लैक्सेटिव (Laxatives) क्या होते हैं?

24th February, 2022 • 12 min read

लैक्सेटिव (Laxatives) एक प्रकार की दवा है जो शौच करने में दिक्कत होने पर आपकी आंतों को खाली करने में मदद कर सकती है।

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है। यह Dr Roger Henderson द्वारा लिखा गया है और Dr Ann Nainan ने इसकी मेडिकल समीक्षा की है।

कब्ज
(constipation) का इलाज करने के लिए इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है और यह फार्मेसियों में और सुपरमार्केट में (बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन या OTC) के मिल जाता है।

ध्यान रखने वाली बातें (Things to consider)

आसानी से उपलब्ध होने की वजह से ऐसा नहीं समझना चाहिए कि लैक्सेटिव (Laxatives) सबके लिए सुरक्षित होती है।

जब तक कोई डॉक्टर इसे लेने की सलाह न दे तब तक बच्चों को आमतौर पर लैक्सेटिव (Laxatives) नहीं लेने की सलाह दी जाती है और कुछ प्रकार के लैक्सेटिव

क्रोहन रोग
(Crohn’s disease) या
अल्सरेटिव कोलाइटिस
(
ulcerative colitis
) होने की स्थिति में सुरक्षित नहीं होते हैं।

दवा के साथ आने वाले लीफलेट को ध्यान से पढ़ना चाहिए ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि दवा लेने के लिए उपयुक्त है।

लैक्सेटिव

के संबंध में ध्यान रखने वाली बातें
यहाँ देखें।

लैक्सेटिव के प्रकार (Types of laxatives)

चार सबसे व्यापक रूप से प्रयुक्त होने वाले लैक्सेटिव (Laxatives) हैं:

● ऑस्मोटिक लैक्सेटिव (osmotic laxatives) जो आपके मल (stool) में पानी की मात्रा बढ़ाकर आपके मल को नरम बनाते हैं

● उत्तेजक लैक्सेटिव (stimulant laxatives) जो आपके पाचन तंत्र (digestive tract) को गति देने वाली मांसपेशियों (muscles) को उत्तेजित करके आपके आंत्र की गतिविधियों को तेज करते हैं

● बल्क-फॉर्मिंग लैक्सेटिव (bulk-forming laxatives), जिसे फाइबर पूरक या खुराक (fibre supplements) के रूप में भी जाना जाता है, ये फाइबर आहार की तरह काम करती हैं; वे आपके मल (stool) के तरल पदार्थ को बनाए रखने में मदद करके आपके मल में तरल या फ्लूइड बरकरार रखता है

● मल सॉफ़्नर लैक्सेटिव (stool softener laxative) आपके मल को चिकना करने के लिए उसमें पानी मिलाने का काम करते हैं, जिससे वे अधिक नरम और हो जाते हैं और आसानी से निकल जाते हैं।

लैक्सेटिव (Laxatives) के सामान्यतः कम उपयोग किए जाने वाले प्रकारों में शामिल हैं:

● आंत्र सफाई के उपाय (bowel cleansing solutions) - ये अक्सर ऐसे लोगों को दिए जाते हैं जिनकी आंत्र की शल्य चिकित्सा या आंत्र परीक्षण होने वाला होता है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि उनका आंत्र खाली है या नहीं; इसे कब्ज के नियमित उपचार के रूप में इस्तेमाल में नहीं लाया जाता है।

● परिधीय ओपिओइड-रिसेप्टर प्रतिपक्षी (peripheral opioid-receptor antagonists) - इनका उपयोग उन लोगों में कब्ज के इलाज के लिए किया जाता है, जो बहुत बीमार होते हैं, जिन्हें मोर्फिन (morphine) जैसी शक्तिशाली दवाइयां लेने की वजह से कब्ज होता है।

● प्रुक्लोप्राइड (prucalopride) - इसका इस्तेमाल महिलाओं में गंभीर कब्ज की समस्या को ख़त्म करने के लिए किया जाता है (पुरुषों में इसका इस्तेमाल सुरक्षित और कारगर है या नहीं ये ज्ञात नहीं है, इसलिए पुरुषों में इसका इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है)।

मात्रा (Dosage)

लैक्सेटिव इन रूपों में उपलब्ध हैं:

● गोलियां या कैप्सूल जिसे आप निगलते हैं

● पाउडर का पाउच, जिसे आप पानी में मिलाकर पीते हैं

● सपोसिटरी (suppositories) - एक कैप्सूल जिसे आप अपने मलाशय (पीछे के मार्ग) के अंदर रखते हैं, जहां यह घुल जाएगा

