टीबी (Tuberculosis)

18 min read
इस लेख में

टीबी के लक्षण (Tuberculosis symptoms)

टीबी (क्षय रोग) के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कौन सा हिस्सा इससे प्रभावित है।

टीबी आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होता है, और आपको पता चलने में कई सप्ताह लग सकता है।

शुरू में ऐसा हो सकता है कि संक्रमित होने के बाद भी आपके लक्षण महीनों या सालों तक न दिखें।

कभी-कभी संक्रमण होने पर भी कोई लक्षण नहीं हो सकता है। इसे लैटेन्ट टीबी कहते हैं।

अगर लक्षण दिखाई दे तो इसे सक्रिय टीबी कहा जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में, प्रारंभिक संक्रमण के बाद महीनों तक या वर्षों तक लक्षण विकसित नहीं होते हैं।

अगर आपमें या आपके बच्चे में टीबी के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

टीबी के सामान्य लक्षण (General symptoms of TB)

● भूख न लगना और वजन कम होना

● उच्च तापमान (बुखार)

● रात को पसीना आना

● अत्यधिक थकान या थकावट

हालांकि इन लक्षणों के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं, ये हमेशा टीबी के संकेत नहीं होते हैं।

फेफड़ों को प्रभावित करने वाली टीबी (पल्मोनरी टीबी) (TB that affects the lungs (pulmonary TB))

अधिकांश टीबी संक्रमण फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, जिसकी वजह से ये हो सकते हैं:

● लगातार खांसी जो तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहती है और आमतौर पर जिससे बलगम बनने लगता है, जिसमें खून हो सकता है

● सांस फूलना जो धीरे-धीरे बिगड़ने लगता है

फेफड़ों के बाहर का टीबी (TB outside the lungs)

फेफड़ों के बाहर के क्षेत्रों में जैसे कि छोटी ग्रंथियां जो प्रतिरक्षा प्रणाली (the lymph nodes), हड्डियों और जोड़ों, पाचन तंत्र, मूत्राशय और प्रजनन प्रणाली और मस्तिष्क और तंत्रिकाओं में टीबी संक्रमण सामान्यतः कम विकसित होते हैं।

इनमें शामिल कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:

● ग्रंथियों में लगातार सूजन

● पेट दर्द

● प्रभावित हड्डी या जोड़ में दर्द और हिल न पाने की स्थिति

● भ्रम

● लगातार सिरदर्द होना

● चक्कर

शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित करने वाली टीबी उन लोगों में अधिक आम है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है।

टीबी क्या है? (What is tuberculosis (TB))

टीबी (Tuberculosis) एक जीवाणु द्वारा फैलने वाला संक्रमण है जो किसी संक्रमित व्यक्ति की खाँसी या छींक की छोटी बूंदों के सांस के माध्यम से शरीर में जाने से फैलता है।

यह मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जिसमें तोंद (पेट) की ग्रंथियां, हड्डियां और तंत्रिका तंत्र शामिल हैं।

टीबी एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर इसका सही एंटीबायोटिक दवाओं के द्वारा इलाज किया जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है।

टीबी के लक्षण (Symptoms of TB)

टीबी के विशिष्ट लक्षणों में शामिल हैं:

● लगातार खांसी जो तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहती है और आमतौर पर इससे बलगम भी बनने लगता है, जिसमें खून हो सकता है

● वजन कम होना

● रात को पसीना आना

● उच्च तापमान (बुखार)

● थकान

● भूख कम लगना

● गले में सूजन

अगर आपको तीन सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहती है या आपकी खांसी में खून आता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।

टीबी किस वजह से होती है? (What causes TB?)

टीबी एक जीवाणु द्वारा होने वाला संक्रमण है। फेफड़ों को प्रभावित करने वाली टीबी (पल्मोनरी टीबी) सबसे अधिक संक्रामक प्रकार की टीबी है, लेकिन यह आमतौर पर संक्रमित इंसान के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहने के बाद फैलता है।

अधिकांश स्वस्थ लोगों में, संक्रमण और बीमारी के खिलाफ बनने वाली शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली (प्रतिरक्षा प्रणाली) जीवाणुओं को मार देती है और सारे लक्षण ख़त्म हो जाते हैं।

कभी-कभी प्रतिरक्षा प्रणाली जीवाणुओं को नहीं मार पाती है, लेकिन इसे शरीर में फैलने से रोक देती है।

आपमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देंगे, लेकिन आपके शरीर में जीवाणु मौजूद रहेंगे। इसे लैटेन्ट टीबी (Latent Tuberculosis) कहते हैं। लैटेन्ट टीबी (Latent Tuberculosis) से संक्रमितों से दूसरों में संक्रमण नहीं फैलता।

यदि प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण को खत्म करने में विफल हो जाती है, तो टीबी (Tuberculosis) फेफड़ों या शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकती है और जिसके लक्षण कुछ हफ्तों या महीनों में दिखाई देते हैं। इसे सक्रिय टीबी (Tuberculosis) के रूप में जाना जाता है।

लेटेन्ट टीबी (Latent TB) बाद में सक्रिय टीबी रोग में विकसित हो सकती है, खासकर अगर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।

टीबी का ईलाज (Treating TB)

उपचार से, टीबी आमतौर पर हमेशा ठीक हो सकती है। एंटीबायोटिक दवाओं का एक कोर्स आमतौर पर छः महीने तक लेने की आवश्यकता होती है।

कई अलग-अलग एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है क्योंकि टीबी (Tuberculosis) के कुछ रूप कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोधी होते हैं।

यदि आप दवा-प्रतिरोधी रूप के टीबी से संक्रमित हैं, तो छः या अधिक विभिन्न दवाओं के साथ उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

यदि आप में पल्मोनरी टीबी पाया जाता है, तो उपचार के दौरान लगभग दो से तीन सप्ताह तक संक्रामक रहेंगे।

आमतौर पर आपको इस दौरान अलग रहने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन अपने परिवार और दोस्तों में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।

आपको ये करना चाहिए:

● जब तक आपके टीबी का उपचार करने वाली टीम आपको सलाह नहीं देती है कि आप वापस लौटने के लिए सुरक्षित हैं, तब तक काम, स्कूल या कॉलेज से दूर रहें

● खांसते, छींकते या हंसते समय हमेशा अपना मुंह ढँक कर रखें

● इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर को एक सील प्लास्टिक बैग में सावधानीपूर्वक फेंके

● जहाँ आप समय बिताते हैं, वहाँ ताज़ी हवा आने के लिए खिड़कियां खुली रखें

● अन्य लोगों के साथ एक ही कमरे में सोने से बचें

यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, जिसे टीबी है, तो आप अपना परीक्षण यह जांचने के लिए करवा सकते हैं कि कहीं आप भी तो संक्रमित नहीं हैं! इनमें छाती का एक्स-रे, ब्लड टेस्ट और मंटौक्स (Mantoux) टेस्ट नामक त्वचा परीक्षण शामिल हो सकता है।

किन कारणों से टीबी होता है? (Tuberculosis causes)

टीबी (Tuberculosis) एक प्रकार के जीवाणु के कारण होता है; जिसे माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस (Mycobacterium tuberculosis) कहा जाता है।

यह तब फैलता है जब सक्रिय टीबी (Tuberculosis) रोग से पीड़ित एक व्यक्ति की खांसी या छींक से निकलने वाली बूंदों, जिनमें टीबी (Tuberculosis) के जीवाणु होते हैं, को कोई अन्य व्यक्ति अवशोषित कर लेता है।

हालांकि टीबी (Tuberculosis) ठंड या फ्लू की तरह ही फैलता है, लेकिन यह उतना संक्रामक नहीं है।

आप स्वयं तभी संक्रमित होंगे जब आप लंबे समय (कई घंटे) तक किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहेंगे।

उदाहरण के लिए, टीबी (Tuberculosis) संक्रमण आमतौर पर परिवार के सदस्यों के बीच फैलता है जो एक ही घर में रहते हैं। बस या ट्रेन में किसी संक्रमित व्यक्ति के बगल में बैठने से आपके संक्रमित होने की संभावना बहुत कम होती है।

टीबी (Tuberculosis) से पीड़ित हर व्यक्ति संक्रामक नहीं होता है। टीबी से पीड़ित बच्चे या जिन लोगों को फेफड़ों के बाहर होने वाले टीबी (एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी) होता है, उनसे इसका संक्रमण नहीं फैलता।

लैटेन्ट या सक्रिय टीबी (Latent or active TB)

अधिकांश स्वस्थ लोगों में, प्रतिरक्षा प्रणाली टीबी (Tuberculosis) का कारण बनने वाले जीवाणुओं को नष्ट करने में सक्षम होती है।

