जोड़ों का दर्द (joint pain)

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जोड़ों का दर्द (joint pain) बहुत से संभावित कारणों से होने वाली एक सामान्य समस्या है - लेकिन ये आमतौर पर चोट या अर्थराइटिस (arthritis) का परिणाम होता है।

इस पेज पर दी हुई जानकारी और सलाह का इस्तेमाल किसी भी चिकित्सीय स्थिति का खुद से पता लगाने के लिए नहीं करना चाहिए, लेकिन आपके दर्द का कारण क्या है और आपको क्या करना चाहिए इसकी जानकारी यहाँ उपलब्ध है।

यहाँ निम्न स्थितियों के बारे में बताया गया है:

  • बस एक जोड़ में दर्द
  • बहुत से जोड़ों में दर्द

बस एक जोड़े में दर्द (Pain in just one joint)

सभी जोड़ों में से घुटनों के जोड़ सबसे जल्दी खराब होते है और दर्द के प्रति बेहद संवेदनशील भी होते हैं। लेकिन घुटनों का दर्द हमेशा जोड़ों की समस्या नहीं होता है।

घुटने के दर्द
के सबसे सामान्य कारणों और इस पर आपको क्या करना चाहिए, इस बारे में और पढ़ें

एकल जोड़े के दर्द के सबसे सामान्य और असाधारण कारणों के बारे में नीचे बताया गया है।

ऑस्टियो अर्थराइटिस (ostheoarthritis) की गंभीर स्थिति

बुजुर्गों में यदि जोड़ों का दर्द बढ़ जाए तो यह ऑस्टियो अर्थराइटिस का संकेत है। यह एक या ज़्यादा जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। ऑस्टियो अर्थराइटिस (ostheoarthritis) के लक्षणों के बारे में और पढ़ें।

ऑस्टियो अर्थराइटिस दर्द और जोड़ों की अकड़न का कारण बनता है यह हड्डियों के सुरक्षात्मक सतह को नुकसान पहुँचाता है और जोड़ों के चारो तरफ़ के ऊतकों (tissues) में हल्की सूजन का कारण बनता है।

कभी-कभी यह जवान लोगों को प्रभावित करता है जिनका वज़न ज़्यादा होता है या उनको जिनको पहले जोड़ों में गंभीर चोट लगी हो।

अगर आपको लगता है कि यही आपके जोड़ों के दर्द का कारण है तो आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए

जोड़ों की परत की सूजन (inflammation of the joint lining)

अगर आपके जोड़ों में चोट लगी हो और उनमें दोबारा दर्द उठ रहा हो तो इसका कारण जोड़ों और टेंडनों के ऊतक की पतली परत पर आई सूजन हो सकती है – इस स्थिति को ट्रॉमेटिक सिनोवाइटिस (traumatic synovitis) कहा जाता है। यह आमतौर पर किसी लालपन या जलन का कारण नहीं बनती है।

आपको घर पर ही एन्टी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatories) और आइस पैक की सहायता से चोट संबंधी सूजन कम करने में समर्थ होना चाहिए।

गाउट (gout) या सूडोगाउट (pseudogout)

अगर जोड़ों के ऊपर की त्वचा गर्म और लाल हो जाती है और बार-बार दर्द होता है तो इसका कारण गाउट (gout) या सूडोगाउट (pseudogout) हो सकता है जो अर्थराइटिस के प्रकार हैं।

गाउट शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण होता है। ऐसा तब होता है जब किडनी इसे ठीक से बाहर नहीं निकालती या यह बहुत अधिक मात्रा में बनने लगता है।

अगर इसका स्तर बहुत ज़्यादा हो जाता है तो जोड़ों में क्रिस्टल बनने लगते हैं। क्रिस्टल के कारण जोड़ों में सूजन और दर्द होता है। आप बहुत मुश्किल से अपने जोड़ों को हिला सकते हैं और आपको हल्का बुखार भी हो सकता है।

गाउट किसी अन्य जोड़ को प्रभावित करने से पहले अँगूठे के जोड़ पर असर डालता है। गाउट का ठीक से पता लगाना बहुत ज़रूरी है जिससे भविष्य में होने कठिनाइयों और विकलांगता को रोका जा सके।

