कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant)

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कॉर्निया प्रत्यारोपण क्या है?

कॉर्निया प्रत्यारोपण एक ऑपरेशन है जिसमें क्षतिग्रस्त कॉर्निया के कुछ या सभी हिस्सों को हटाकर उसे किसी उपयुक्त डोनर की आंख के स्वस्थ कॉर्निया टिश्यू से बदल दिया जाता है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) को अक्सर केराटोप्लास्टी (keratoplasty) या कॉर्नियल ग्राफ्ट (corneal graft) के रूप में जाना जाता है। इसका उपयोग दृष्टि में सुधार, दर्द से राहत और गंभीर संक्रमण या क्षति के इलाज करने के लिए किया जा सकता है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) के सबसे सामान्य कारणों में से एक केराटोकोनस (keratoconus) नामक स्थिति है, जो कॉर्निया के आकार को बदलने का कारण बनती है।

आपको कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) की ज़रूरत क्यो पड़ सकती है
, इसके बारे में और पढ़ें।

कॉर्निया क्या है और ये क्या करता है?

कॉर्निया आँख की पुतली के सामने एक स्पष्ट बाहरी परत है। ये आंख के लिए एक खिड़की का काम करती है। रंगीन परितारिका और पुतली (परितारिका के केंद्र में काली बिंदी) को कॉर्निया के माध्यम से देखा जा सकता है। यह छह नाजुक परत से बना है

  • बाहरी परत (उपकला) (the epithelium)
  • आधार झिल्ली (बेसमेंट मेम्ब्रेन) (basement membrane)
  • बोमन की परत (Bowman’s layer)
  • बीच की मोटी परत (The stroma)

डेसेमेट की झिल्ली (Descemet’s membrane)

आंतरिक अस्तर, जो विजन को स्पष्ट रखने के लिए कॉर्निया से तरल को हटाता है। (एंडोथेलियम) (the endothelium)

कॉर्निया (cornea) कैमरे के सामने के लेंस की तरह कार्य करता है। प्रकाश किरणें एक कोण पर आंख में झुकी हुई होती हैं, जिससे चित्र को रेटिना (आंख के पीछे प्रकाश संवेदनशील फिल्म) पर प्रक्षेपित किया जाता है। यह 'चित्र' तब मस्तिष्क में संचारित होता है।

जब कॉर्निया क्षतिग्रस्त होता है, तो ये कम पारदर्शी हो सकता है या इसका आकार बदल सकता है। इससे प्रकाश को रेटिना तक पहुंचने से रोका जा सकता है और मस्तिष्क को प्रेषित होने वाली तस्वीर विकृत या अस्पष्ट हो सकती है।

प्रत्यारोपण कैसे किया जाता है?

कॉर्निया का कौन सा हिस्सा क्षतिग्रस्त है या कितने कॉर्निया को बदलने की ज़रूरत है, इस पर निर्भर करते हुए, कॉर्निया प्रत्यारोपण (cornea transplant) करने के कई अलग-अलग तरीके हैं। : इनमें शामिल हैं:

  • पूर्ण मोटाई प्रत्यारोपण- जिसे पेनेट्रेटिंग केरटोप्लास्टी (PK) कहा जाता है।
  • बाहरी और मध्य कॉर्निया को बदलना या फिर से आकार देना – जिसे deep anterior lamellar keratoplasty (DALK)कहा जाता है।
  • कॉर्निया के गहरे हिस्सों को बदलना – इसे एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी (ईके) (endothelial keratoplasty (EK)) कहा जाता है।

एक कॉर्निया प्रत्यारोपण (cornea transplant)

सामान्य एनेस्थैटिक
(
general anaesthetic
) (जब आप बेहोश होते हैं) या
लोकल एनेस्थैटिक
(
local anaesthetic
) (जब उस हिस्से को सुन्न किया जाता है) के प्रभाव में की जा सकती है।

लगभग आधे प्रत्यारोपण दिन की सर्जरी के रूप में किए जाते हैं। अन्य आधे को अस्पताल में रात भर रहने की आवश्यकता होती है।

यदि प्रक्रिया में बाहरी कॉर्निया का प्रत्यारोपण किया जाता है, तो नए कॉर्निया को टांके के साथ जगह पर रखा जाता है , जो आमतौर पर कम से कम 12 महीनों तक रहता है। कॉर्निया की गहरी परतों के प्रत्यारोपण में, प्रत्यारोपण को सही जगह पर रखने के लिए टांके के बजाय एक एयर बबल का उपयोग किया जाता है।

अधिकांश मामलों में, कॉर्निया प्रत्यारोपण की प्रक्रिया में एक से दो घंटे लगते हैं।

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क्या इसके कोई जोखिम हैं?