लेकिन कुछ मामलों में, जीवाणु शरीर को संक्रमित करते हैं, लेकिन कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है (जिसे लैटेन्ट टीबी कहते हैं), या संक्रमण की वजह से लक्षण दिखाई देने में हफ्तों, महीनों या वर्षों का समय लग सकता है (जिसे एक्टिव टीबी कहते हैं।)

लैटेन्ट टीबी (Latent Tuberculosis) वाले 10% लोगों में प्रारंभिक संक्रमण के वर्षों बाद अंततः सक्रिय टीबी विकसित होता है।

यह आमतौर पर या तो संक्रमण के पहले या दूसरे वर्ष में होता है, या जब प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है - उदाहरण के लिए, अगर किसी का कैंसर के लिए कीमोथेरेपी उपचार हो रहा है।

सबसे अधिक जोखिम किसे होता है? (Who's most at risk)

टीबी (Tuberculosis) किसी को भी हो सकती है, लेकिन सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों में शामिल हैं:

● जो लोग टीबी के उच्च स्तर वाले देश या क्षेत्र में रहते हों, वहां से आए हों या वहां समय बिताया हो

● किसी ऐसे व्यक्ति के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले, जो संक्रमित हो

● भीड़ भाड़ वाले वातावरण में रहने वाले लोग

● एक ऐसी स्थिति जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती है, जैसे HIV

● ऐसे उपचार करवाने वाले जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं, जैसे कीमोथेरेपी

● जो बहुत युवा या बहुत बूढ़े हैं - जो लोग युवा या बुजुर्ग हैं उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ वयस्कों की तुलना में कमजोर होती है

● खराब जीवनशैली और अन्य समस्याओं जैसे नशीली दवाओं का अधिक सेवन, शराब का अधिक सेवन या बेघर या काम पौष्टिक आहार वाले लोग

जिन देशों में टीबी होने की दर ज्यादा है (Countries with high TB rates)

जिन देशों में टीबी (Tuberculosis) होने की दर ज्यादा है, उनमें शामिल देश इस प्रकार हैं:

● अफ्रीका - विशेष रूप से उप-सहारा अफ्रीका (सहारा रेगिस्तान के दक्षिण के सभी अफ्रीकी देश) और पश्चिम अफ्रीका

● दक्षिण पूर्व एशिया - भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया और बांग्लादेश

● रूस

● चीन

● दक्षिण अमेरिका

● पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र (प्रशांत महासागर के पश्चिम में) - जिसमें वियतनाम, कंबोडिया और फिलीपींस शामिल हैं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने टीबी की उच्च दर वाले देशों को दिखाते हुए एक विश्व मानचित्र तैयार किया है।

टीबी का निदान (Tuberculosis diagnosis)

टीबी किस प्रकार की है, इसके शक के आधार पर टीबी के निदान के लिए कई प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं।

यदि आपके डॉक्टर को लगता है कि आपको टीबी है तो वो आपको परीक्षण और उपचार के लिए एक टीबी विशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं।

पल्मोनरी टीबी (Pulmonary TB)

पल्मोनरी टीबी (Pulmonary TB) - ये टीबी का एक ऐसा प्रकार है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है और इसका निदान मुश्किल हो सकता है; इसमें आमतौर पर कई परीक्षणों की आवश्यकता होती है।

आपके फेफड़ों की बनावट में परिवर्तन देखने के लिए आपकी छाती का एक्स-रे किया जा सकता है; जिससे टीबी (Tuberculosis) का संकेत मिल सके। अक्सर टीबी (Tuberculosis) के जीवाणु की उपस्थिति के लिए बलगम के नमूनों को भी लिया जा सकता है और जांच की जा सकती है।

ये परीक्षण आपके लिए सबसे प्रभावी उपचार तय करने में मदद करने में महत्वपूर्ण हैं।

एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी (Extrapulmonary TB)

संदिग्ध एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी (Extrapulmonary TB) के निदान की पुष्टि करने के लिए कई प्रकार के परीक्षणों को किया जा सकता है, ये फेफड़ों के बाहर होने वाली टीबी होती है।

इन परीक्षणों में शामिल हैं:

● शरीर के प्रभावित हिस्से का सीटी स्कैन (CT Scan), एमआरआई स्कैन (MRI Scan) या अल्ट्रासाउंड स्कैन (Ultrasound Scan)

● एक सिरे पर प्रकाश और कैमरे वाली एक लंबी, पतली, लचीली ट्यूब का उपयोग करके (एंडोस्कोपी) आपके शरीर के अंदर की एक परीक्षा - अगर आपके शरीर के अन्य भागों की जाँच करने की आवश्यकता है तो एंडोस्कोप को प्राकृतिक रूप से खुली जगह के माध्यम से अंदर डाला जा सकता है, जैसे आपका मुंह, या आपकी त्वचा में लगाया गया छोटा सा कट (लेप्रोस्कोपी)

