एक्यूपंक्चर (acupuncture) एक प्रकार का पूरक या वैकल्पिक इलाज है जो प्राचीन चीनी चिकित्सा से उत्पन्न हुआ है। बीमारी के इलाज या रोकथाम के लिए नुकीली सुईयों को शरीर के कुछ हिस्सों में लगाया जाता है।
एक्यूपंक्चर (acupuncture) काम कैसे करता है
पश्चिमी चिकित्सीय एक्यूपंक्चर में एक्यूपंक्चर (acupuncture) का इस्तेमाल बीमारी का पता लगाने के बाद किया जाता है। इसमें त्वचा के अंदर और शरीर की मांसपेशियों में संवेदी तंत्रिकाओं को उत्तेजित किया जाता है।
जिसके परिणामस्वरूप शरीर में प्राकृतिक पदार्थ उत्पन्न होते हैं जैसे कि दर्द निवारक एंडोर्फिन (endorphins)। ये प्राकृतिक रूप से निकलने वाले पदार्थ ही संभावित रूप से एक्यूपंक्चर (acupuncture) से होने वाले लाभदायक प्रभावों के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।
एक्यूपंक्चर (acupuncture) के एक पूरे कोर्स से एक इलाज के इस्तेमाल की तुलना में लंबे समय तक दर्द से राहत मिलती है।
पारंपरिक एक्यूपंक्चर इस मत पर आधारित है कि ऊर्जा या “प्राणशक्ति” शरीर के अंदर एक नली के माध्यम से बहती है जिसे मेरिडियन (meridians) कहते हैं। इस प्राणशक्ति को ‘Qi' नाम से जाना जाता है।
एक्यूपंक्चर (acupuncture) के विषय में पारंपरिक विचारों को मानने वाले डॉक्टरों का मानना हैं कि जब "Qi" शरीर में स्वंतत्र रूप से नहीं बहती है तब बीमारियाँ हो सकती हैं। उनका यह मानना है कि एक्यूपंक्चर Qi के इस प्रवाह को बरक़रार कर स्वास्थ्य को सुधार सकता है।
एक्यूपंक्चर का उपयोग क्यों किया जाता है
एक्यूपंक्चर का उपयोग करने वाले डॉक्टरों को – जिन्हें कभी-कभी एक्यूपंक्चरिस्ट (acupuncturists) कहा जाता है – जो एक्यूपंक्चर का उपयोग कई तरह की बीमारियों का इलाज करने के लिए करते हैं। हालांकि, एक्यूपंक्चर का उपयोग हमेशा दृढ़ वैज्ञानिक प्रमाण पर आधारित नहीं होता है।
एक्यूपंक्चर का उपयोग अक्सर ही हड्डियों और मांसपेशियों से संबंधित स्थितियों (musculoskeletal conditions) और दर्द की स्थितियों में होता है।
- स्थायी दर्द (chronic pain) जैसे कि
- जोड़ों का दर्द
- दांतों का दर्द
- ऑपरेशन के बाद का दर्द (postoperative pain)
हालांकि बहुत सी स्थितियों में जहां एक्यूपंक्चर (acupuncture) का इस्तेमाल होता है, वहाँ अन्य इलाजों की तुलना में इसकी प्रभावशीलता के बारे में स्पष्ट निष्कर्ष निकालने के लिए अच्छी गुणवत्ता के प्रमाण नहीं हैं।
अगर आप स्वास्थ्य सुधार के लिये एक्यूपंक्चर का उपयोग करने वाले डॉक्टर से इलाज करवा रहे हैं या एक्यूपंक्चर लेने पर विचार कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस विषय में सलाह अवश्य लें।
एक्यूपंक्चर कैसे किया जाता है?