सभी प्रकार की सर्जरी की तरह, कॉर्निया प्रत्यारोपण में भी परिणाम के तौर पर होने वाली जटिलताओं का जोखिम होता है। इनमें नई कॉर्निया को शरीर के द्वारा रिजेक्ट कर देना, संक्रमण और दिखने में परेशानी शामिल हो सकती हैं।

हालांकि, लगभग 75% कॉर्निया प्रत्यारोपण कम से कम पांच साल और लगभग 65% 10 साल तक चल सकते हैं।

कॉर्निया प्रत्यारोपण के खतरों
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कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद

कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद रिकवीर का समय इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा प्रत्यारोपण करवा रहे हैं। पूरी मोटाई वाले कॉर्निया ट्रांसप्लांट या कॉर्निया के सामने के हिस्से के प्रत्यारोपण(DALK) के बाद नॉर्मल विजन लौटने में दो साल तक लग सकते हैं। कॉर्निया के आंतरिक भाग के आंशिक प्रत्यारोपण(EK) में नवीनतम प्रकार के प्रत्यारोपणों के साथ रिकवरी का समय महीनों या कुछ दिनों का हो सकता है।

स्वास्थ्य लाभ की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए आंख की अच्छी देखभाल करना ज़रूरी होता है। इसमें आपकी आंख को रगड़ना और संपर्क के खेल और तैरने जैसी गतिविधियों से बचने की चीजें शामिल हैं, जब तक कि आपको बताया ना जाए कि ये आपके लिए सेफ हैं।

कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) से रिकवरी
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कॉर्निया प्रत्यारोपण के खतरें

अन्य सभी प्रकार की सर्जरी की तरह कॉर्निया प्रत्यारोपण के साथ भी कईं जोखिम और संभावित जटिलताएं होती हैं।

सर्जरी के बाद कुछ समस्याएं स्पष्ट हैं और इन्हे इमरजेंसी इलाज की ज़रूरत होती है अन्य समस्याओं को फॉलो-अप अपॉइंटमेंट में देखा जा सकता है।

अस्वीकृति (Rejection)

अस्वीकृति तब होती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली डोनेट की गई कॉर्निया (cornea) को एक विदेशी बॉडी के रूप में पहचानती है और उस पर हमला करती है। यह काफी आम समस्या है, जो 5 कॉर्नियल ट्रांसप्लांट में लगभग 1 में होती है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) के कुछ हफ्तों बाद रीजेक्शन हो सकता है लेकिन ये कईं महीनों के बाद अधिक आम है।

समस्याओं का अक्सर स्टेरॉयड आई ड्रॉप (steroid eye drops) के साथ प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है यदि लक्षण दिखते ही उपचार शुरू हो जाता है। इसलिए, यदि आप कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद नीचे दिए गए लक्षणों को नोटिस करते हैं, तो आपको इमरजेंसी विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए:

  • रेड आई
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (फोटोफोबिया)
  • विज़न में समस्याएं, विशेष रूप से फॉगी या क्लाउडेड विजन
  • आंख में दर्द

अन्य जटिलताएं (Other complications)

रिजेक्शन के साथ, कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) सर्जरी के बाद आगे की समस्याओं का खतरा है। इनमें शामिल है-

