हिप्नोथेरेपी एक प्रकार की पूरक(complimentary) चिकित्सा है। इसमें चेतना की परिवर्तित अवस्था में सम्मोहन का उपयोग किया जाता है।
हिप्नोथेरेपी एक प्रकार की पूरक(complimentary) चिकित्सा है। इसमें चेतना की परिवर्तित अवस्था में सम्मोहन का उपयोग किया जाता है।
सम्मोहन को व्यापक रूप से यह कहकर प्रचारित किया गया कि यह विधि बहुत लम्बे समय तक चलने वाली स्थितियों और आदतों में परिवर्तन लाने का उपचार है। लेकिन वास्तविकता यह है कि इस बात के समर्थन में कोई मजबूत तथ्य या प्रमाण नहीं है।
ऐसा लगता है कि सम्मोहन की विधि का प्रभाव तो पड़ता है, अपितु यह कैसे कार्य करता है इस पर वैज्ञानिक सहमत नहीं हैं। कुछ विशेषज्ञ या जानकर कहते हैं कि यह शरीर को शांत करने की एक विधि है, जिसमे सलाह देने की शक्ति का प्रयोग किया जाता है, जो कि एक प्रायोगिक दवाई(placebo effect) की तरह से प्रभाव डालती है।
कुछ शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में सलाह दी है कि सम्मोहन चिकित्सा इरिटबल बोवेल सिंड्रोम(Irritable bowel syndrome) के इलाज में, जैसे कि पेट मे दर्द रहना, में सहायक है।
बहुत ही सीमित रूप में किए गए शोध के द्वारा प्रमाण दिए गए हैं कि सम्मोहन चिकित्सा, कुछ लोगों को वजन कम करने और धूम्रपान छोड़ने में सहायक हुई है, इसीलिए इनके द्वारा होने वाले लाभ की पुष्टि नहीं हुई है।
कुछ अध्ययनों से सामने आया है कि हिप्नोथेरेपी बचपन के एक्जिमा के लिए लाभदायक हो सकती है। यह त्वचा की अन्य छोटी मोटी स्थितियों में , जो कि मानसिक तनाव के कारण बढ़ जाती हैं, उन के इलाज में भी लाभदायक है, यदि इनके साथ साथ दवाओं का भी प्रयोग करें।
सम्मोहन चिकित्सा को व्यापक रूप से यह बोलकर प्रचारित किया जाता है कि यह विधि बैचेनी की स्थिति में रहने वाले लोगों के लिए लाभदायक है लेकिन इस बात की पुष्टि करने के पर्याप्त प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।
सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह कहा जा सकता है कि सम्मोहन चिकित्सा के द्वारा उपरोक्त बीमारियों के इलाज का पुष्ट प्रमाण न होने के कारण, इस चिकित्सा की क्लिनिकल प्रैक्टिस की संस्तुति नहीं की जा सकती।
इस विषय में जितने भी अध्ययन हुए हैं वे छोटे और खराब गुणवत्ता वाले समूह पर किए गए हैं इसलिए निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि इस चिकित्सा के जो भी परिणाम आए हैं वे केवल प्रायोगिक तौर पर ही आए हुए परिणामों के अलावा कुछ भी नहीं हैं।
हमारे कहने का अर्थ यह नहीं है कि सम्मोहन चिकित्सा आप के लिए सहायक नहीं है-लेकिन यदि आप इसका प्रयोग करना चाहते हैं तो अवश्य करें लेकिन कुछ सावधानियां और अधिनियमों का अवश्य ध्यान रखें।
सम्मोहन चिकित्सा का प्रयोग कुछ चिकित्सकों, वैज्ञानिकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा किया जाता है लेकिन कुछ गैर पेशेवर लोगों द्वारा थोड़ा सा प्रशिक्षण लेकर यह काम किया जाता है।
आप यह बात सुनिश्चित कर लें कि जिस योग्य सम्मोहन चिकित्सा की आप सेवाएं ले रहे हैं उसकी स्वास्थ्य संबंधी देखभाल करने की पृष्ठभूमि है। बहुत से चिकित्सक जो सम्मोहन चिकित्सा करते हैं वे किसी न किसी व्यावसायिक संस्था से जुड़े होते हैं।
जब आप सम्मोहन की अवस्था में होते हैं तो आप पूर्ण रूप से मनोचिकित्सक के नियंत्रण में होते हैं । यदि आप उसकी सलाह नही भी मानना चाहते तो भी आप मना करने की स्थिति में नहीं होते। यदि आवश्यकता पड़े तो आप सम्मोहन की अवस्था से अपने आप को बाहर कर सकते हैं।
यदि आप सम्मोहित नहीं होना चाहते तो सम्मोहन चिकित्सा आप पर प्रभावी नहीं होगी।
एक अनुसंधान के निष्कर्ष के अनुसार अधिकांश कैंसर के मरीज़ों ने बताया कि सम्मोहन चिकित्सा के उन पर सकारात्मक परिणाम आये हैं, हालांकि उनमें से कुछ चिंतित और कमज़ोर महसूस करने लगे हैं।
आपको सम्मोहन चिकित्सा कब नहीं करानी चाहिए।
यदि आप को कुछ मनोविकृति है या व्यक्तित्व में भटकाव है तो सम्मोहन चिकित्सा न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है।
यदि आप को किसी प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है या कैंसर जैसी कोई घातक बीमारी है तो यह सुनिश्चित कर लें सम्मोहन चिकित्सक आपकी इस स्थिति में उपचार करने के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हो।
इसी प्रकार बच्चों की भी सम्मोहन चिकित्सा तब तक नहीं करानी चाहिए जब तक कि वह चिकित्सक इस आयु सीमा के बच्चों के इलाज के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित न हों।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।