डिजिटल रेक्टल परीक्षण (Digital rectal examination)

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रेक्टल परीक्षण क्या है? (What is a rectal examination?)

रेक्टल (rectal) परीक्षण एक तरह का शारीरिक परीक्षण है जिसके दौरान डॉक्टर या नर्स आपके गुदा (rectum) में उंगली डालकर असमानताओं का पता लगाते हैं।

कुछ लोगों को रेक्टल परीक्षण (rectal examination) करवाने में संकोच होता है लेकिन इसमें कुछ मिनट ही लगते हैं और यह आमतौर पर दर्दनाक नहीं होता है।

रेक्टल परीक्षण (rectal examination) कैसे होता है

इसके बारे में और पढ़ें।

इसका क्या उपयोग है? (What is it used for?)

रेक्टल परीक्षण (rectal examination) करवाने का एक सबसे सामान्य कारण होता है जब एक व्यक्ति को प्रोस्टेट ग्रन्थि (prostate gland) में किसी समस्या के होने का डर हो जो प्रोस्टेट बीमारी (

prostate disease
) या प्रोस्टेट कैंसर (
prostate cancer
) का संकेत हो सकता है।

अगर कोई व्यक्ति अपनी आंत की क्रिया में कोई परिवर्तन अनुभव कर रहा है जो पाचन तंत्र में गड़बड़ी का सूचक है तो रेक्टल परीक्षण (rectal examination) की ज़रूरत पड़ सकती है। इसमें निम्नलिखित बदलाव शामिल हैं:

प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland)

प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) एक छोटी ग्रंथि होती है जो केवल मर्दों में पाई जाती है। यह लिंग (penis) और मूत्राशय (bladder) के बीच पेलिव्स (pelvis) में होती है और एक ट्यूब जो यूरिन को मूत्राशय (bladder) से लिंग (pelvis) तक ले जाती है उसे घेरे रहती है; जिसे मूत्रमार्ग (urethra) कहते हैं।

गुदा (rectum) में उंगली डालकर इसकी जांच की जा सकती है। प्रोस्टेट (prostate) में परिवर्तन जैसे कि सूजन और कठोरता महसूस हो सकती है।

व्रिद्द्हवस्था में प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) का बढ़ना सामान्य है। यह मूत्राशय (bladder) और मूत्रमार्ग (urethra) पर दबाव डाल सकता है और इन लक्षणों का कारण बन सकता है

  • पेशाब करने में परेशानी
  • पेशाब के प्रवाह में रुकावट
  • पेशाब करने में दबाव लगाना
  • जल्दी-जल्दी पेशाब का लगना
  • रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना

बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्रंथि
के साथ रहना मुश्किल हो सकता है लेकिन स्वास्थ के लिए खतरा नहीं होता। हालांकि यह प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) के समान लक्षणों का कारण बनता है और रेक्टल परीक्षण (rectal examination) एक तरीका है जो बताता है कि इन लक्षणों का कारण बढ़ा हुआ प्रोस्टेट (prostate enlargement) है या प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer)।

प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) के कारण प्रोस्टेट की सतह कठोर और दानेदार हो जाती है जबकि प्रोस्टेट के बढ़ने पर (prostate enlargement) सतह पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

रेक्टल परीक्षण (rectal examination) प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) का पता लगाने का विश्वास प्रद तरीका नहीं है इसलिए यह सामान्यतः अन्य जांच जैसे कि खून की जांच (

blood test
) और बायोप्सी (
biopsy
) के द्वारा किया जाता है; जहां आगे की जांच के लिए प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) का नमूना लिया जाता है।

यह कैसे किया जाता है? (How it is performed)

आपके डॉक्टर या आंत के इलाज में विशेषज्ञ नर्स या विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा रेक्टल परीक्षण (rectal examination) किया जा सकता है।

सुविधा के लिए, रेक्टल परीक्षण करने वाले को आगे के लेख में आपके डॉक्टर से संदर्भित किया जाएगा।

बहुत से लोगों को रेक्टल परीक्षण करवाने में संकोच होता है, जिसके बारे में आपके डॉक्टर पूरी तरह जानते हैं। कुछ लोग रेक्टल परीक्षण को लेकर धार्मिक या सांस्कृतिक वजहों से संवेदनशील हो सकते हैं।