  • दृष्टिवैषम्य
    (
    astigmatism
    )- जब कॉर्निया सही तरह के कर्व्ड शेप में नहीं होता।
  • ग्लूकोमा( Glaucoma)-
    जहां फंसे तरल पदार्थ के कारण आंख में दवाब बनता है।
  • यूवाइटिस (uveitis)-
    आंख की मध्य परत की सूजन
  • रेटिना का अलग होना (रेटिनल डिटैच्मेंट)-
    जहां आपकी आंख के पीछे की पतली परत जिसे रेटिना कहा जाता है, रक्त वाहिकाओं से दूर जाने लगती है, जो ऑक्सीजन और पोषक तत्व सप्लाई करती है।
  • मूल नेत्र रोग (जैसे केरेटोकोनस (keratoconus)) का वापिस आना
  • सर्जरी के घावों का फिर से घुलना
  • सर्जरी के घावों से होने वाला आंतरिक संक्रमण

कॉर्निया प्रत्यारोपण क्यो किया जाता है?

कॉर्निया प्रत्यारोपण आमतौर पर आपकी आंखों की समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है, जो कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण होते हैं।

वे कभी-कभी एक क्षतिग्रस्त या रोगग्रस्त आंख में दर्द को दूर करने या गंभीर संक्रमण या क्षति जैसे आपात स्थितियों का इलाज करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

कॉर्निया ट्रांसप्लांट की ज़रूरत जिन वजहों से हो सकती है, उनमें से कुछ सबसे आम वजहें हैं-

केराटोकोनस (Keratoconus)

केराटोकोनस(Keratoconus) एक स्थिति है जिसकी वजह से कॉर्निया कमज़ोर और पतला हो जाता है और अपने शेप बदल लेता है। ये 2000 में से किसी 1 व्यक्ति को प्रभावित करता है। इस स्थिति के पीछे की सटीक वजह की जानकारी नहीं है। ये संभवत परिवार के माध्यम से या किसी एलर्जी की वजह से होता है।

केराटोकोनस(Keratoconus) कम उम्र के मरीज़ों में कॉर्नियल प्रत्यारोपण के सबसे आम वजहों में से एक है। यह आमतौर पर शुरुआती किशोरावस्था तक दिखाई नहीं देता है, लेकिन कुछ रोगियों में पहले भी हो सकता है।

केराटोकोनस(Keratoconus) के कईं मामले माइल्ड होते हैं और कॉन्टैक्ट लेंसेस या ग्लासेज़ के यूज़ से मैनेज किए जा सकते हैं लेकिन कुछ रोगियों में ये उस बिंदु तक बढ़ सकता है जहां कॉर्नियल प्रत्यारोपण ज़रूरी होता है।

डिजेनेरेटिव कंडीशन्स (Degenerative conditions)

कुछ स्थितियां आंखों को प्रभावित कर सकती हैं और समय के साथ धीरे-धीरे समस्याएं पैदा कर सकती हैं।

इसका एक उदाहरण Fuch की एंडोथेलियल डिस्ट्रोफी (endothelial dystrophy) है, जहां आंतरिक कॉर्निया (एंडोथेलियम) को अस्तर करने वाली कोशिकाओं का फंक्शन बिगड़ना शुरू हो जाता है। जैसे-जैसे आप बूढ़े होते हैं यह तेजी से होता है। जैसे-जैसे कोशिकाएं कमजोर होती हैं, अतिरिक्त फ्ल्यूड को साफ करने के बजाय यह निर्माण करने देता है, जिससे क्लाउडी विजन पैदा हो जाता है।

अन्य कारण (Other reasons)

कॉर्निया ट्रांसप्लांट तब भी किया जा सकता है अगर

  • क्षति के कारण कॉर्निया में एक छोटा छेद विकसित होता है (कॉर्नियल छिद्र के रूप में जाना जाता है)
  • कॉर्निया में एक संक्रमण जो एंटीबायोटिक से ठीक नहीं होता है औऱ बार बार वापिस आ जाता है।
  • किसी संक्रमण या चोट के कारण कॉर्निया आहत हो जाता है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण कैसे किया जाता है,
(
how a cornea transplant is performed
) इस बारे में औऱ पढ़ें

प्रक्रिया (Procedure)

कॉर्निया के हिस्सों पर निर्भर करते हुए, जिन्हे बदलना है, कॉर्निया प्रत्यारोपण प्रक्रिया (cornea transplant procedure) के कईं प्रकार हैं।