● मूत्र और रक्त परीक्षण (urine and blood tests)

● बायोप्सी (biopsy) - प्रभावित क्षेत्र से ऊतक (tissue) या तरल पदार्थ का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है और टीबी के जीवाणु के लिए परीक्षण किया जाता है।

लंबर पंचर (a lumbar puncture) - इसमें आपकी रीढ़ के बेस से मस्तिष्कमेरु द्रव्य (CSF) का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है। CSF आपके मस्तिष्क के चारों तरफ पाया जाने वाला द्रव्य है।

नमूने की जांच ये देखने के लिए किया जा सकता है कि कहीं टीबी ने आपके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र) को संक्रमित तो नहीं किया है।

लैटेन्ट टीबी की जांच करना (Testing for latent TB)

कुछ परिस्थितियों में, आपको लेटेन्ट टीबी (Latent TB) की जाँच के लिए एक परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है - जहाँ आप टीबी के जीवाणु से संक्रमित हों, लेकिन कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहा हो।

उदाहरण के लिए, यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ संपर्क में रहे हैं, जिसे फेफड़े में सक्रिय टीबी (active TB) रोग है या यदि आपने हाल ही में उस देश में समय बिताया है, जहां टीबी होने की दर अधिक है, तो आपको एक परीक्षण करवाने की आवश्यकता हो सकती है।

यदि आप हाल ही में किसी ऐसे देश से ब्रिटेन में गए हैं जहाँ टीबी आम है, तो आपको परीक्षण की आवश्यकता के बारे में जानकारी और सलाह दी जानी चाहिए। जब आप एक रोगी के रूप में पंजीकरण करते हैं, तो आपका डॉक्टर एक परीक्षण करवाने का सुझाव दे सकता है।

मंटौक्स परीक्षण (Mantoux test)

मंटौक्स टेस्ट (Mantoux test) लैटेन्ट टीबी के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला टेस्ट है। इसमें पीपीडी ट्यूबरकुलिन (PPD tuberculin) नामक पदार्थ की थोड़ी मात्रा को आपके बाजू की त्वचा में इंजेक्ट करना होता है। इसे ट्यूबरकुलिन स्किन टेस्ट (TST) भी कहा जाता है।

यदि आपको लैटेन्ट टीबी (Latent TB) का संक्रमण है, तो आपकी त्वचा पीपीडी ट्यूबरकुलिन (PPD tuberculin) के प्रति संवेदनशील होगी और आमतौर पर टेस्ट के 48 से 72 घंटों के भीतर इंजेक्शन की जगह पर एक छोटा, कठोर लाल धब्बा विकसित हो जाएगा।

यदि आपकी त्वचा पर बहुत तेज प्रतिक्रिया हुई है, तो सक्रिय टीबी (Active TB) रोग की पुष्टि करने के लिए आपकी छाती के एक्स-रे की आवश्यकता हो सकती है।

यदि आपको लैटेन्ट संक्रमण नहीं है, तो आपकी त्वचा मंटौक्स टेस्ट पर प्रतिक्रिया नहीं करेगी। चूंकि टीबी (Tuberculosis) को विकसित होने में लंबा समय लग सकता है, इसलिए आपको बाद में फिर से जांच कराने की आवश्यकता हो सकती है।

यदि आपने पहले बीसीजी (BCG) का टीका लगवाया हुआ है, तो आपको मंटौक्स टेस्ट (Mantoux test) करवाने पर त्वचा पर हल्की प्रतिक्रिया हो सकती है। इसका मतलब यह जरूरी नहीं कि आपको लैटेन्ट टीबी है।

इंटरफेरॉन गामा रिलीज़ ऐसे (Interferon gamma release assay (IGRA))

इंटरफेरॉन गामा रिलीज ऐसे (IGRA) टीबी के लिए एक ब्लड टेस्ट है जो बड़े पैमाने पर उपलब्ध हो रहा है।

IGRA का उपयोग लैटेन्ट टीबी के निदान में मदद करने के लिए किया जा सकता है:

● यदि आपका मंटौक्स टेस्ट पॉजिटिव है (Mantoux test)

● यदि आपने पहले बीसीजी (BCG) का टीका लगवाया हुआ है - तो मंटौक्स टेस्ट (Mantoux test) विश्वसनीय नहीं हो सकता है

