एनाबॉलिक स्टेरॉइड का दुरुपयोग

1st February, 2022 • 6 min read

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स ऐसे दवाएँ हैं जो केवल किसी डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर उपलब्ध हैं।कभी-कभी इन्हें अवैध तरीके से मांसपेशियों और एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए लिया जाता है। अगर ये दवाएँ इस तरीके से ली जाती हैं तो इनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है। यह Amelia Glean द्वारा लिखा गया है और Dr Adiele Hoffman ने इसकी मेडिकल समीक्षा की है।

एनाबॉलिक स्टेराइड्स कृत्रिम रूप से बनाई गई वे दवाएँ हैं, जो पुरुष हॉरमोन टेस्टोस्टेरोन की तरह प्रभाव दिखा सकती हैं। मेडिकल के क्षेत्र में इनका बहुत सीमित उपयोग होता है। कई लोग इसको कोर्टिकोस्टेराइड्स समझने की भूल करते हैं, जो कि एक भिन्न प्रकार का स्टेरॉयड है, जिसका उपयोग आमतौर पर डॉक्टरों द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में किया जाता है।

इस पेज में एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स के दुरुपयोग के खतरों के बारे में बताया गया है। इसका उद्देश्य उन लोगों को सजग करना है, जो इस दवा के आदी हो चुके हैं। इस लेख में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हैः

  • लोगों द्वारा एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स का दुरुपयोग क्यों किया जाता है
  • इसके दुष्परिणाम
  • इसकी लत
  • मदद कैसे लें
  • लोगों द्वारा एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स का दुरुपयोग क्यों किया जाता है

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स ऐसी शक्तिवर्धक(प्रदर्शन-सुधारने वाली) दवाएँ है, जो मांसपेशियों को बढ़ाती हैं और वसा घटा देती है। साथ ही साथ अवांछनीय प्रभाव भी पैदा करती हैं। एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स के दुष्प्रभावों के बारे में और पढ़ें।

कुछ एथलीट, वेटलिफ्टर और बॉडी बिल्डर इन दवाओं को अपना शारीरिक प्रदर्शन बढ़ाने तथा बॉडी बनाने के लिए अक्सर लेते हैं।

हालांकि इन दवाओं का दुरुपयोग हर उम्र के लोगों को करते देखा गया है। इसमें किशोरावस्था के वे लड़के शामिल हैं, जो डिस्मोर्फिया विकार (अपने शरीर की बनावट या दिखावट से असंतुष्ट होना) से पीड़ित हैं। किशोर या युवा इन दवाओं को इसलिए लेते हैं, क्योंकि वे ‘रिवर्स एनोरेक्सिया’ से ग्रसित होते हैं। यह तब होता है जब वे खुद को शारीरिक रूप से बड़ा और मजबूत नहीं समझते हैं।

कुछ लोगों का विश्वास है कि एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स की मदद से वे स्वस्थ और फिट रह सकते हैं, पर यह सच नहीं है। एनाबॉलिक दवाओं का सेवन बहुत ही खतरनाक है।

इन्हें किस तरीके से लिया जाता है

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स को आम तौर पर मांसपेशियों में इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है, परंतु कभी-कभी इन्हें गोलियों(टैबलेट) के रूप में लेते हैं अथवा त्वचा पर क्रीम या जैल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।

कुछ लोग इसके दुष्परिणामों के बारे में जानते हैं और वे इसका प्रयोग मनचाहे प्रभाव के लिए बिना किसी दुष्परिणाम के भी कर लेते हैं। इसमें वे इस स्टेरॉइड्स का प्रयोग कुछ सीमित समय तक करते हैं और कुछ दिन बाद इसका प्रयोग बंद कर देते हैं और फिर शुरू करते हैं। इसको ‘साइक्लिंग’ कहते हैं।

कई बार एक से अधिक प्रकार की एनाबॉलिक स्टेरॉयड का प्रयोग एक ही समय में किया जाता हैं। लोगों का मानना है कि इससे इसकी प्रभावशीलता बढ़ जाती है। इसे ‘स्टेकिंग’ कहते हैं।