अधिकांश कॉर्निया प्रत्यारोपण ऑपरेशन (cornea transplant operations) में कॉर्निया की पूरी मोटाई को ट्रांसप्लांट करना शामिल होता है। हालांकि, टेक्नोलॉजी में हुई हाल की प्रगति के कारण, यह कभी-कभी संभव है कि कॉर्निया के एक हिस्से को प्रत्यारोपित किया जाए।

पूर्ण मोटाई प्रत्यारोपण (Full thickness transplants)

पूर्ण मोटाई प्रत्यारोपण को पेनेट्रेटिंग केरेटोप्लास्टी (penetrating keratoplasty (PK)) कहा जाता है।

इस प्रक्रिया के दौरान, आपकी आंख के केंद्र से क्षतिग्रस्त कॉर्निया का एक गोलाकार टुकड़ा हटा दिया जाता है और डोनेटेड कॉर्निया के साथ बदल दिया जाता है। ज्यादातर मामलों में, एक गोल काटने वाले यंत्र (कुकी-कटर के समान), जिसे ट्रेफ़िन कहा जाता है, का उपयोग क्षतिग्रस्त कॉर्निया को निकालने के लिए किया जाता है।

नए कॉर्निया को छोटे टांकों की मदद से जगह में रखा जाता है, जो कभी-कभी किनारों के चारों ओर एक स्टार जैसा पैटर्न बनाते हैं। आप ऑपरेशन के बाद टांके को अस्पष्ट रूप से देख सकते हैं।

ये ऑपरेशन

लोकल एनेस्थैटिक
(Local anaesthetic) या
सामान्य एनेस्थैटिक
(general anaesthetic) के प्रभाव में किया जा सकता है और आमतौर पर इसमें एक से दो घंटे लगते हैं। अगर लोकल एनेस्थैटिक (Local anaesthetic) का उपयोग किया जाता है, तो आप ऑपरेशन के दौरान आंख से नहीं देख पाएंगे क्योंकि एनेस्थैटिक अस्थायी रूप से आंख को काम करने से रोकता है।

पूर्ण मोटाई कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद अधिकांश लोगों को एक से दो दिन तक हॉस्पिटल में रूकना पड़ेगा।

आंशिक मोटाई प्रत्यारोपण (Partial thickness transplants)

हाल ही में, ऐसी तकनीकें विकसित की गई हैं जो कॉर्निया के केवल कुछ हिस्सों को प्रत्यारोपित किया जा सकता है। ये तकनीकें उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जिन्हे कॉर्निया प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है और उन्हें करने में अधिक समय लग सकता है, लेकिन इनमें अक्सर रिकवरी जल्दी होती है और जटिलताओं का खतरा कम होता है।

कॉर्निया की किन परतों को प्रत्यारोपित किया जाना है, इन पर निर्भर करते हुए आपका सर्जन कई अलग-अलग तकनीकों का उपयोग कर सकता है। आम तौर पर, इन तकनीकों को कॉर्निया के सामने वाले हिस्से और पिछले हिस्से को शामिल करने वाले प्रत्यारोपणों में तोड़ा जा सकता है।

इन प्रक्रियाओं में से अधिकांश को काटने के उपकरण (जैसे कि एक ट्रेफिन) का उपयोग करके किया जाता है, हालांकि कभी-कभी लेजर का उपयोग किया जाता है। इन प्रक्रियाओं को लोकल या सामान्य एनेस्थैटिक का उपयोग करके किया जा सकता है और जिस दिन प्रक्रिया होती है, आप उसी दिन घर जा सकते हैं।

कॉर्निया के सामने के हिस्से का प्रत्यारोपण करना (Transplanting the front portion of the cornea)

कॉर्निया के सामने के हिस्से को प्रत्यारोपित करने की मेन तकनीकों में शामिल हैं-

  • कॉर्निया की केवल बाहरी परतों को हटाना और बदलना - एंटेरिअर लैमेलर केराटोप्लास्टी (anterior lamellar keratoplasty (ALK))
  • कॉर्निया की बाहरी और मध्य परतों को हटाना और बदलना, लेकिन भीतर की परतें वैसे ही रहती हैं- डीप एंटेरिअर लैमेलर केराटोप्लास्टी (deep anterior lamellar keratoplasty (DALK))

