रूट कैनल क्या होता है? (What is a root canal)
रूट कैनल उपचार वह डेंटल प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल दांतो के बीच होने वाले संक्रमण के इलाज में किया जाता है। इसे एंडोडोंटिक्स (endodontics) के नाम से भी जाना जाता है।
ये संक्रमण बैक्टीरिया से होता है जो दांतों में होते हैं और दांतों पर तब हमला करते हैं जब:
- दांतो में सड़न हो ()
- दांत रिस रहे हों (fillings leak)
- किसी आघात से दांतों की क्षति
दांत की संरचना (Tooth structure)
दांत दो भागों से बना होता है:
- क्राउन दांत का वह भाग होता है जो मुँह में दिखाई देता है।
- जड़ जबड़े की हड्डी तक फैली होती है जो दांत को सही जगह पर फँसाये रहती है।
ये निम्न संरचनाओं से बने होते हैं:
- इनेमल (enamel) दांत के बाहर की मज़बूत परत होती है।
- डेंटाइन (dentine) नरम पदार्थ होता है जो इनेमल (enamel) को सहारा देता है और ज्यादातर दांतों को आकार लेने में मदद करता है।
- सीमेन्टम (cementum) कठोर पदार्थ होता है जो रूट की सतह पर परत का काम करता है।
- दांत के बीच में जो नरम ऊतक (tissue) होता है उसे डेंटल पल्प (dental pulp) कहते हैं।
रूट कैनाल प्रणाली डेंटल पल्प को दांत के क्राउन से होते हुए रूट के बीच तक रखता है। एक दांत में एक से ज़्यादा रूट कैनाल हो सकते हैं।
संक्रमण (Infection)
पल्प (pulp) नरम ऊतक (tissue) से बना होता है; जिसमें नर्व और धमनियाँ शामिल होती हैं। अगर बैक्टीरिया पल्प को संक्रमित करता है तो यह खत्म होना शुरू हो जाएगा। इसके बाद बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने लगेगी। बैक्टीरिया जो पदार्थ छोड़ेंगे वो छोटे छेद के रास्ते रूट कैनाल (root canal) के अंदर धमनियों और नर्व तक चले जाएंगे।
ज़्यादातर बैक्टीरिया को रूट कैनाल के अंदर जाने से अगर रोका नहीं जाता तो यह प्रक्रिया जारी रहती है। जिसके कारण दांत के चारों ओर के ऊतक लाल हो जाते हैं और उनमें सूजन हो जाती है। यह आपके दांत में दर्द का कारण बन सकता है और ज्यादातर परिस्थितियों में दांत के फोड़े से (dental abscess) आपके चेहरे में सूजन हो सकती है।
रूट कैनाल उपचार कब कराना चाहिए इसके बारे में और जानें।
प्रक्रिया
रूट कैनाल के अंदर के संक्रमण को ठीक करने के लिए बैक्टीरिया को खत्म करना ज़रूरी है। जो इस प्रकार हो सकता है:
- दांत निकालकर
- दांत को बचाकर रूट कैनाल (root canal) से बैक्टीरिया खत्म करने का प्रयास करके (रूट कैनाल उपचार)
रूट कैनाल उपचार में जब एक बार बैक्टीरिया हटा दिए जाते हैं तो रूट कैनाल को भरकर दांत को क्राउन या फिलिंग से बन्द कर दिया जाता है। ज्यादातर मामलों में दांत के अंत में सूजे हुए ऊतक प्राकृतिक रूप से ठीक हो जाते हैं।
रूट कैनाल उपचार कैसे होता है इसके बारे में और पढ़ें।
रूट कैनाल उपचार दर्दनाक नहीं होना चाहिए क्योंकि एक लोकल बेहोशी की दवा दी जाती है। यह फिलिंग करवाने से ज्यादा दर्दनाक नहीं होता है। आमतौर पर यह प्रक्रिया सफल होती है। 10 में से 9 मामलों में, रूट कैनाल उपचार के बाद एक दांत 10 साल तक काम कर सकता है।
इलाज के बाद देखभाल (Aftercare)
रूट कैनाल उपचार से उबरने के बाद अपने दाँतों की देखभाल करना बहुत ज़रूरी है। जबतक सारे उपचार पूरे नहीं हो जाते तब तक आपको कठोर भोजन से बचना चाहिए ।
ज़्यादातर लोग इन माध्यमों से रूट कैनाल उपचार की ज़रूरत को रोकने में मदद कर सकते हैं:
- मुँह की स्वच्छता को अच्छे से बनाये रखना
- अपने आहार में बहुत अधिक मीठा भोजन लेने से बचना