● जब आप डॉक्टर के पास पंजीकरण कराते हैं, उस दौरान होने वाली जांच

● यदि आप ऐसा उपचार करवाने वाले हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कम कर सकता है

● यदि आप एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता हैं

टीबी का उपचार (Tuberculosis treatment)

टीबी के उपचार में आमतौर पर कई महीनों तक एंटीबायोटिक लेनी पड़ती हैं।

हालांकि टीबी (Tuberculosis) एक गंभीर स्थिति है, जिसका अगर इलाज न किया जाए तो ये घातक हो सकती है, अगर इलाज पूरा किया जाए तो मौत होने की संभावना न के बराबर होती है।

अधिकांश लोगों को उपचार के दौरान अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है।

पल्मोनरी टीबी (Pulmonary TB)

यदि आपको सक्रिय पल्मोनरी टीबी (Active pulmonary TB) है, जिसमें आपके फेफड़े प्रभावित हैं, तो आपको कई तरह की एंटीबायोटिक दवाओं का कम से कम छः महीने का कोर्स करने के लिए कहा जाएगा।

कुछ सामान्य उपचार इस प्रकार हैं:

● छः महीने के लिए दो एंटीबायोटिक्स (आइसोनियाज़िड और रिफैम्पिसिन) (isoniazid and rifampicin) लेना

● छः महीने के उपचार की अवधि के पहले दो महीनों के लिए दो अतिरिक्त एंटीबायोटिक (पाइरेजिनमाइड और एथेमब्युटोल) (pyrazinamide and ethambutol) दवाएं लेना

आपको बेहतर महसूस करने में कई सप्ताह लग सकते हैं। कितना समय लगेगा, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपका स्वास्थ्य कैसा है और टीबी की गंभीरता कितनी है।

दो सप्ताह तक एंटीबायोटिक (Antibiotic) लेने के बाद, ज्यादातर लोग संक्रामक नहीं रहते हैं और बेहतर महसूस करते हैं।

हालांकि, आपके लिए दवा को निर्धारित रूप से जारी रखना और एंटीबायोटिक (Antibiotic) दवाओं के कोर्स को पूरा करना महत्वपूर्ण है।

टीबी के जीवाणु को मारने के लिए छः महीने के लिए दवा लेना सबसे अच्छा तरीका है।

यदि आप कोर्स पूरा करने से पहले अपनी एंटीबायोटिक दवा लेना बंद कर देते हैं या आप खुराक छोड़ देते हैं, एंटीबायोटिक दवाएं टीबी संक्रमण को फैलने से रोकने में असक्षम हो सकती हैं।

यह संभावित रूप से गंभीर है क्योंकि फिर इसका इलाज करना मुश्किल हो सकता है और संभवतः अधिक टाक्सिक, उपचारों के साथ लंबे समय तक कोर्स की आवश्यकता होगी।

यदि आपको हर दिन अपनी दवा लेने में मुश्किल होती है, तो आपकी उपचार टीम आपके साथ मिलकर इसका समाधान ढूंढ सकती है।

इसमें अपनी उपचार टीम के साथ घर पर, क्लिनिक में, या कहीं और जहाँ यह अधिक सुविधाजनक हो, नियमित रूप से संपर्क करना शामिल हो सकता है।

यदि उपचार सही ढंग से पूरा हो गया है, तो आपको बाद में किसी टीबी विशेषज्ञ द्वारा आगे की जांच की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। आपको उन संकेतों के बारे में बताया जा सकता है जिससे पता चले कि बीमारी वापस आ गई हैं, हालांकि ऐसा शायद ही कभी होता है।

एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी (Extrapulmonary TB)

एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी (Extrapulmonary TB) – वो टीबी जो फेफड़ों के बाहर होती है – इसका इलाज उन्हीं एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग करके किया जा सकता है, जिनका उपयोग फेफड़े की टीबी का इलाज करने में किया जाता है।

यदि आपको आपके मस्तिष्क या आपके दिल के आसपास के क्षेत्रों में (पेरिकार्डियम) टीबी है, तो आपको शुरू में कॉर्टिकोस्टेरॉइड (corticosteroid) जैसे कि प्रेडनिसोलोन (prednisolone) कई हफ्तों तक एंटीबायोटिक दवाओं के साथ ही लेने के लिए कहा जा सकता है। प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी सूजन को कम करने में यह मदद करेगा।