आदर्श रूप से, लैक्सेटिव का उपयोग केवल कम समय के लिए किया जाना चाहिए क्योंकि इसका लंबे समय तक उपयोग करने से ये आपके शरीर को उन पर निर्भर बना सकता है, जिसकी वजह से आपकी आंत सामान्य रूप से बिना लैक्सेटिव के काम नहीं कर पाती है।

लैक्सेटिव के प्रकार के आधार पर इसे लेने की सलाह दी जाती है। हालाँकि लगातार 5-7 सात दिनों से ज्यादा इसे इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है। अगर इससे ज्यादा दिन तक परेशानी बनी रहे, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

लैक्सेटिव को पानी की ज्यादा मात्रा के साथ लेने की सलाह दी जाती है, जो किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से बचाता है।

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की खुराक
के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करें।

दुष्प्रभाव (Side effects)

लैक्सेटिव (Laxatives) के आम दुष्प्रभावों में शामिल हैं:

फ्लैटुलेन्स
(पेट से गैस निकलना)

● पेट फूल जाना (bloating)

● पेट दर्द (abdominal pain)

ये दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्के होते हैं और एक बार जब आप लैक्सेटिव (Laxatives) लेना बंद कर देते हैं तो ये खत्म हो जाने चाहिए।

लैक्सेटिव (Laxatives) के लंबे समय तक उपयोग के कारण अधिक परेशानी देने वाले दुष्प्रभाव हो सकते हैं जैसे:

● पानी की कमी (dehydration)

● आपके शरीर में लवण और खनिजों का असंतुलित स्तर (unbalanced levels of salts and minerals in your body)

लैक्सेटिव (Laxatives)

के दुष्प्रभावों
(side effects of laxatives) के बारे में और अधिक पढ़ें।

विकल्प (Alternatives)

कई मामलों में आप लैक्सेटिव का उपयोग किए बिना जीवनशैली में बदलाव (lifestyle changes) के माध्यम से कब्ज (constipation) के लक्षणों में सुधार कर सकते हैं, जैसे:

● अपने दैनिक सेवन (daily intake) में फाइबर (fibre) को बढ़ाएं - आपको एक दिन में कम से कम 18-30 ग्राम फाइबर खाना चाहिए; उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों में फल, सब्जियां और अनाज शामिल हैं।

● गेहूं की भूसी जैसे (bulking agents) एजेंट्स को अपने आहार में शामिल करें - ये आपके मल (stool) को नरम और पास करने में आसान बनाने में मदद करेंगे।

● खूब पानी पियें

● रोजाना टहलने या दौड़ने जाएं

अपने आहार और जीवन शैली को बदलकर

कब्ज को रोकने
के बारे में और पढ़ें।

लैक्सेटिव लेते वक्त क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए (Cautions of laxatives)

लैक्सेटिव लेते वक्त क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए (Cautions of laxatives)

अलग-अलग लैक्सेटिव (Laxatives) विभिन्न प्रकार के दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है।

उदाहरण के लिए:

● बल्क फॉर्मिंग लैक्सेटिव (bulk-forming Laxatives) सूजन और

फ्लातुलेन्स
(हवा) पैदा कर सकता है

● उत्तेजक लैक्सेटिव (stimulant laxatives) पेट के दर्द (abdominal pain) का कारण बन सकता है; लंबे समय तक इनका उपयोग करने से आंत्र कमजोर हो सकता है

● ऑस्मोटिक लैक्सेटिव (osmotic laxatives) पेट दर्द, सूजन और पेट में गैस पैदा कर सकता है

● मल सॉफ़्नर लैक्सेटिव (stool softener laxatives) पेट में ऐंठन का कारण बन सकता है, उबकाई (मतली) और त्वचा में लाल चकत्ते हो सकते हैं

लैक्सेटिव लेते वक्त भरपूर मात्रा में पानी लेते रहें। एक दिन में कम से कम दो लीटर (छह से आठ गिलास) पानी पीने की सलाह दी जाती है।

इसके कुछ दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:

उल्टी होना

चक्कर आना
- अगर आपको चक्कर आ रहे हों तो उपकरण या मशीन का उपयोग न करें

● आपके मल के साथ रक्त बाहर निकलना

बेहोशी

यदि आप इन दुष्प्रभावों में से किसी का अनुभव करते हैं तो लैक्सेटिव लेना बंद कर दें और सलाह के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

लंबे समय तक उपयोग से बचें (Avoiding long-term use)

लंबे समय तक उपयोग से बचें (Avoiding long-term use)

ज्यादातर मामलों में, आपको केवल कभी-कभी और अल्पकालिक आधार पर ही लैक्सेटिव (Laxatives) लेना चाहिए। अक्सर या हर दिन लैक्सेटिव का उपयोग करना हानिकारक हो सकता है।

