॉक्टर (podiatrist), लोर्राइन जोन्स के अनुसार जब जूते पसीने से भीग जाते हैं और उन्हें आपके द्वारा पुन: पहने जाने से पूर्व सुखाया नहीं जाता, तो पैर दुर्गधमय हो जाते है।
त्वचा पर उपस्थित जीवाणु छिद्रों से निकालने वाले पसीने को तोड़ देते हैं और इस से पसीने की दुर्गंध पैदा होती है।“पूरा दिन आपके पैर आपके जूतों में पसीना छोड़ते हैं जिस कारण वे गीले हो जाते हैं और जीवाणुओं में बढ़ोतरी आरम्भ हो जाती है। जूते उतारने के पश्चात जीवाणुओं का प्रजनन चालू रहता है, विशेषत: यदि आप उन्हें किसी अन्धकारमय अलमारी में रख देते हैं। तत्पश्चात, अगले दिन जब आप उन्हें पहनते हैं, चाहे आपने अभी-अभी पैर साफ़ किए हो,हो, भीगे हुए जूते जीवाणुओं के पनपने के लिए आदर्श परिस्थिति प्रदान करते हैं - गर्मी , अंधेरा और गीलापन।
अच्छी बात ये है कि बदबूदार पैरो के लिये एक सरल, शीघ्र और निश्चित हल उपलब्ध है।
● हिबिस्क्रब (Hibiscrub) नामक एक जीवाणु-रोधक साबुन से अपने पैर धोयें। आपके स्थानीय दवा-विक्रेता के यहां बहुत सारे बिना नुस्खे के बेचे जाने वाले पैर स्वच्छता उत्पाद उपलब्ध होते हैं, परन्तु हिबिस्क्रब सर्वश्रेष्ठ है।
● हिबिस्क्रब को कुछ मिनट के लिये लगा रहने दें और फिर धो दें।
लोरेन के अनुसार, “यदि आप ऐसा दिन में दो बार करें, तो आप निश्चित ही एक सप्ताह के भीतर बदबूदार पैरों से निजात मिलेगी।"
यदि आप को त्वेचा में एक्ज़ेमा जैसी स्थिति है तो आपको पैरो पर हिबिस्क्रब का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
पैरो को स्वच्छ और सुगंधित बनाये रखना -अच्छी निजी स्वच्छता और जूतों को नियमित रूप से बदलते रहने पर निर्भर है। पैरो को स्वच्छ रखने के लिये :
● कभी भी जूतों का वही जोड़ा लगातार दो दिन न पहनें।इसके स्थान पर, हर दूसरे दिन भिन्न जूते पहनें ताकि उन्हें सूखने के लिये 24 घंटों का समय मिल जाये।
● सुनिश्चित करें की किशोरों के पास दो जोड़ी ट्रेनर हैं ताकि उन्हें वही जूते लगातार दो या उस से अधिक दिन न पहनने पड़ें।
● अपने पैर प्रतिदिन धोयें और सुखायें और अपनी जुराबे (आदर्शत: ऊनी अथवा सूती, नाइलॉन नहीं) दिन में कम से कम एक बार बदलें।
● अपने पैरों के नाखून छोटे और साफ रखें और सख्त त्वचा को फूट फ़ाइल से हटा दें। गीलेपन से सख्त त्वचा नरम हो जाती है, जो जीवाणुओं के लिये एक आदर्श परिस्थिति है।
यदि आपके पैरों में अत्यंत पसीना आता है तो अच्छा रहेगा कि :
● स्नान के बाद अपने पंजो के बीच सूती ऊन को सर्जिकल स्पिरिट में डूबा कर लगाएँ - सर्जिकल स्पिरिट पंजों की बीच त्वचा को अच्छी तरह से सुखाने में सहायता प्रदान करती है - एवं उन्हें एक तौलिये से पोंछे।
● अपने पैरों पर किसी डीयोडरैंट अथवा एंटिपर्सपीरैंट (जिससे पसीना कम हो) का स्प्रे करें - एक साधारण अंडरआर्म डीयोडरैंट अथवा एंटिपर्सपीरैंट भी विशिष्ट पैरों के उत्पाद जितना ही प्रभावशाली होता है और उसकी कीमत भी कम होती है
● अपने जूतों में मेडकेटेड सोल लगायें जो आपके जूतों से दुर्गन्ध को दूर करे
● फीट-फ्रेश जुराबें पहनें - कुछ खेल जुराबों में पैरों को सूखा रखने के लिये हवादार पैनल होते हैं, और एंटि-बैकटेरियल जुराबों में पसीने से गंध उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को रोकने वाले रसायन डालें जाते हैं
● चमड़े अथवा कैनवस के जुतें पहनें क्योंकि वे प्लास्टिक जूतों की तुलना में आपके पैरों को अधिक सांस लेने देते हैं
● गर्मियों में खुले-पंजे वाले सैंडल पहनें और शाम को घर में नंगे पैर घूमें
बदबूदार पैर हानिरहित समस्या है जो साधारणत: ठीक हो जाती है। लेकिन कभी-कभी यह एक चिकित्सीय बीमारी का संकेत हो सकती है।
यदि आपके पैर की बदबू कम करने के लिये साधारण कार्यवाहियाँ सहायक नहीं होती हैं अथवा यदि आप अपने पसीने के असामान्य रूप से उच्च स्तर से चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आपके डॉक्टर आपको एक ताक़तवर एंटिपर्सपीरैंट का परामर्श दे सकते हैं अथवा आपको आईओंटोफोरेसिस (iontophoresis) नामक उपचार, जो अधिक पसीना आने की समस्या से निपटने हेतु पानी के माध्यम से आपके पैरों को हल्की विद्युत तरंगे भेजता है, के लिये भेज सकते हैं।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।