रजोनिवृत्ति के सबसे आम लक्षणों में एक है बहुत ज्यादा गर्मी लगना और पसीना आना।। हालांकि इस गर्मी को मात देने के लिए कई प्रकार के मेडिकल उपचार और स्व-सहायता तकनीक उपलब्ध है।
रजोनिवृत्ति के सबसे आम लक्षणों में एक है बहुत ज्यादा गर्मी लगना और पसीना आना।। हालांकि इस गर्मी को मात देने के लिए कई प्रकार के मेडिकल उपचार और स्व-सहायता तकनीक उपलब्ध है।
ऐसा जरूरी नहीं है कि हर महिला को रजोनिवृत्ति के दौरान बहुत ज्यादा गर्मी लगने के अनुभव से गुजरना पड़े। हालांकि अधिकांश महिलाओं को यह समस्या होती है। चार में से तीन महिलाओं को इस समस्या से दो चार होना पड़ता ही है। इसकी विशेषता है कि इससे गुजर रही महिलाओं में अचानक से गर्मी की भावना जगती है , जिससे उन्हें घबराहट, पसीना आना या चमड़ी का लाल हो जाना जैसी परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है । हर महिला में इसकी गंभीरता अलग अलग हो सकती है ।
जहां कुछ महिलाओं को ऐसी स्थिति में कभी कभी गर्मी लगती है और जो असल में उन्हें जरा भी परेशान नहीं करती। वहीं अन्य महिलाएं एक दिन में 20 से ज्यादा बार बहुत ज्यादा गर्मी लगने की शिकायत करती हैं, जो उनके लिए असुविधाजनक, विघटनकारी और शर्मनाक हैं।
आमतौर पर आपके अंतिम पीरियड (रजोनिवृत्ति,) के बाद भी हॉट फ्लैशेस कई वर्षों तक जारी रह सकते हैं । लेकिन कुछ महिलाओं को यह कई कई सालों तक प्रभावित कर सकती है। आपकी उम्र के 70 या 80वें दशक में भी आप इससे परेशान हो सकती हैं। ऐसा संभवतः शरीर के तापमान नियंत्रण को प्रभावित करने वाले हार्मोन परिवर्तन के कारण होता हैं।
प्राकृतिक रजोनिवृत्ति से गुजरने वाली अधिकांश महिलाएं हॉट फ्लैशेस का अनुभव करती हैं, लेकिन ऐसी स्थिति के लिए कई अन्य कारण भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
महिलाएं अक्सर हॉट फ्लैश को बहुत तेज गर्मी के एक असहज एहसास के रूप में वर्णित करती हैं जो आपके पूरे शरीर फैलता है और जो कई मिनटों तक रहता है। वहीं दूसरों का कहना है कि यह स्थिति बिल्कुल सूरज के नीचे आपके बिस्तर को लगाने से होने वाली असुविधा के जैसा है, एक भट्टी की तरह गर्म महसूस करना 'या जैसे किसी ने पेट का दरवाजा खोल दिया हो और उसमें गर्म कोयला डाल दिया हो।
ये वीडियो देखें जहां महिलाओं का वर्णन है कि हॉट फ्लैश में कैसा लगता है ।
हॉट फ्लैशेस बिना किसी चेतावनी दिए आ सकते हैं। यह दिन या रात में कभी भी हो सकते हैं। हालांकि इसके कुछ जाने-माने उत्प्रेरक (ट्रिगर) हैं, जिनमें शराब या कॉफी पीना , तनाव महसूस करना या मसालेदार भोजन करना।
कई महिलाएं रजोनिवृत्ति से संबंधित हॉट फ्लैशेस की समस्या के साथ ही जीना सीखती हैं, लेकिन अगर यह सही में आपको बहुत परेशान किए हुए हैं और दिन-प्रतिदिन इससे आपका जीवन प्रभावित हो रहा है तो अपने डॉक्टर से उन उपचारों के बारे में बात करें जो मदद कर सकते हैं।
इस स्थिति से पूरी तरह से छुटकारा दिलाने में सबसे प्रभावी उपचार एचआरटी (HRT) है।। लेकिन कुछ अन्य दवाएं भी इसमें मदद कर सकती हैं, जिसमें विटामिन ई की खुराक, कुछ एंटीडिप्रेसेंट (antidepressants) और गैबापेंटिन (gabapentin) नामक दवा शामिल है, जिसको आमतौर पर दौरे का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है।
ध्यान दें कि यदि आप हार्मोन पर निर्भर कैंसर जैसे स्तन या प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हैं तो डॉक्टर सलाह देते हैं कि आप एचआरटी (HRT) न लें।
अपने डॉक्टर से हॉट फ्लैशेस की स्थिति में मदद के बारे में अधिक जानकारी यहाँ दी गई है।
महिलाएं अक्सर अपने हॉट फ्लैशेस के प्राकृतिक इलाज के लिए अतिरिक्त उपचारों का इस्तेमाल करती हैं।
छोटे अध्ययनों से संकेत मिलता है कि एक्यूपंक्चर, सोया, काला कोहोश, लाल तिपतिया घास, पाइन छाल पूरक, फोलिक एसिड, और ईव्निंग प्रिमरोज़ तेल बहुत ज्यादा गर्मी लगने की इस स्थिति में मददगार साबित हो सकते हैं।।
हालांकि, इन पर शोध अपूर्ण है और इन उत्पादों की गुणवत्ता में काफी अंतर हो सकता है।और इन उपचारों की दीर्घकालिक सुरक्षा अभी तक ज्ञात नहीं है।
अतिरिक्त चिकित्सा लेने से पहले अपने चिकित्सक को यह बताना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। (उदाहरण के लिए काले कोहोश से लीवर को नुकसान बताया गया है) या पर्चे की दवाओं के साथ बुरी तरह से मिश्रण (लाल क्लोवर थक्कारोधी लेने वाली महिलाओं के लिए अनुपयुक्त है)।
सावधान रहें कि सोया और लाल तिपतिया घास में प्लांट एस्ट्रोजन (estrogen) होते हैं तो उन महिलाओं के लिए असुरक्षित हो सकते हैं, जिन्हें स्तन कैंसर हुआ है।
अतिरिक्त चिकित्सा के बारे में और पढ़ें कि क्या वे काम करते हैं।
बहुत ज्यादा गर्मी की स्थिति में इन उपायों को रोजमर्रा में आजमाएं -
हॉट फ्लैशेस आमतौर पर रजोनिवृत्ति का एक ऐसा लक्षण है जो हानिरहित है। लेकिन कभी-कभी वे रक्त कैंसर या कार्सिनॉइड (
) (एक प्रकार का न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर) का संकेत हो सकते हैं ।अपने डॉक्टर के पास जाएं अगर आपमें बहुत ज्यादा गर्मी लगने की इस समस्या के साथ अन्य परेशानियां भी हो रह हैं, जैसे कमजोरी आना , दस्त या बहुत ज्यादा वजन कम होना ।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।