शिशुओं की त्वचा पर होने वाले चकत्ते (Skin rashes in babies)

8 min read

शिशु के जन्म के कुछ दिनों के भीतर ही उनकी त्वचा पर चकत्ते बनना सामान्य बात है, क्योंकि उनकी त्वचा बेहद ही संवेदनशील होती है। अधिकांश चकत्ते हानिरहित होते हैं और अपने आप चले जाते हैं।

हालांकि यदि आपके बच्चे पर चकत्ते के निशान नजर आते हैं और वह आपको अस्वस्थ लग रहा है या आप चितिंत हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। मेनिन्जाइटिस (meningitis) से संबंधित चेतावनी के बारे में पता होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

यह मार्गदर्शिका आपको शिशुओं में होने वाले चकत्ते के बारे में जानने हेतु सहायक साबित होगी, लेकिन इसका उपयोग अपने बच्चे की स्थिति का खुद से निदान करने के लिए न करें। हमेशा सही निदान के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।

यहाँ शिशुओं की त्वचा पर चकत्ते के सबसे सामान्य कारणों के बारे में बताया गया है, जिसमे शामिल है:

  • मिलिया (milia) (अवरुद्ध तेल ग्रंथियां)
  • ऐरिथेमा टॉक्सिकम (erythema toxicum) (नवजात शिशुओं में होने वाले सामान्य चकत्ते)
  • नियोनताल मुँहासे ("बेबी मुँहासे")
  • क्रैडल कैप
  • एक्जिमा
  • नैपी या डाइपर कि जगह पर पड़ने वाले चकत्ते
  • दाद (ringworm)
  • मिलियारिया (miliaria)("स्वेट रैश")
  • इम्पेटिगो (Impetigo)
  • अर्तिकारिया (urticaria)
  • स्लैप चीक सिड्रोंम (slapped cheek syndrome)
  • हाथ पैर और मुंह की बीमारी
  • खुजली (scabies)

यह मैनिंजाइटिस (meningitis) के चेतावनी भरे संकेतों का भी वर्णन करता है और बताता है कि अगर आपके बच्चे को जोखिम हो तो आपको क्या करना चाहिए।

मिलिया (Milia)

सभी नवजात शिशुओं (newborns) में से लगभग आधे के चेहरों पर 1-2 मिमी के छोटे सफेद धब्बे विकसित होते हैं, जिन्हें मिलिया कहा जाता है। ये बस एक तरह के अवरूद्ध छिद्र हैं और आमतौर पर नवजात शिशु के जन्म के पहले चार हफ्तों के भीतर ही साफ हो जाते हैं।

एरीथेमा टॉक्सिकम (Erythema toxicum)

सभी नवजात शिशुओं में से आधे को एरीथेमा टॉक्सिकम नामक एक लाल रंग की त्वचा विकसित होती है, जो आमतौर पर दो या तीन दिनों तक रहती है। यह नवजात शिशुओं में होने वाली एक सामान्य स्थिति है जो आपके बच्चे को परेशान नहीं करेगी और कुछ दिनों के भीतर ही साफ हो जाएगी।

नवजात बच्चों में मुँहासे (Neonatal/baby acne)

पिंपल्स कभी-कभी बच्चे के गाल, नाक और माथे पर उनके जन्म के एक महीने के भीतर विकसित हो जाते हैं। कुछ हफ्तों या महीनों में पूरी तरह साफ होने से पहले इनकी स्थिति और बिगड़ सकती है।

शिशुओं के चेहरे को पानी और हल्के साबुन से धोने पर उनकी त्वचा में सुधार हो सकता है। बड़े बच्चों और वयस्कों के उपयोग में आने वाली मुंहासे की दवाओं से बचना चाहिए।

तीन महीने की उम्र (शिशु मुँहासे) के बाद विकसित होने वाले पिंपल्स या ब्लैकहेड्स अधिक गंभीर हो जाते हैं और अक्सर इन्हें चिकित्सीय उपचार की आवश्यकता होती है।

क्रैडल कैप (Cradle cap)