अगर आप महिला है तो महिला डॉक्टर और अगर आप पुरुष हैं तो पुरुष डॉक्टर के पास आपको रेक्टल परीक्षण के लिए जाना चाहिए या आप परीक्षण के दौरान अपने साथ अपने किसी दोस्त या किसी रिश्तेदार को ले जा सकते हैं। यदि आपकी कोई विशेष प्राथमिकता है तो अपने डॉक्टर को पहले बताएं।

अगर आपको कोई गम्भीर दर्द हो रहा है जो स्वास्थ्य समस्या का सूचक हो सकता है तो अपने डॉक्टर को बताएं। ऐसे मामले में लोकल एनेस्थेटिक देकर रेक्टल परीक्षण करने की ज़रूरत पड़ सकती है; जहां दवा का इस्तेमाल उस जगह को सुन्न करने के लिए किया जाता है।

रेक्टल परीक्षण की प्रक्रिया (The rectal examination procedure)

रेक्टल परीक्षण शुरू करने से पहले आपको नीचे के कपड़े उतारने के लिए कहा जाएगा। आपके डॉक्टर आपको पर्दे के पीछे कपड़े बदलने की सलाह दे सकते हैं या वे आपके कहने पर रूम से बाहर जा सकते हैं।

आपको काउच पर घुटनों को अपनी छाती तक मोड़कर अपनी बायीं तरफ लेटने के लिए कहा जाएगा। कुछ मामलों में औरतों को अपनी पीठ के बल लेटने के लिए कहा जा सकता है और उनके दोनों पैरों को कुंडे से उठाया और सहारा दिया जा सकता है।

आपके डॉक्टर सावधानीपूर्वक आपके मलाशय (anus) की जांच शुरू कर सकते हैं। वे निम्नलिखित असमानताओं के लिए आपकी जांच करेंगे:

  • मसा (warts)
  • चकत्ते (rashes)
  • गुदा और मलाशय के आस-पास की धमनियों में सूजन जैसे कि हेमोरोइड्स (
    haemorrhoids
    ) या बवासीर (piles)
  • गुदा में चोट, एक गुदा विदर (
    anal fissure
    ) के रूप में जाना जाता है

आपके डॉक्टर अपने एक हाथ में दस्ताना पहनकर अपनी एक उंगली पर जेल या लुब्रिकेंट का प्रयोग करेंगे। फिर वो धीरे-धीरे अपनी उंगली को आपके मलाशय (anus) से होते हुए गुदा (rectum) में डालेंगे। आप परीक्षण की इस स्थिति में दर्द और असहजता महसूस कर सकते हैं।

रेक्टल परीक्षण के दौरान आपको अपने गुदा को उनकी उंगली के चारों ओर दबाने के लिए कहा जाएगा; इससे वह ये जान सकते हैं कि आपके गुदा (rectum) और आंत (bowels) की मांसपेशियां ठीक से काम कर रही हैं कि नहीं।

अगर आप मर्द हैं तो आपके डॉक्टर कठोरता से आपकी प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) को दबा सकते हैं। एक स्वस्थ प्रोस्टेट छूने पर नर्म होता है। इससे वह आपके प्रोस्टेट के पास की कोई कठोर या ढेलेदार जगह की जांच कर सकेंगे। यह प्रोस्टेट बीमारी (prostate disease) जैसे कि प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) का सूचक हो सकता है।

प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) को दबाना कष्ट नहीं देता है हालांकि ये आपको पेशाब करने जैसा महसूस कराता है। अगर प्रोस्टेट में कोई संक्रमण है तो प्रोस्टेट को दबाने पर नरम महसूस हो सकता है।

रेक्टल परीक्षण के बाद क्या होता है? (What happens after a rectal examination)

रेक्टल परीक्षण (rectal examination) में आमतौर पर एक से पांच मिनट का समय लग सकता है, यह आपके डॉक्टर पर निर्भर करता है कि उन्हें कुछ असामान्य मिलता है या नहीं।

एक बार जब रेक्टल परीक्षण (rectal examination) पूरा हो जाता है तब आपके डॉक्टर अपनी उंगली मलाशय (anus) से बाहर निकाल लेंगे। आपकी गुदा (rectum) से थोड़ी मात्रा में खून निकल सकता है, विशेष रूप से अगर आपको हेमोरोइड्स (haemorrhoids) है।

आपके डॉक्टर गुदा (rectum) पर लगे किसी भी जेल या खून को साफ कर देंगे और रूम खाली कर देंगे जिससे आप अकेले में कपड़े बदल सकें।

जब आप कपड़े पहन लेंगे तब रेक्टल परीक्षण (rectal examination) के परिणाम पर चर्चा करने के लिए डॉक्टर वापस आएंगे।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।