पल्मोनरी टीबी (pulmonary TB) की तरह ही, इसमें भी सारी दवाओं को बिल्कुल निर्धारित रूप में लेना और पूरे कोर्स को समाप्त करना महत्वपूर्ण है।

लैटेन्ट टीबी (Latent TB)

लैटेन्ट टीबी (Latent TB) उस जगह होती है जहां आप टीबी के जीवाणु से संक्रमित हो गए हों, लेकिन सक्रिय संक्रमण का कोई लक्षण न हो।

यदि आपको लेटेन्ट टीबी (Latent TB) है और आप 65 वर्ष या उससे कम आयु के हैं, तो आमतौर पर उपचार की सिफारिश की जाती है। हालांकि, टीबी का इलाज करने के लिए उपयोग किए जाने वाले एंटीबायोटिक अधिक उम्र वाले वयस्कों में लीवर की क्षति का कारण बन सकते हैं।

यदि लीवर की क्षति की चिंता है और आपकी उम्र 35 से 65 के बीच है, तो आपके टीबी का इलाज करने वाली टीम आपके साथ लैटेन्ट टीबी (Latent TB) के इलाज के फायदे और नुकसान पर चर्चा करेगी।

अगर लैटेन्ट टीबी (Latent TB) दवा प्रतिरोधी लगे तो हमेशा इसका इलाज नहीं किया जाता है। यदि ऐसा होता है, तो आपको नियमित रूप से मॉनिटर किया जा सकता है, ताकि ये पता चल सके कि कहीं आपको एक्टिव टीबी (active TB) तो नहीं हो गया।

कुछ मामलों में प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने वाले कारण जैसे, लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (corticosteroids), कीमोथेरेपी (chemotherapy) या जैविक अवरोधक (biological inhibitors) जैसे टीएनएफ अवरोधक होने पर लैटेन्ट टीबी (Latent TB) के लिए परीक्षण और उपचार की सिफारिश की जा सकती है।

लैटेन्ट टीबी (Latent TB) के उपचार में आमतौर पर शामिल हैं:

● या तो तीन महीने के लिए रिफैम्पिसिन और आइसोनियाज़िड (rifampicin and isoniazid) को साथ में लेना

● या छः महीने के लिए आइसोनियाज़िड (isoniazid)

उपचार के दुष्प्रभाव (Side effects of treatment)

आइसोनियाज़िड (Isoniazid) तंत्रिका क्षति (परिधीय न्यूरोपैथी) (peripheral neuropathy) का कारण बन सकता है। इस जोखिम को कम करने के लिए आपको इसके साथ विटामिन बी 6 (पाइरिडोक्सीन) की खुराक दी जाएगी। उपचार शुरू करने से पहले आपके लीवर की कार्यक्षमता का परीक्षण किया जाएगा।

दुर्लभ मामलों में, टीबी का इलाज करने के लिए उपयोग की जाने वाली एंटीबायोटिक दवाओं से आंखों को नुकसान हो सकता है, जो गंभीर हो सकता है। यदि आपका इलाज एथेमब्युटोल (ethambutol) के साथ किया जा रहा है, तो उपचार के कोर्स की शुरुआत में आपकी दृष्टि का परीक्षण भी किया जाना चाहिए।

यदि आप में उपचार के दौरान कोई चिंताजनक लक्षण विकसित होते हैं तो अपनी टीबी उपचार टीम से संपर्क करें, जैसे:

● उलटी

● आपकी त्वचा का पीला पड़ना और आपकी आंखों का सफेद होना (पीलिया)

● अस्पष्टीकृत उच्च तापमान (बुखार)

● हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्नता महसूस होना

● त्वचा पर चकत्ते या खुजली

● आपकी दृष्टि में परिवर्तन, जैसे धुंधली दृष्टि

रिफैम्पिसिन (Rifampicin) कुछ प्रकार के गर्भनिरोधक दवाओं की प्रभावशीलता को कम कर सकता है, जैसे कि संयुक्त गर्भनिरोधक गोली। रिफ़ैम्पिसिन (Rifampicin) लेते समय आपको गर्भनिरोधक की वैकल्पिक विधि, जैसे कंडोम का उपयोग करना चाहिए।

रिफैम्पिसिन (Rifampicin) अन्य दवाओं के साथ भी प्रतिक्रिया कर सकता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आपके टीबी (Tuberculosis) का इलाज करने वाली टीम टीबी (Tuberculosis) का इलाज शुरू करने से पहले आपके द्वारा ली जा रही सभी दवाओं के बारे में जान ले।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।