‘पिरामिडिंग’ शब्द स्टेकिंग और साइक्लिंग दोनों के संयोजन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एक से अधिक प्रकार की एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल कम डोज में किया जाता है। धीरे-धीरे 6-12 हफ्तों में इसे अधिकतम खुराक तक बढ़ा दिया जाता है। इसके बाद शरीर को आराम देने के लिए इसकी डोज को जीरो कर दिया जाता है और फिर इस चक्र को शुरू कर देते हैं। जो लोग इस दवा का अधित मात्रा में प्रयोग करते हैं वे बेहतर प्रदर्शन के लिए ज्यादा व्यायाम करते हैं।

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स के दुष्प्रभाव

नियमित रूप से एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स लेने से केवल मांसपेशियों ही नहीं बढ़ती, बल्कि पुरुषों के लैंगिक लक्षण भी बढ़ जाते हैं। ये दवाएं ब्लड प्रेशर या हार्ट अटैक(दिल का दौरा) जैसी संभावित खतरनाक स्थिति बनने का कारण भी बन सकती हैं।

शारीरिक प्रभाव

पुरुषों द्वारा एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स लेने से निम्न लक्षण पैदा हो सकते हैं:

  • शुक्राणु की संख्या कम होना
  • प्रजनन क्षमता कम होना
  • अंडकोषों का सिकुड़ना
  • गंजापन
  • स्तनों का उभरना
  • प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा
  • दांतों का टेढ़ापन तथा माथे में अधिक उभार
  • गम्भीर मुहांसे

महिलाओं में स्टेरॉइड्स से होने वाले दुष्प्रभाव:

  • चेहरे तथा शरीर पर बालों का आना
  • वक्ष या स्तनों का न उभरना
  • क्लिटोरिस(भगशिश्न) में सूजन
  • आवाज में गहरापन
  • सेक्स की इच्छा में वृद्वि
  • पीरियड्स में अनियमितता
  • बालों का झड़ना
  • गम्भीर मुहांसे

इसके अलावा, एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स का उपयोग करने वाले दोनों पुरुष और महिलाएं में निम्न परेशानी वाली स्थितियाँ पैदा हो सकती हैं:

  • हार्ट अटैक या स्ट्रोक
  • लिवर एवं किडनी ट्यूमर
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • खून का थक्का जमना(ब्लड क्लाट)
  • कोलेस्टरोल बढ़ना
  • मनोवैज्ञानिक प्रभाव

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स का दुरुपयोग मानसिक और भावनात्मक प्रभाव भी डालता है, जो निम्न हैः

  • आक्रामक व्यवहार
  • अचानक मूड का बदलना
  • सनकी व्यवहार
  • भ्रम की स्थिति
  • किशोरों में विकास का कमजोर पड़ना

एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स के प्रयोग से किशोरावस्था में समय से पहले हड्डियाँ परिपक्व हो सकती हैं और अगर ऐसे लोग इनका सेवन करें जो प्यूबर्टी के सामान्य वृधि चक्र से नहीं गुज़रे हैं, उनमें, इन दवाओं के चलते हड्डियाँ समय से पहले बूढ़ी हो सकती हैं और इनका विकास सीमित हो सकता है।

लत

कई अन्य दवाओं की तरह एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स भी नशे की लत है। इसका मतलब है कि आप इसके आदि हो सकते हैं। ऐसे में आपको इसकी ज्यादा तलब लगती है और अगर आप इसे अचानक लेना बंद कर दें तो इन्हें दोबारा लेने की बहुत ज्यादा इच्छा पैदा होती है। इन दवाओं का उपयोग करने वाला, इन दवाओं के चलते अप्रिय शारीरिक दुष्परिणामों को जानने के बावजूद इनका सेवन करना जारी रखेगा । जब डॉक्टर किसी भी तरह की स्टेरॉइड्स दवाइयों को लिखते हैं तो वे इसकी डोज को धीरे-धीरे कम करने की सलाह देते हैं। अचानक इन दवाओं को लेना बंद करने पर निम्न लक्षण पैदा हो सकते हैं:

  • अवसाद और उदासीनता
  • बेचैनी
  • ध्यान केंद्रित न कर पाना
  • अनिद्रा
  • खाने की इच्छा ना होना
  • सेक्स की इच्छा में कमी
  • थकान
  • सिर दर्द
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द

मदद

अगर आपको लगता है कि आपको एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स की लत लग गई है तो आप किसी डॉक्टर के पास जाएं। आपको काउंसलर की जरूरत भी पड़ सकती है। एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स की लत का इलाज वैसे ही करना चाहिए, जैसे किसी दवा या शराब की लत को छुड़ाने के लिए किया जाता है।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।