हमारे खून में फॉस्फेट के स्तर को मापने के लिए एक टेस्ट फॉस्फेट टेस्ट करवाया जाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के खून में फॉस्फेट के स्तर को मापने के लिए अहम हो जाता है , जो लोग कुपोषित हैं (जो लोग अपने शरीर की मांगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त नहीं कर पाते हैं)।
इसके साथ ही फॉस्फेट टेस्ट, उन लोगों के लिए भी उपयोगी है , जिनका कीटोएसिडोसिस(ketoacidosis) का इलाज किया जा रहा हो। केटोएसिडोसिस(ketoacidosis) कभी-कभी मधुमेह वाले लोगों को प्रभावित करता है। जहां शरीर , इंसुलिन की कमी के चलते , हमारे खून में मौजूद ग्लूकोज को ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग नहीं कर पाता है । इंसुलिन एक हार्मोन है ,जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।
फॉस्फेट टेस्ट, पाचन तंत्र के विकारों की जाँच में भी मदद कर सकता है , जो फॉस्फेट, कैल्शियम और मैग्नीशियम के अवशोषण में हस्तक्षेप करते हैं।