एक्यूपंक्चर (acupuncture) का शुरुआती सेशन 20-40 मिनट तक चलता है और इसमें आपके सामान्य स्वास्थ्य, इलाज का इतिहास और शारीरिक जाँच का आंकलन शामिल होता है। इसके बाद एक्यूपंक्चर सुईयों को लगाया जाता है।
इलाज के कोर्स में अधिकतम 10 अलग-अलग सत्र होते हैं, लेकिन यह समय अलग भी ही सकता है।
सुईयों को चुभाना (Insertion of the needles)
सुईयों को शरीर के विशेष हिस्सों में लगाया जाता है जिसे डॉक्टर एक्यूपंक्चर पॉइंट (acupuncture point) कहते हैं।
सत्र के दौरान आपको आमतौर पर बैठने या लेटने को कहा जाएगा। आपको कुछ कपड़े उतारने के लिए भी कहा जा सकता है ताकि डॉक्टर आपके शरीर के कुछ हिस्सों तक पहुँच सके।
उपयोग की जाने वाली सुईयां नुकीली और कुछ सेंटीमीटर लम्बी होती हैं। ये एक बार उपयोग होने वाली, पहले से स्टेरलाइज़ की हुई (pre-sterilised) सुईयां होती हैं जिन्हें उपयोग के बाद तुरंत फेंक देना चाहिए।
एक्यूपंक्चर का उपयोग करने वाले डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सुईयां लगाने के लिए विशेष पॉइंट को चुनते है। एक सामान्य सेशन के दौरान 12 बिंदुओं तक का उपयोग किया जा सकता है, कभी-कभी यह आपके लक्षणों की संख्या पर आधारित रहता है।
सुई त्वचा के नीचे या उससे और अंदर डाली जा सकती है जिससे वे मांसपेशियों के ऊतकों तक पहुंच सकें। एक बार जब सुईयां लग जाती हैं तो उन्हें कुछ समय तक के लिए उसी स्थिति में छोड़ दिया जा सकता है, जोकि कुछ मिनट से 30 मिनट का हो सकता है।
सुईयों के लगने पर आप झुनझुनी या हल्के दर्द को अनुभव कर सकते हैं। लेकिन कोई विशेष दर्द का अनुभव नहीं होना चाहिए। यदि आपको दर्द होता है तो आप सीधे अपने डॉक्टर को बताएँ।
कुछ मामलों में, डॉक्टर सुईयों को घुमा सकते है या उन्हें हल्के इलेक्ट्रिक करेंट की सहायता से उत्तेजित कर सकते है। जिसे इलेक्ट्रोएक्यूपंक्चर
(electroacupuncture) कहते हैं।
एक्यूपंक्चर संबंधी सुरक्षा और नियम
यदि आप एक्यूपंक्चर लेना चाहते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आपका एक्यूपंक्चर करने वाला डॉक्टर या तो एक प्रमाणित स्वास्थ्यकर्मी है, जैसे डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट नर्स या किसी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एक्यूपंक्चर संगठन का सदस्य हो।
जब एक्यूपंक्चर (acupuncture) किसी योग्य डॉक्टर द्वारा किया जाता है तो यह सामान्यतः बहुत सुरक्षित होता है। कुछ लोग हल्के या थोड़े समय का दुष्प्रभाव अनुभव करते हैं जैसे :
- सुई लगने वाली जगह पर दर्द का होना
- सुई लगने वाली जगह से खून निकलना या खंरोच आना
- सुस्ती
- उबकाई
- पहले के लक्षणों का और बिगड़ना
यदि आपको रक्त्स्त्राव से जुड़ी बीमारी है जैसे
या आप ले रहे हैं तो एक्यूपंक्चर से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।अगर आपको धातु से
है या उस स्थान पर कोई संक्रमण है जहां सुई लगनी है तो आमतौर पर एक्यूपंक्चर (acupuncture) की सलाह नहीं दी जाती है ।जब आप गर्भवती हों तो एक्यूपंक्चर (acupuncture) कराना सामन्यतः सुरक्षित है। लेकिन आपके डॉक्टर को यह पता होना चाहिए कि आप गर्भवती हैं। क्योंकि कुछ एक्यूपंक्चर बिंदुओं का प्रयोग गर्भावस्था के समय करना सुरक्षित नहीं हो सकता है।