पेनेट्रेटिंग केराटोप्लास्टी (penetrating keratoplasty) की तरह, इन दोनों प्रक्रियाओं के दौरान डोनेटनेड कॉर्निया को फिक्स करने के लिए टांके का उपयोग किया जाता है।

कॉर्निया के पीछे के हिस्से का प्रत्यारोपण करना (Transplanting the back portion of the cornea)

कॉर्निया के पीछे के हिस्से का प्रत्यारोपित करने की मुख्य तकनीकों में शामिल हैं-

  • कॉर्निया के भीतरी अस्तर को लगभग 20% कॉर्नियल सपोर्टिंग टिशू (कॉर्नियल स्ट्रोमा) के साथ बदलना - डेसिमेट की स्ट्रिपिंग एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी (Descemet's stripping endothelial keratoplasty (DSEK)
  • कॉर्निया की कोशिकाओं की केवल आंतरिक परत को बदलना – डेसेमेट मेंबरेन एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी (Descemet’s membrane endothelial keratoplasty (DMEK)

DMEK एक नईं तकनीक है जो लगभग पूरी विजुअल रिकलरी को जल्दी करती है और इसमें लॉन्ग टर्म रिस्क्स जैसे कि रिजेक्शन ये चांसेज़ भी बहुत कम होते हैं (1 प्रतिशत से भी कम)

इन में से किसी भी प्रक्रिया में टांकों का इस्तेमाल नहीं होता है, बल्कि उसकी जगह डोनेटेड टिश्यू को सही जगह पर रखने के लिए अस्थाई एयर बबल का इस्तेमाल किया जाता है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण के खतरों
(
risks of a cornea transplant
) और कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद रिकवरी के बारे में और पढ़ें।

After cornea transplant surgery

एक अच्छी रिकवरी सुनिश्चित करने और जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद के लिए कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद अपनी आंख की अच्छी देखभाल करना ज़रूरी है।

प्रक्रिया के बाद (After the procedure)

पूर्ण मोटाई कॉर्निया प्रत्यारोपण (पेनेट्रेटिंग केराटोप्लास्टी (penetrating keratoplasty) के बाद आपको एक से दो दिन तक अस्पताल में रूकना पड़ता है। अगर आपने आंशिक मोटाई प्रत्यारोपण (Partial thickness transplants) करवाया है तो आप उसी दिन घर जा सकेंगे।

आपकी आंख को एक आई पैड या प्लास्टिक शील्ड के साथ कवर किया जा सकता है, जिसे प्रक्रिया के एक दिन बाद निकाल दिया जाता है। जब इसे हटा लिया जाता है, तो आपको आपकी दृष्टि धुंधली लग सकती है, यह सामान्य बात है।

ऑपरेशन के बाद कोई गंभीर दर्द नहीं होना चाहिए लेकिन कुछ सूजन और असुविधा हो सकती है।

अगर आपने आंशिक मोटाई प्रत्यारोपण (Partial-thickness transplants) करवाया है जिसमें प्रत्यारोपण को सही जगह पर रखने के लिए टांकों की जगह एयर बबल का इस्तेमाल होता है (एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी), आपको सर्जरी के एक या दो दिन तक, जितना संभव हो आपकी पीठ के बल लेटने के लिए कहा जा सकता है। ये बबल को प्रत्यारोपण को सही जगह पर पकड़ने में मदद कर सकता है। बबल कुछ दिनों बाद अवशोषित हो जाएगा।

आंख की देखभाल (Looking after your eye)

जब आप प्रक्रिया के बाद घर लौट आते हैं, तो आपको अपनी आंख की अच्छी देखभाल करने की ज़रूरत होगी। याद रखने योग्य कुछ बातों में शामिल है-