लंबी अवधि के लिए लैक्सेटिव (Laxatives) का उपयोग करने से आपका शरीर उन पर निर्भर हो सकता है, जिससे आपकी आंत्र बिना दवा के ठीक से काम नहीं करती है।

अधिक लैक्सेटिव लेने के कारण ये भी हो सकता है:

दस्त
(diarrhoea)

शरीर में पानी की कमी (dehydration)

● आपके शरीर में लवण और खनिजों का असंतुलित स्तर (unbalanced levels of salts and minerals in your body)

यदि आपको लैक्सेटिव (Laxatives) का उपयोग नियमित रूप से करने की आवश्यकता है, या आप उन्हें एक सप्ताह से अधिक समय से ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।

लैक्सेटिव का उपयोग कैसे करें (How to use laxatives)

लैक्सेटिव का उपयोग कैसे करें (How to use laxatives)

ज्यादातर लोग लैक्सेटिव का उपयोग कर सकते हैं, हालांकि सभी के लिए हर प्रकार का लैक्सेटिव उपयोगी नहीं होता है।

अगर आपको निम्नलिखित में से कुछ भी है तो लैक्सेटिव के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से बात करें:

● आपको

irritable bowel syndrome
(IBS),
क्रोहन रोग
(Crohn’s disease) या
अल्सरेटिव कोलाइटिस
(ulcerative colitis) जैसी आंत की समस्या है

● आपको लीवर या किडनी की बीमारी हो चुकी है

● आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं

● आपके पाचन तंत्र (digestive system) में कहीं न कहीं रुकावट है

● आपको

मधुमेह
(diabetes) है - कुछ लैक्सेटिव ब्लड शुगर के स्तर (blood sugar levels) में वृद्धि कर सकते हैं जो मधुमेह वाले व्यक्ति के लिए खतरनाक हो सकता है

● आपको निगलने में कठिनाई होती है (

dysphagia
)

● आपको

फेनिलकेटोनुरिया
(
phenylketonuria
) है, एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति जहां शरीर फेनिलएलनिन (phenylalanine) नामक पदार्थ को नहीं तोड़ सकता है; जो कुछ (bulk-forming) लैक्सेटिव में पाया जाता है

इन मामलों में, आपका डॉक्टर एक विशेष प्रकार का लैक्सेटिव की सलाह दे सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप गर्भवती हैं और अधिक फाइबर खाने और अधिक पानी पीने के बाद भी आपकी कब्ज में सुधार नहीं हुआ है, तो आपका डॉक्टर बल्क वाले लैक्सेटिव की सलाह दे सकता है। यदि यह काम नहीं करता है, तो वे एक ऑस्मोटिक लैक्सेटिव (osmotic laxative) की सिफारिश कर सकते हैं। अंतिम उपाय के रूप में, वे एक उत्तेजक लैक्सेटिव (stimulant laxative) का एक छोटा कोर्स निर्धारित कर सकते हैं।

बच्चे और लैक्सेटिव (Children and laxatives)

उन शिशुओं को लैक्सेटिव (Laxatives) लेने की सलाह नहीं दी जाती है, जिनका अभी तक मां का दूध नहीं छूटा है। यदि उन्हें कब्ज है, तो उन्हें फीड के बीच में अतिरिक्त पानी देने की कोशिश करें। धीरे से अपने बच्चे के पेट की मालिश करना और साइकिल चलाने की तरह उनके पैरों को हिलाना भी उनकी कब्ज को कम करने में मदद कर सकता है।

जो शिशु ठोस खाद्य पदार्थ खा रहे हैं और बड़े बच्चे लैक्सेटिव का उपयोग करने में सक्षम हो सकते हैं। लेकिन आपको पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका बच्चा पर्याप्त मात्रा में पानी या फलों का पतला रस पीता है और उनके आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं।

[बच्चों में कब्ज के इलाज] के बारे में और पढ़ें।

यदि आपके बच्चे के आहार को बदलने के बाद भी उसे कब्ज़ है, तो डॉक्टर एक लैक्सेटिव का सुझाव दे सकते है। बच्चों के लिए बल्क फॉर्मिंग लैक्सेटिव (Bulk forming Laxatives) से पहले ऑस्मोटिक या उत्तेजक लैक्सेटिव (Stimulant Laxatives) लेने का सुझाव दे सकता है।

अपने शिशु या बच्चे को लैक्सेटिव देने से पहले आपको हमेशा अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

लैक्सेटिव की खुराक (Dosage of laxatives)

लैक्सेटिव की खुराक (Dosage of laxatives)