क्रैडल कैप वह जगह है जहाँ बच्चे की त्वचा पर पीले रंग के चिकने पैच विकसित होते हैं। ये कभी–कभी चेहरे, कान और गर्दन को भी प्रभावित हो सकते हैं।

क्रैडल कैप से आपके बच्चे को खुजली की बीमारी नहीं होनी चाहिए क्योंकि आम तौर पर इसमें बच्चे को परेशानी नहीं होती है।

यदि आपके शिशु को खुजली हो रही है या वह परेशान है, तो उन्हें एक्जिमा (eczema) हो सकता है (नीचे देखें)।

क्रैडल कैप एक आम समस्या है जो नवजात के जन्म से 3-4 महीनों में विकसित होती है। यह बिना उपचार के भी कुछ सप्ताह या महीनों के भीतर ठीक हो सकती है।

अपने शिशु के सिर औऱ बाल को बेबी शैम्पू से धोना उन्हें भविष्य में होने वाले धब्बों से बचा सकता है। क्रैडल कैप (cradle cap) के उपचार के बारे में जाने।

एक्जिमा (eczema)

एक्जिमा (eczema) एक दीर्घकालिक स्थिति है जिसके कारण त्वचा पर खुजली होती है और शिशु की त्वचा लाल, सूखी और दरारी जैसी हो जाती है। इसका सबसे आम रूप एटोपिक एक्जिमा है, जो मुख्य रूप से शिशुओं और बच्चों को प्रभावित करता है लेकिन यह वयस्कों में भी जारी रह सकता है।

छह महीने से कम उम्र के बच्चों में एक्जिमा दूध और अंडे की एलर्जी के कारण होता है।

एटोपिक एक्जिमा अक्सर युवा बच्चों के चेहरे, खोपड़ी और शरीर पर लाल, खुजलीदार दाने के रूप में शुरू होता है। जैसा-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है, यह आमतौर पर त्वचा की परतों वाले क्षेत्रों में विकसित होना शुरू होता है, जैसे कि घुटनों के पीछे या कोहनी के सामने। क्रीम और मलहम अक्सर लक्षणों में मददगार साबित हो सकती हैं। अपने

बच्चे के एक्जिमा के प्रबंधन
के बारे में और पढ़ें।

नैपी रैश (Nappy rash)

नैपी रैश तब होता है जब बच्चे के नैपी एरिया के आसपास की त्वचा ज्यादा गीली या प्रभावित हो जाती है। यह अक्सर मूत्र या मल के लंबे समय तक संपर्क के कारण होता है, लेकिन कभी-कभी एक फंगल संक्रमण का परिणाम हो सकता है।

आप आमतौर पर अपने बच्चे की त्वचा को साफ और शुष्क रखने जैसे साधारण कदम उठाकर भी नैपी रैश को कम कर सकती हैं, और जरूरत पड़ने पर एक बैरियर क्रीम का उपयोग कर सकती हैं। यदि फंगल संक्रमण के कारण दाने हो तो एंटीफंगल क्रीम आवश्यक हो सकती है। [नेपीस औऱ नेपी रेश] के बारे में और पढ़ें।

दाद (ringworm)

दाद
त्वचा में होने वाला एक आम संक्रमण है जो शरीर पर लगभग कहीं भी गोल एवं लाल चकत्ते के रूप में विकसित होता है (बच्चे के सिर कि त्वचा, पैर और कमर जैसे अंगों पर आम है।) आमतौर पर ओवर-द-काउंटर क्रीम का उपयोग करके आसानी से इसका इलाज किया जा सकता है। दाद के इलाज के बारे में और पढ़ें।

मिलियारिया (Miliaria)

आपके बच्चे को पसीना आने पर पसीने से होने वाले चकत्ते पड़ सकते हैं, ऐसा बहुत अधिक कपड़े पहनने या गरम और आर्द्र वातावरण की वजह से होता है। यह संकेत है कि आपके बच्चे की पसीने की ग्रंथियाँ अवरुद्ध हो गई हैं। इससे त्वचा पर छोटे लाल थक्कों या फफोले विकसित हो सकते हैं, लेकिन ये जल्द ही उपचार के बिना ठीक भी हो सकते हैं।