सुडोगाउट, गाउट की ही सामान्य स्थिति होती है जिसमें कैल्शियम के क्रिस्टल जोड़ों के आसपास जमा हो जाते हैं। हालांकि गाउट (gout) से अलग सुडोगाउट पहले घुटने के जोड़ों को प्रभावित कर सकता है।

अगर आपको लगता है कि आपको इनमें से कोई भी समस्या है तो डॉक्टर को दिखाएं।

नीकैप (kneecap) के पीछे कार्टिलेज (cartilage) को नुकसान पहुँचना

घुटनों का ऐसा दर्द जो सीढियां चढ़ने उतरने पर और भी अधिक बढ़ जाता है, नी कैप (knee cap) के खराब होने का संकेत हो सकता है। इस स्थिति को कोंड्रोमलेसिया पटेला (chondromalacia pattellae) कहते हैं। इसके कारण घुटनों के चारों ओर कोई लालपन या जलन नहीं होती है।

इसके होने का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह घुटनों के ज्यादा प्रयोग से संबंधित हो सकता है।

आप खुद ही एन्टी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatories), आइस पैक और बाकी चीज़ों की सहायता से इस परेशानी का इलाज कर सकते हैं।

जोड़ों के बीच की जगह खून बहना (bleeding into the joint space)

अगर आपको हाल ही में घुटनों के जोड़ों में चोट लगी है जैसे कि टॉर्न लिगामेंट (torn ligament) या घुटने का फ्रैक्चर (knee fracture) तो यह आपके जॉइंट स्पेस से खून बहने का कारण बन सकता है। इसे हैमरथ्रोसिस (haemarthrosis) के नाम से जानते हैं।

एंटीकॉगुलैंट (anticoagulants) जैसे कि वार्फ़रिन (warfarin) का सेवन करने वाले लोगों के साथ यह होने की अधिक संभावना है।

हैमरथ्रोसिस (haemarthrosis) के लक्षणों में चोट के तुरंत बाद घुटनों में सूजन, कठोरता व घाव बनना शामिल है।

अगर आपका घुटना बहुत सूजा हुआ है तो आपको इलाज के लिए तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।

कम सामान्य कारण

घुटनों में अचानक दर्द इन कम सामान्य कारणों से हो सकता है:

  • फ्रैक्चर (fracture): (टूटा हाथ या कलाई (broken arm or wrist), टूटे पैर (broken leg),
    टूटे टखने
    (broken ankle) या
    कूल्हे के फ्रैक्चर
    (hip fracture) के बारे में पढ़िए)
  • रिएक्टिव अर्थराइटिस (reactive arthritis): जो आमतौर पर संक्रमण के कारण होता है और युवाओं को अधिक प्रभावित करता है
  • सोरियाटिक अर्थराइटिस (psoriatic arthritis): एक प्रकार का अर्थराइटिस (arthritis) जो सोरायसिस (psoriasis) से ग्रस्त लोगों में 5 में से 1 को प्रभावित करता है
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस
    (rheumatoid arthritis): यह समस्या एक ही जोड़ में शुरू हो सकती है, इसके चलते दर्द आता-जाता राहत है।
  • ऑसगुड-श्लेटर बीमारी (Osgood-schlatter's disease) घुटने के कैप (knee cap) के नीचे की हड्डी पर सूजन और कोमलता का होना

दुर्लभ कारण हो सकते हैं:

  • सेप्टिक अर्थराइटिस
    (septic arthritis): एक गंभीर स्थिति जो दर्दनाक, गर्म और सूजे हुए जोड़ों का कारण बनती है, इसकी वजह से आपका हिलना-डुलना भी मुश्किल हो सकता है और कुछ मामलों में बुखार भी आ सकता है - ऐसी स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं या फिर अपने नज़दीकी अस्पताल के इमरजेंसी रूम में जाएं
  • हीमोफीलिया (haemophilia): एक वंशनुगत स्थिति जो खून का थक्का बनने को प्रभावित करती है
  • ट्रॉपिकल संक्रमण (tropical infection)
  • कैंसर (cancer)
  • हड्डी में दरार आना - एवस्कुलर नेक्रोसिस (avascular necrosis) - खून की आपूर्ति में कमी के कारण
  • जोड़ों का बार बार जगह बदलना

बहुत से जोड़ों में दर्द होना (Pain in many joints)