- अगर धूम्रपान करते हैं तो उसे बंद कर देना
रूट कैनाल के बाद ठीक होना
जब आप रूट कैनाल उपचार करवा रहे हों और जब तक आपका उपचार पूरा नहीं हो जाता, तब तक कठोर भोजन को चबाने या काटने से बचें। कुछ मामलों में यह डेन्टिस्ट से कई मुलाकात के बाद हो सकता है।
आपके अंतिम उपचार के बाद ठीक किये गए दाँत में दर्द नहीं होना चाहिए। हालांकि यह कुछ दिनों के लिए संवेदनशील लग सकता है। किसी भी तरह की असुविधा से राहत के लिए दवा दुकान से पैरासिटामोल (
) या इबुप्रोफेन () लिया जा सकता है।ये सुनिश्चित करने के लिए पैकेट को हमेशा पढ़े:
- दवाई आपके लिए उचित है
- आप सही खुराक ले रहे हैं
यदि दर्दनिवारक लेने के बाद भी आपका दर्द और सूजन नहीं गया तो डेंटिस्ट के पास वापस जाएं।
उपचार के बाद देखभाल (Aftercare)
रूट कैनाल उपचार के बाद आप पहले की तरह दांतों की सफाई कर सकते हैं और जब-जब डेन्टिस्ट आपको सलाह के लिए बुलाएं तब-तब आप उनके पास जा सकते हैं।
अपने दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए नीचे दी गयी सलाह का पालन करें:
- दिन में दो बार (सुबह और शाम) ब्रश करें
- अपने दांतों को ब्रश करने में कम से कम 2 मिनट का समय लें
- हमेशा फ्लूरोइड () वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें
- छोटे टूथब्रश का इस्तेमाल करें जिससे आप पीछे के दांतों तक पहुँच सकें और मटर के दाने से ज़्यादा मात्रा में टूथपेस्ट का इस्तेमाल ना करें
- फ्लॉसिंग (flossing) दांतों के बीच के गैप को साफ करने का एक असरदार तरीका है
- कठोरता से ब्रश ना करें इससे आपके मसूड़े ख़राब हो सकते हैं
डेंटल हेल्थ के विषय में और जानकारी प्राप्त करें।
रूट कैनाल उपचार कैसे किया जाता है?
आपके डेंटिस्ट द्वारा रूट कैनाल (Root canal treatment) उपचार दो या तीन अपॉइंटमेंट में किया जा सकता है।
उपचार से पहले उसकी कीमत के बारे में जानें।
यदि काम विशेष रूप से जटिल है, तो आपका डेंटिस्ट आपको रूट कैनाल उपचार के विशेषज्ञ एंडोडोंटिस्ट (endodontist) के पास भेज सकता है।
तैयारी
रूट कैनाल इलाज से पहले आपके डेंटिस्ट प्रभावित दांत के कई सारे एक्स-रे (x-ray) ले सकते हैं। यह उन्हें रूट कैनाल की स्पष्ट इमेज बनाने और किसी भी चोट की सीमा का आकलन करने में मदद करेगा।
बेहोशी की दवा (anaesthetic)
रूट कैनाल इलाज आमतौर पर लोकल बेहोशी की दवा (
) के द्वारा होता है। कुछ मामलों में जहां दांत पूरी तरह ख़राब हो चुका होता है और उसमें संवेदना नहीं होती है, वहां बेहोशी की दवा (anaesthetic) का इस्तेमाल नहीं होता है।कभी-कभी दांतो को सुन्न करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे मामलों में यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका इलाज दर्दनाक ना हो, आपका डेंटिस्ट लोकल एनेस्थेटिक की विशेष तकनीक (special local anaesthetic techniques) का प्रयोग करता है।
पल्प को हटाना (removing the pulp)
उपचार से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका दांत इलाज के समय सूखा रहे, आपका डेंटिस्ट सबसे पहले आपके दांत के चारो ओर एक रबर की शीट लगाएगा। यह डेन्टिस्ट के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले रसायनों को निगलने और सांस के द्वारा लेने से भी बचाता है।
आपका डेंटिस्ट दांत के केंद्र में पल्प (pulp) तक जाने के लिए ऊपर की ओर जो समतल भाग होता है उसे क्राउन से खोलेंगे। फिर वहां बचे हुए संक्रमित पल्प को हटा देंगे।
