सेक्सुअल एडवाइस एसोसिएशन (Sexual Advice Association) के अनुसार, युवा और मध्यम आयु वर्ग की लगभग एक-तिहाई महिलाओं और अधिक उम्र की आधी से ज़्यादा महिलाओं को यौन समस्याएं प्रभावित करती हैं।
समस्याओं में हो सकते हैं :
- इच्छा का खत्म होना
- चरम सुख(ओर्गास्म) प्राप्त करने में समस्याएं
- यौन संबंध के दौरान दर्द होना
यौन समस्याओं के पीछे के कारणों की पहचान के लिए शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारणों का ध्यान रखना होता है, और साथ ही एक महिला के उसके साथी के साथ कैसे संबंध हैं , यह भी इसमें शामिल होता है।
इच्छा
कुछ महिलाओं को जीवन के कुछ खास पड़ावों, जैसे गर्भावस्था के दौरान, संतान होने के बाद या तनाव के समय में इच्छा का खत्म होना, कामेच्छा में कमी आने का अनुभव होता है पर कुछ महिलाएं इसे हर समय महसूस करती हैं।
कामेच्छा में कमी होने के बहुत से शारीरिक या मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते हैं , जिनमे शामिल हो सकते हैं :
- संबंधों में परेशानियां
- अवसाद
- कोई पहला मानसिक या शारीरिक आघात या ट्रॉमा (trauma)
- थकान
- हॉर्मोन्स का असंतुलन
- अत्यधिक शराब और ड्रग्स का सेवन करना
- कुछ खास दवाएँ
अगर स्त्री के प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन ((testosterone) स्तर में गिरावट आती है तो भी कामेच्छा में कमी आ सकती है। टेस्टोस्टेरोन (testosterone) अंडाशय (ovaries) और अधिवृक्क ग्रंथियों(adrenal glands) में पैदा होता है, इसलिए अगर इनको शरीर से हटा दिया जाता है या फिर ये अंग ठीक से काम नहीं करते तो इसके स्तर में कमी आ जाती है।
चरम
इसको दो प्रकारों में बांटा जा सकता है :
प्राइमरी - जब किसी स्त्री को पहले चरम सुख (ओर्गास्म) प्राप्त हुआ ही नहीं हो
सेकंडरी -- जब किसी स्त्री को पहले पहले चरम सुख (ओर्गास्म) प्राप्त होता था, पर अब नहीं होता
कुछ स्त्रियों को यौन क्रिया के आनंद के लिए चरम सुख(ओर्गास्म) की जरूरत नहीं होती है, परन्तु कुछ स्त्रियों और उनके साथी के लिए चरम सुख (ओर्गास्म) को प्राप्त करने में असफलता एक समस्या बन सकती है।
स्त्री को रति-क्षण की प्राप्ति क्यों नहीं हो रही, इसके कारणों में शामिल हैं :
- यौन क्रिया के बारे में जानकारी नहीं होना या फिर इससे डरना
- शर्म या हिचकिचाहट त्यागने में असमर्थता
- पर्याप्त उत्तेजना नहीं होना
- संबंधों में परेशानी
- मन के विकार/ मूड डिसऑर्डर्स - जैसे अवसाद
- कोई पहला दर्दनाक यौन अनुभव
क्लाइटोरिस(clitoris) में रक्त और नसों की आपूर्ति को प्रभावित करने वाली कुछ खास मेडिकल स्थितियों के ऊपर शोध चल रहा है ताकि पता चल सके कि क्या ये ओर्गेस्म या चरम सुख (ओर्गास्म) प्राप्ति को प्रभावित करती है।
पढ़ें, चरम सुख (ओर्गास्म) क्या है? और जानने के लिए।
यौन-मनोचिकित्सा थेरेपी (सेक्स थेरेपी) महिला की चरम सुख (ओर्गास्म) को पाने की दिक्क्त पर काबू पाने में मदद कर सकती है। इसमें उसके यौनसंबंध के बारे में विचार , उसके संबंध और उसके खुद के बारे में जानना शामिल है।
जानिए सेक्स-थेरेपिस्ट क्या करते हैं।
यौन
वैजिनिज़्मस (Vaginismus)
यौन क्रिया के दौरान दर्द होना - जिसे डिस्परेयूनिया (gyspareunia) कहते हैं - वैजिनिज़्मस (Vaginismus)
का नतीजा हो सकता है।
वैजिनिज़्मस (Vaginismus) तब होता है जब योनि के अंदर और चारों तरफ की मांस-पेशियाँ ऐंठने लगती हैं और यौन संबंध स्थापित करना दर्दनाक या असम्भव हो जाता है। यह बहुत परेशान और विक्षुब्ध (खीज पैदा करने वाला) करने वाला हो सकता है।
यह तब हो सकता है अगर स्त्री यौन क्रिया को दर्द या "गलत" होने से जोड़ती है , या उसे योनि की कोई चोट या आघात रहा हो जैसे प्रसव या एपिसियोटमी (episiotomy)।