ऑस्टियो अर्थराइटिस (osteoarthritis)

बूढ़े लोगों में जोड़ो के दर्द का सबसे सामान्य कारण ऑस्टियो अर्थराइटिस (osteoarthritis) है। यह एक या अधिक जोड़ों पर असर डाल सकता है।

ज़्यादातर लोगों को इसी समय रूमेटाइड अर्थराइटिस (rheumatoid arthritis) भी हो सकता है।

ऑस्टियो अर्थराइटिस (osteoarthritis) के लक्षणों के बारे में पढ़ें।

रूमेटाइड अर्थराइटिस (rheumatoid arthritis)

रूमेटाइड अर्थराइटिस
(rheumatoid arthritis) एक अन्य तरह का अर्थराइटिस है जिसके कारण जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। सबसे सामान्य रूप से हाथों, पैरों और कलाई में ।

शुरुआती चरणों में दर्द आता-जाता रहता है, साथ ही यह लंबे अंतराल में प्रभावित करता है।

इसमें थका हुआ और सामान्य रूप से बीमार महसूस कर सकते हैं।

रूमेटाइड अर्थराइटिस (rheumatoid arthritis) के लक्षणों
के बारे में और पढ़ें।

सोरियाटिक अर्थराइटिस (psoriatic arthritis)

एक प्रकार का अर्थराइटिस जो

सोरायसिस
(psoriasis) वाले लोगों में 5 में से 1 को प्रभावित करता है। इस प्रकार का अर्थराइटिस अप्रत्याशित होता है लेकिन इसका बढ़ना इलाज द्वारा रोका जा सकता है।

अन्य अर्थराइटिस की तरह ही इसका मतलब है आपके एक या अधिक जोड़ों में सूजन हो सकती है, वे सूजे हुए, कठोर, दर्दनाक और हिलाने में मुश्किल हो सकते हैं।

वायरल संक्रमण जिसके कारण अर्थराइटिस होता है

उदाहरण जैसे कि वायरल हेपटाइटिस (viral hepatitis जिसमें वायरस के कारण जिगर में सूजन हो जाती है) और रुबेला (rubella) एक वायरल संक्रमण जो बच्चों में आम है। ये दोनों बीमारियाँ भी जोड़ों में दर्द और बुखार का कारण बन सकती हैं।

जुड़े हुए ऊतक की बीमारी (a disease of the connective tissue)

जोड़ों के दर्द का बढ़ना कभी-कभी ऐसी बीमारी का लक्षण बनता है जो शरीर के लगभग सभी अंगों पर असर डाल सकती है जैसे कि:

  • लुपस (lupus): जिसमें शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र गलती से स्वस्थ सेल, ऊतकों और अंगों पर हमला करने लगता है
  • स्क्लेरोडर्मा (scleroderma): जहां शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र त्वचा के अंदर जुड़े हुए ऊतकों पर हमला करने लगता है, जिससे त्वचा कठोर और मोटी बन जाती है

कम सामान्य कारण (Less common causes)

व्यापक रूप से जोड़ों का दर्द आमतौर पर इन कारणों से हो सकता है

  • एक खास तरह का अर्थराइटिस (a rare type of arthritis): जैसे कि एनकल्योंसिंग स्पॉन्डिलिटिस (anklyosing spondylitis), जुवएनाइल अर्थराइटिस (juvenile arthritis) या रिएक्टिव अर्थराइटिस (reactive arthritis)
  • Behçet’s syndrome: एक खास और ठीक से ना समझी जाने वाली स्थिति जिसके कारण धमनियों (blood vessels) में सूजन हो जाती है।
  • Henoch-Schönlein purpura: एक खास स्थिति जो आमतौर पर बच्चों में देखी जाती है जिसके कारण धमनियों में सूजन आ जाती है।
  • कैंसर (cancer)
  • कुछ इलाज जिसमें स्टेरॉयड थेरेपी और हाइड्रालाज़ाइन (hydralazine) शामिल है।
  • hypertrophic pulmonary osteoarthropathy: एक खास बीमारी जो उंगलियों के क्लबिंग के कारण होती है और फेफड़ों के कैंसर वाले लोगों देखने को मिलती है।
  • sarcoidosis: एक खास स्थिति जिसके कारण अंगों पर उतकों के छोटे पैच बनने लगते हैं।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।