इम्पीटिगो (Impetigo)

इम्पीटिगो त्वचा की सतह पर होने वाला एक अत्यधिक संक्रामक जीवाणु संक्रमण है, जो घाव और फफोले पैदा करता है। यह आमतौर पर गंभीर नहीं है लेकिन आप एंटीबायोटिक दवाओं के लिए अपने डॉक्टर से मिल सकते हैं, जो 7-10 दिनों के भीतर संक्रमण को ठीक कर देता है। इंपीटिगो (Impetigo) के इलाज के बारे में और पढ़ें।

अर्तिकारिया (Urticaria)

अर्तिकारिया (हाइव्स के नाम से भी जाना जाता है), यह तब होता है जब आपका शिशु उस पदार्थ के संपर्क में आ जाए जिससे उसे एलर्जी है, इससे उसकी त्वचा पर लाल, खुजलीदार चकत्ते विकसित हो जाते हैं। ऐसा उनकी त्वचा पर हिस्टामाइन (histamine) नामक पदार्थ के पैदा होने पर होता है।

यदि बच्चे को कुछ खिलाने के दौरान ऐसी स्थिति बन रही है, तो संभावना है कि ऐसा उनके द्वारा कुछ खाने या पीने से हुआ। इनमें सबसे आम खाद्य पदार्थ अंडा और दूध हैं, लेकिन कभी-कभी कई अन्य खाद्य पदार्थ भी इसकी वजह हो सकते हैं।

अर्तिकारिया आमतौर पर अल्पकालिक होता है और इसे एंटीहिस्टामाइन से नियंत्रित किया जा सकता है। हीव्स के इलाज के बारे में और पढ़ें।

यदि आपका बच्चा बार-बार हीव्स से प्रभावित होता है, तो संभावित एलर्जी पर चर्चा करने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

स्लेप्ड चीक सिंड्रोम (Slapped cheek syndrome)

स्लेप्ड चीक सिंड्रोम (जिसे पांचवीं बीमारी के रूप में भी जाना जाता है) विशेष रूप से बच्चों और शिशुओं में होने वाला एक वायरल संक्रमण है। जिसके कारण गालों पर लाल चकत्ते हो जाते हैं औऱ बुखार आने लगता है।

अधिकांश शिशुओं को इसके उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती, क्योंकि यह एक आम स्थिति है जो कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।

हाथ पैर और मुंह की बीमारी (Hand, foot and mouth disease)

हाथ, पैर और मुंह की बीमारी एक आम, हल्की वायरल बीमारी है जो हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों पर छाले और साथ ही मुंह में छाले का कारण बनती है। इससे आपका शिशु अस्वस्थ महसूस कर सकता है और उसे बुखार भी आ सकता है।

इसमें आमतौर पर उपचार की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस को खत्म कर देती है और लगभग 7 से 10 दिनों में इसके लक्षण भी पूरी तरह समाप्त हो जाते हैं। यदि आप चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

खाज (scabies)

खाज (scabies) त्वचा का एक सामान्य संक्रमण है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह छोटे घुन (mites) के कारण होती है जो त्वचा में घुस जाते हैं।

अक्सर ऐसा देखा जाता है कि खाज की बीमारी परिवार में एक सदस्य से दूसरे सदस्यों में फैलती है। जब कभी आपका बच्चा इससे पीड़ित हो तो यह संभावना हो सकती है हाल ही में किसी संक्रमित व्यक्ति ने उसे छुआ है। नवजात को खाज होने पर छोटे, खुजलीदार धब्बे उसके पूरे शरीर, पैर, बगल या जननांग में विकसित हो सकते हैं।

खाज के लिए जिम्मेदार माइट्स (mites) को मारने के लिए क्रीम का इस्तेमाल कर इससे छुटकारा पाया जा सकता है। अधिक प्रभावशाली इलाज के लिए संक्रमित व्यक्ति के साथ ही पूरे परिवार को इसकी दवा देने की आवश्यकता होती है।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।