अगर आपके दांत में मवाद से भरा फोड़ा (dental abscess) है तो आपके डेंटिस्ट उसे भी उसी समय सुखा देंगे।
रूट कैनाल की सफाई और भरना
पल्प को निकालने के बाद आपका डेन्टिस्ट आपके रूट कैनाल की सफाई कर उसे बड़ा करेंगे ताकि उसे आसानी से भरा जा सके। आमतौर पर रूट कैनाल बहुत सिकुड़ा हुआ होता है जिसे भरना मुश्किल होता है।
आपके डेंटिस्ट कैनाल को बड़ा करने और उनका एक नियमित आकार बनाने के लिए छोटी फ़ाइलों की एक श्रृंखला का उपयोग करेंगे ताकि उन्हें भरा जा सके। उपचार के इस हिस्से को पूरा होने में कई घंटे लग सकते हैं और कई बार जाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
सामने के इंसीज़र (incisor) और कैनाइन दांत (काटने वाले दांत) में आमतौर पर एक एकल रूट कैनाल (root canal) होता है। प्रीमोलर्स (premolars) और बैक मोलर दांत (back molar teeth) की दो या तीन जड़ें होती हैं, जिनमें से प्रत्येक में एक या दो रूट कैनाल होते हैं। एक दांत की जड़ें जितनी अधिक होंगी, इलाज का समय उतना ही लंबा होगा।
यदि उपचार में कई बार आना-जाना पड़े तो मुलाकात के बीच में आपके डेंटिस्ट साफ की हुई कैनाल में बैक्टीरिया को मारने के लिए थोड़ी मात्रा में दवा डाल सकते हैं फिर दांत को एक अस्थायी फिलिंग से बन्द कर दिया जाता है। अगर संक्रमण की वजह से शरीर का तापमान बढ़ना या सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो संक्रमण को कम करने के लिए एंटीबायोटिक्स दिए जा सकते हैं, ताकि संक्रमण और न फ़ैल सके।
दांत की सीलिंग करना और उसे ठीक करना
आपकी अगली विज़िट पर अस्थायी फिलिंग और दाँत पर लगी दवाई को हटा दिया जाएगा और रूट कैनाल फिलिंग को लगाया जाएगा। इसे ठीक से फिट होने वाले फिलिंग के साथ लगाया जाएगा जो दाँत को बन्द करेगा और दोबारा संक्रमित होने से बचाएगा।
स्वस्थ्य दाँतों की तुलना में रूट फील्ड (Root-filled) दांतों के टूटने की संभावना अधिक होती है। इसलिए आपका डेंटिस्ट आपके दाँत को बचाने के लिए उसपर क्राउन लगाने की सलाह दे सकता है।
दाँत के किसी चीज में टकराने की वजह से होने वाले जख्म की वजह से अगर दाँत पूरी तरह ख़राब हो जाता है तो उस स्थिति में रूट फील्ड दांत (root-filled tooth) काले पड़ सकते हैं। ऐसे कई तरीके हैं जिससे डेंटिस्ट आपके दांत के रंग को ठीक कर सकता है। जैसे कि रसायनों का इस्तेमाल करके दाँत को सफेद करना।
क्राउन (crown)
क्राउन एक कैप होता है जो असली दांत को पूरी तरह ढके रहता है। क्राउन रूट कैनाल उपचार के बाद दांत को टूटने से बचाने के लिए आवश्यक हो सकता है ।
क्राउन बनाने के लिए कई चीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे:
- धातु या चीनी मिट्टी (porcelain) या दोनों से
- सिरेमिक सामग्री से (ceramic material)
- पीसे हुए कांच से (powdered glass)
आपके दांत को आकार में छोटा करने की ज़रूरत होती है, हटाए हुए स्थान पर क्राउन को लगाया जाता है। आपका क्राउन आपके दांतों के साँचे का उपयोग करके बनाया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सही आकार और माप का है और यह आपके दाँत पर सही ढंग से फिट हो सके।
घिसे हुए दांत पर जब क्राउन को लगाया जाता है तो उसपर गोंद के रूप में सीमेंट का इस्तेमाल करते हैं। यदि रूट कैनाल उपचार के बाद केवल थोड़ी मात्रा में दांत बचे हैं, तो रूट कैनाल को सीमेंट से भर दिया जाता है जो क्राउन को फिट करने में मदद करता है।
परिणाम
दांत को बचाने और संक्रमण को ख़त्म करने में रूट कैनाल उपचार आमतौर पर सफल होता है।
