आँखों का लाल होना (eye redness) खतरनाक हो सकता है लेकिन यह सामान्यतः कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) या आंख की किसी छोटी समस्या का संकेत है। अगर यह दर्दनाक है तो समस्या गंभीर हो सकती है। इस मामले में सलाह के लिए आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
आँखों का लाल होना (eye redness) खतरनाक हो सकता है लेकिन यह सामान्यतः कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) या आंख की किसी छोटी समस्या का संकेत है। अगर यह दर्दनाक है तो समस्या गंभीर हो सकती है। इस मामले में सलाह के लिए आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
अगर आपकी आँख लाल है और उसमें दर्द है या आपको ऐसे कोई लक्षण हैं जिसमें दिखना कम होना, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, गंभीर सिरदर्द या मिचली (nausea) शामिल है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
इस पेज का उद्देश्य आपकी लाल आँखों के लिये अच्छा सुझाव देना है। हालांकि इसका इस्तेमाल अपनी स्थिति का खुद से पता लगाने के लिए नहीं करना चाहिए। ठीक से पता लगाने के लिए और इलाज के लिए हमेशा अपने डॉक्टर को दिखाएं।
दर्दरहित लाल आंख का सामान्य कारण कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) है और अगला सबसे बड़ा कारण धमनियों (blood vessels) का फटना है।
कजंक्टिवा (conjunctiva) में होने वाली सूजन और परेशानी को कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) कहते हैं। झिल्ली की एक पतली परत जो आँखों कि पुतली (eyeball) और पलकों (eyelids) के अंदर की सतह को ढकती है। इससे आंख की धमनियाँ (blood vessels) सूज जाती हैं, जिससे आंख खून की तरह दिखती है और किरकिरा महसूस करती है।
कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) क्लोरीन (chlorine) या धूल जैसे उत्तेजक या पराग से एलर्जी के कारण हो सकता है।
एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस (allergic conjunctivitis) दोनों आंखों पर असर डालती है और बहुत खुजली होती है। जबकि वायरल कंजक्टिवाइटिस (viral conjunctivitis) एक आंख पर असर डालती है जिससे पानी रिसने लगता है। और कुछ दिनों में दूसरी आंख लाल हो जाती है। वायरल कंजक्टिवाइटिस (viral conjunctivitis) बहुत से मामलों में
से होता है। बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस (bacterial conjunctivitis) में आमतौर पर आँख से चिपचिपा रिसाव होता है और आँख के चारो ओर पपड़ी बन जाती है।आपका इलाज आपके कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) के प्रकार पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में किसी भी इलाज की ज़रूरत नहीं पड़ती है। लेकिन आपको कुछ आईड्रॉप लिखे जा सकते हैं। आप घर बैठे सामान्य तरीक़ों से अपने लक्षणों से आराम पा सकते हैं:
तनाव (straining) या खांसी (coughing) कभी-कभी आंख की सतह पर धमनियों (blood vessels) के फटने का कारण बन सकती है, जिससे एक साफ लाल धब्बा हो सकता है। इसे सबकन्जक्टिवल हैमरेज (subconjunctival hemorrhage) कहा जाता है
यह खतरनाक हो सकता है अगर आप
(aspirin) या (warfarin) जैसी दवाएं ले रहे हैं। ये खून के थक्के बनने की क्षमता को कम करते हैं, जो लालिमा को बढ़ा सकते हैं लेकिन ये कुछ हफ़्तों में अपने आप ठीक हो जाते हैं।अगर आपकी लाल आँख में दर्द हो रहा है और आपको अन्य लक्षण हैं जैसे कि दिखना बन्द हो जाना (loss of vision) तो इनमें से एक कारण हो सकता है
आइरिटिस (iritis)
आँख की पुतली में हुई सूजन को आइरिटिस (iritis) कहते हैं। इसे एंटीरियर यूवाइटिस (anterior uveitis) के नाम से भी जानते हैं। आमतौर पर इसके होने का कारण नहीं पता चला है लेकिन यह कभी कभी अंदरूनी समस्या या संक्रमण के कारण हो सकता है।
जैसे कि लाल आँख होने पर आप देख सकते हैं कि आपकी आँख रोशनी के प्रति ज़्यादा संवेदनशील हो सकती है। आपको सिरदर्द (headache) हो सकता है और आपकी नज़र धुंधली हो सकती है।
आइरिटिस (iritis) का इलाज आसानी से हो जाता है और शायद ही कभी गंभीर समस्या का कारण बनती है।
एक्यूट ग्लुकोमा (acute glaucoma) एक गंभीर स्थिति है जिसमें अचानक आँखों की पुतली (eyeball) पर दबाव पड़ने लगता है। आँख में संभवतः गंभीर रूप से दर्द हो सकता है, पानी का रिसाव हो सकता है और आप बीमार महसूस कर सकते हैं और आपको रोशनी के चारो ओर धब्बे दिख सकते हैं। आपकी नज़र धुंधली हो सकती है।
अगर आपके डॉक्टर को लगता है कि आपको एक्यूट ग्लुकोमा (acute glaucoma) है तो वह तुरंत आपको आँख विशेषज्ञ (opthalmologist) के पास भेज सकते हैं।
कॉर्नियल अल्सर (corneal ulcer) आमतौर पर बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण होता है और ऐसा लगता है जैसे आपकी आँख में कोई कण है । बैक्टीरियल कॉर्नियल अल्सर (corneal ulcer) आमतौर पर उन लोगों में देखा जाता है जो कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं। वायरल कॉर्नियल अल्सर (viral corneal ulcer) उन लोगों में देखा जाता है जिन्हें बार-बार मुंह के छाले (cold sore) होते हैं। इससे आँख रोशनी के प्रति संवेदनशील हो सकती है।
आपके डॉक्टर आपको आँख के विशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं।
अगर आपकी आँख में धूल का कोई कण है तो आपके डॉक्टर या अस्पताल के इमरजेंसी रूम के डॉक्टर उसे निकालने की कोशिश करेंगे। वे सबसे पहले आपकी आँख को सुन्न करने के लिए और किसी भी दर्द को रोकने के लिए उसमें एनेस्थेटिक आई ड्रॉप (anesthetic eye drop) डालेंगे।
अगर वो कण आपकी आँख को खुरचता है तो जब एनेस्थेटिक आई ड्रॉप (anesthetic eye drop) डालेंगे तो यह आपके लिए असहज हो सकता है इसलिए संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए आपको कुछ दिन के लिए एंटीबायोटिक आई ड्रॉप (antibiotics eye drop) या ऑइंटमेंट (ointment) जैसे कि क्लोरैम्फेनिकोल (chloramphenicol) दिया जा सकता है जब तक यह ठीक नहीं हो जाता ।
अधिक जानकारी के लिए आँख की चोट (eye injuries) के विषय में और जानें।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।