बल्क फॉर्मिंग (bulk-forming), उत्तेजक (stimulant), ऑस्मोटिक (osmotic) और मल सॉफ़्नर (stool softener) ये सभी चार मुख्य प्रकार के लैक्सेटिव फार्मेसियों पर बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के (ओवर द कॉउंटर) (over the counter) उपलब्ध होते हैं।

यदि स्व-सहायता के उपाय आपके कब्ज में सुधार नहीं करते हैं, तो थोड़े समय के लिए लैक्सेटिव लेने से मदद मिल सकती है। आमतौर पर सबसे पहले बल्क-फॉर्मिंग लैक्सेटिव (Bulk forming Laxatives) लेना सबसे अच्छा है, क्योंकि यह आपके आंत्र की ही तरह काम करता है।

आपको हमेशा रोगी के लिए दिए जाने वाले उस लीफलेट पर लिखी खुराक की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए जो दवा के साथ आता है।

बल्क फॉर्मिंग वाले लैक्सेटिव लेते समय, सुनिश्चित करें कि आप बहुत सारा पानी (कम से कम दो लीटर, या छह से आठ गिलास एक दिन में) पीते हैं। बल्क फॉर्मिंग लैक्सेटिव आपके मल में बल्क जोड़ने के साथ-साथ पानी को अवशोषित करते हैं, इसलिए एक जोखिम है कि आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

यदि आपको बल्क-फॉर्मिंग लैक्सेटिव लेने के बाद भी कब्ज है, तो ऑस्मोटिक लैक्सेटिव लें। ऑस्मोटिक लैक्सेटिव उस मल को नरम करने में मदद करते हैं जो बल्क-फॉर्मिंग वाले लैक्सेटिव लेने के बाद भी कड़े होते हैं।

यदि बल्क-फॉर्मिंग लैक्सेटिव (Bulk forming Laxatives) और ऑस्मोटिक लैक्सेटिव (Osmotic Laxatives) प्रभावी नहीं हैं, तो स्टिम्युलंट लैक्सेटिव (Stimulant Laxatives) लेने की कोशिश करें। यदि आपको किसी लैक्सेटिव को लेने से फायदा नहीं हो रहा तो अपने डॉक्टर से मिलें।

मैं लैक्सेटिव का कितनी बार उपयोग कर सकता/सकती हूं? (How often can I use laxatives)

लैक्सेटिव का उपयोग केवल कभी-कभी और थोड़े समय के लिए किया जाना चाहिए। रोगी सूचना पत्र में यह बताया जाना चाहिए कि आप कितनी बार दवा लें और दवा को काम करने में कितना समय लगता है। आप अपने फार्मासिस्ट से भी सलाह ले सकते हैं।

कभी भी बताई गयी खुराक से अधिक न लें क्योंकि थोड़े समय में बहुत अधिक लैक्सेटिव लेना खतरनाक हो सकता है और इसके कारण निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:

● शरीर में पानी की कमी होना (dehydration)

● ऐंठन (cramping)

● आपके शरीर में खनिजों और नमक के स्तर में खतरनाक परिवर्तन

कुछ प्रकार के लैक्सेटिव को दिन के किसी भी समय नहीं बल्कि सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले लिया जाता है। दवाई के साथ आने वाली पर्ची, जो मरीज को दी जाती है, उसे पढ़ें।

कब्ज में सुधार होते ही आपको लैक्सेटिव लेना बंद कर देना चाहिए। लैक्सेटिव लेने के बाद, फिर से कब्जियत न हो इसके लिए आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं:

● दिन में कम से कम दो लीटर (छह से आठ गिलास) पानी पीना चाहिए

● फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे, फल, सब्जियां और अनाज का सेवन करना चाहिए

● अधिक व्यायाम करें

ज्यादा लैक्सेटिव के इस्तेमाल की तुलना में उपरोक्त उपायों को करने से कब्ज से बचा जा सकता है।

अगर आपको उपरोक्त उपाय करने के बावजूद भी अक्सर कब्ज़ हो या आप एक सप्ताह से अधिक समय से लैक्सेटिव ले रहे हों तो अपने डॉक्टर की सलाह लें।

अपने कब्ज को कम करने के लिए हर दिन लैक्सेटिव लेने की आदत न डालें, क्योंकि यह हानिकारक हो सकता है (अधिक जानकारी के लिए लैक्सेटिव

के दुष्प्रभाव
देखें।) (side effects of laxatives)

कुछ मामलों में, आपको नियमित रूप से उपयोग करने के लिए एक लैक्सेटिव निर्धारित किया जा सकता है, लेकिन यह हमेशा आपके डॉक्टर या एक ऐसे डॉक्टर की निगरानी में होना चाहिए जो डाइजेस्टिव कंडीशंस (गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट) (gastroenterologist) में माहिर हों।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।