कई अध्ययनों की एक समीक्षा में पाया गया कि रूट-उपचार वाले 90% दांत 8 से 10 साल तक जीवित रहते हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि रूट कैनाल उपचार के बाद दांत में फिट क्राउन (crown) दाँतों के जीवित रहने की दर में सुधार के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगर आप दांतों की स्वच्छता का ध्यान रखते हैं तो आपके दाँत ज्यादा समय तक टिकते हैं। आपका दाँत कितने लंबे समय तक टिकेगा, ये निम्न कारणों पर निर्भर है:
- आपके कितने प्राकृतिक दांत बचे हैं
- आप अपने दांतों को कितनी अच्छी तरीके से साफ़ करते हैं
- दांतो में काटने की ताकत कितनी है
हालांकि अगर संक्रमण पुनः होता है तो उपचार फिर शुरू किया जा सकता है। वैकल्पिक रूप से यदि उपचार पहले से ही एक उच्च मानक के अनुसार किया गया है और फिर भी संक्रमण बना हुआ है, तो संक्रमण के इलाज के लिए रूट टिप को हटाने के लिए एक छोटा ऑपरेशन किया जा सकता है। जिसे एपिसेक्टॉमी (apicectomy) के नाम से जाना जाता है।
रूट कैनाल उपचार (root canal treatment) से उबरने के बारे में और जानने के लिए
।यह कब किया जाना चाहिए?
रूट कैनाल तब किया जाना चाहिए जब यह साफ हो जाए कि दांत के बीच के नरम ऊतक जिसे पल्प कहते हैं वो बैक्टीरिया संक्रमण से ख़राब हो चुके हैं।
बैक्टीरिया संक्रमण हुआ है या नहीं, ये पता लगाने के लिए आपका डेंटिस्ट आपके दांतों की जांच एक्स रे (x ray) से कर सकता है। परेशानी का पता लगाने के लिए रेडिएशन का इस्तेमाल करके आपके दांतों की इमेज ली जाती है।
पल्प संक्रमण के लक्षण
पल्प संक्रमण आमतौर पर दांत के सड़ने के कारण होता है।
पल्प संक्रमण के लक्षणों में ये शामिल हैं:
- ठंडा या गर्म खाना खाते समय दर्द होना
- काटते या चबाते समय दांतो में दर्द होना
- दांत का कमज़ोर होना
संक्रमण के बढ़ने पर ये लक्षण अक्सर गायब हो जाते हैं। ऐसा लगने लगता है कि आपका दांत ठीक हो गया है, लेकिन असल में संक्रमण रूट कैनाल प्रणाली के माध्यम से फैल रहा होता है। अंततः आगे के लक्षण होते हैं, जैसे:
- काटने और चबाने में दर्द
- प्रभावित दांत के पास मसूड़े की सूजन
- प्रभावित दांत से मवाद बहना
- चेहरे में दर्द
- दांत का रंग गहरा हो जाना
अगर आपको दांत दर्द शुरू हो रहा है तो डेंटिस्ट को दिखाना ज़रूरी है।
रूट कैनाल इलाज का कोई और विकल्प है?
आगर आपका दांत संक्रमित है तो संक्रमित पल्प अपने आप ठीक नहीं हो सकता है। अपने मुँह में संक्रमित दांत को बिना इलाज छोड़ना इसे और खराब कर सकता है। यदि आपके दांत के भीतर संक्रमण हो गया, तो रूट कैनाल उपचार के कारगर होने की संभावना भी कम हो सकती है।
अगर आपको रूट कैनाल उपचार की ज़रूरत नहीं है तो केवल एक विकल्प के रूप में दांत निकालना बचता है। हालांकि ऐसा करने की सलाह आमतौर पर नहीं दी जाती है क्योंकि जितना संभव हो सके उतना अपने प्राकृतिक दांतों को रखना ही सही होता है।
रूट कैनाल इलाज में एंटीबायोटिक असरदार नहीं होते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एंटीबायोटिक दवाओं में सक्रिय घटक केवल आपके रक्त के माध्यम से संक्रमण की जगह तक पहुंचकर कार्य कर सकते हैं, जबकि संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया रूट कैनाल प्रणालीके भीतर होते हैं।
एंटीबायोटिक दवाओं को बार-बार देने से बैक्टीरिया कोएंटीबायोटिक के प्रभाव से बचे रहने के तरीके मिल सकते हैं। वे एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बन जाते हैं, जिसका मतलब है कि एंटीबायोटिक असर करना बंद कर देता है।