यह संबंधों की समस्याओं, गर्भावस्था के डर से भी पैदा हो सकता है या योनि और उसके आस-पास के हिस्से में दर्द के कारण भी सम्भव है ।
इसका उपचार यौन शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके, परामर्श के द्वारा और वजाइनल ट्रेनर्स (vaginal trainers) जिनको वजाइनल डाइलेटर्स (vaginal dilators) कहते है, के इस्तेमाल से जा सकता है।
रजोनिवृत्ति के बाद यौन संबंध
रजोनिवृत्ति के बाद यौन क्रिया में दर्द होना आम है क्योंकि एस्ट्रोजन (oestrogen) का स्तर गिर जाता है और योनि सूखी महसूस होती है।
यह एक स्त्री के यौन क्रिया की इच्छा को प्रभावित कर सकता है, लेकिन ऐसी लुब्रिकेशन क्रीम मौजूद हैं जो मददगार हो सकती हैं I अपने डॉक्टर या दवा विक्रेता से सम्पर्क करें।
रजोनिवृत्ति के बाद यौन संबंध बनाने के बारे में और जानेंI
फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन (महिला जननांग विघटन)
जिन स्त्रियों ने फीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन (एफजीएम्, female genital mutilation (FGM))का अनुभव किया है वो यौन क्रिया को दर्दनाक और मुश्किल पा सकती हैं।
एफजीएम् (FGM) में स्त्री के जननांगों को जानबूझकर काटा, या बदल दिया जाता है या चोट पहुंचाई जाती है, पर ऐसा करने के पीछे कोई मेडिकल कारण नहीं होता।
यह घटी हुई कामेच्छा और आनंद की अनुभूति में कमी के रूप में सामने आता है।
अगर आपको कोई ऐसी यौनक्रिया संबंधी परेशानी है जो आपको लगता है कि एफजीएम् (FGM) के कारण है तो आपको अपने डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी से बात करनी चाहिए क्योंकि वो आपको किसी ऐसे थेरेपिस्ट के पास भेज सकते हैं जो मदद कर सकता है।
मदद
यह जानने के लिए कि यौन समस्या क्यों हो रही है और इसे कैसे ठीक करना है, डॉक्टर, नर्स या थेरेपिस्ट आपसे आपके मेडिकल, यौन संबंधों और सामाजिक इतिहास के बारे में सवाल पूछेंगे।
आपके डॉक्टर या नर्स अंदरूनी चिकित्सीय स्थितियों के बारे में जानने के लिए जांच कर सकते हैं।
अगर आपकी समस्या टेस्टोस्टेरोन (testosterone) या एस्ट्रोजन (oestrogen) जैसे हॉर्मोन्स की कमी से जुडी है तो हॉर्मोन रिप्लेस्मेंट थेरेपी (एचआरटी, hormone replacement therapy (HRT)) मदद कर सकती है।
अन्य स्थितियों जैसे डायबिटीज़ या अवसाद / डिप्रेशन का इलाज भी यौन समस्याओं को बढ़ा सकता है।
सेक्स थेरेपी
सेक्सुअल थेरेपी मदद कर सकती है। अपने साथी से अपनी समस्या के बारे में बात करें, और एक साथ मिलकर किसी थेरेपिस्ट या परामर्शदाता से मिलें। शर्माएं नहीं। बहुत लोग यौन समस्याओं से जूझते हैं और मदद पाने के तरीके हैं।
डॉक्टर आपको किसी थेरेपिस्ट के पास भेज सकते हैं, या आप किसी से व्यक्तिगत रूप से मिल सकते हैं। ऐसे थेरेपिस्ट को ढूढें जो 'यौन-क्रिया और संबंध के थेरेपिस्ट' कॉलिज का सम्मानित सदस्य हो।
इसका अर्थ होगा कि वो पूर्णतः काबिल होगा और यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले शारीरिक , मनोवैज्ञानिक और चिकित्सीय कारकों के बारे में सलाह देने में सक्षम होगा।
अगर जरूरत पड़ी तो वे आपको एक अन्य डॉक्टर के पास भेज सकते हैं जो आवश्यक परीक्षण कर सके।
अधिक जानकारी
सेक्सुअल एडवाइस एसोसिएशन (Sexual Advice Association) यौन स्वास्थ्य के तथ्यों की सूची देती है जिसमे कामेच्छा में कमी से लेकर 'उम्र बढ़ने और यौनक्रिया' तथा आपके डॉक्टर से यौन समस्याओं के बारे में बात करना भी शामिल है।
यौन क्रिया के कुछ बढ़िया उपायों के बारे में यह जानने के लिए पढ़ें कि आप को क्या पसंद है और आपके लिए क्या बेहतर काम करता है।
अपने निकट की यौन स्वास्थ्य सेवाओं को पाएं ।