  • अपनी आंखों को ना रगड़ें।
  • सर्जरी के बाद पहले कुछ हफ्तों के दौरान, ज़ोरदार व्यायाम और हैवी लिफ्टिंग से बचें
  • अगर आपकी जॉब में शारीरिक तनाव शामिल नहीं है तो आप सर्जरी के दो से तीन हफ्तों बाद काम पर लौट सकते हैं।
  • यदि आपकी नौकरी में शारीरिक श्रम शामिल है, तो आपको तीन से चार महीने तक इंतजार करना चाहिए।
  • धुएं वाली या धूल वाली जगहों पर जाने से बचे क्योकि इससे आपकी आंखों में परेशानी हो सकती है।
  • अगर आपकी आंखे प्रकाश के प्रति सेंसटिव हैं, तो मदद के लिए सनग्लासेज़ पहनें।
  • संपर्क स्पोर्ट्स और तैराकी से बचें जब तक कि आपको ये स्पष्ट सलाह न दी जाए कि ये आपके लिए सुरक्षित है, और संपर्क खेल फिर से शुरू करते समय सुरक्षात्मक चश्मे पहनें।
  • स्नान सामान्य रूप से करें लेकिन सावधान रहे अपनी आंख में कम से कम एक महीने तक पानी ना जाने दें।
  • तब तक ड्राइव ना करें जब तक आपका स्पेशलिस्ट आपको ऐसा करने के लिए ना कह दे।

आपकी आंखों को प्रोटेक्ट करने में मदद करने के लिए आपको सर्जरी के बाद पहले कुछ हफ्तों तक रात में पहनने के लिए आमतौर पर एक पैच दिया जाएगा।

सभी प्रकार के कॉर्निया प्रत्यारोपण (cornea transplant ) के लिए, आपको स्टेरॉयड या एंटीबायोटिक आई ड्राप रोज़ डालने की ज़रूरत होगी। ये आमतौर पर कुछ महीनों के लिए ज़रूरी होती है हालांकि कुछ लोगों को इन्हे एक साल से अधिक तक इस्तेमाल करने की ज़रूरत हो सकती है। ये ड्राप्स सूजन को कम करती हैं और संक्रमण औऱ रिजेक्शन को रोकती हैं।

फॉलो-अप (Follow-up)

पहले, आपको नियमित रूप से फॉलो अप अपॉइटमेंट्स को अटैंड करने की ज़रूरत होगी। ये समय के साथ धीरे धीरे कम हो जाना चाहिए।

अगर प्रत्यारोपण को ठीक जगह पर रखने के लिए टांकों का इस्तेमाल किया गया है, तो ये कॉर्निया को हील करने की अनुमति देने के लिए शुरू में छोड़ दिए जाते हैं और इन्हे आमतौर पर एक साल के दौरान हटा दिया जाता है।

आपकी नजर (Your vision)

कॉर्निया प्रत्यारोपण के बाद आपकी दृष्टि को वापस आने में लगने वाला समय काफी हद तक इस्तेमाल की जाने वाली विशिष्ट प्रक्रिया पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में, आपके विजन में पूरी तरह सैटल होने से पहले बेहतर और खराब के बीच में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

कॉर्निया प्रत्यारोपण (Cornea transplant) के सबसे सामान्य प्रकारों के लिए विशिष्ट रिकवरी समय है0

  • पेनेट्रेटिंग केरेटोप्लास्टी (PK)- दो साल तक
  • एंटेरिअर लैमेलर केराटोप्लास्टी (ALK)- कुछ सप्ताह
  • डीप एंटेरिअर लैमेलर केराटोप्लास्टी (DALK)- 12 महीने तक

डेसेमेट स्ट्रिपिंग एंडोथेलियल केराटोप्लास्टी (DSEK)- लगभग चार से आठ सप्ताह

डेसेमेट मेंबरेन एंडोथेलियल केरेटोप्लास्टी (DMEK) - लगभग दो सप्ताह

आपकी नजर वापस आने के बाद भी यह संभव है कि आपको करैक्टिव लेंस की ज़रूरत पड़े। कुछ मामलों में दृष्टि की समस्याओं को ठीक करने के लिए आपकी आंखों के ठीक होने के बाद लेजर उपचार का उपयोग किया जाता है।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।