क्या आपको याद है कि आखिरी बार आते-जाते कब आपने आसमान के नीले रंग को नोटिस करना बंद कर दिया था? या आपने अपने कार्यस्थल के आसपास होने वाले शोर पर गौर किया?
अपने स्वयं के विचारों और अपने आस-पास की दुनिया पर अधिक ध्यान देने को सचेतन या माइंडफुलनेस के रूप में जाना जाता है, और आपकी शारीरिक एवं मानसिक सेहत में सुधार करने में मदद कर सकता है।
सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडीटेशन (Mindfulness meditation, सचेतन का औपचारिक अभ्यास है। इसमें पांच से ज्यादा का समय नहीं लगता है, और इस अभ्यास में आपको सिर्फ शांत होकर बैठना है और अपने विचारों, संवेदनाओं और सांस पर ध्यान लगाना है।
आप इसे ट्रेन में बैठकर, योग करने के बाद, या सुबह उठकर कर सकते हैं।
ऐसा मानना थोड़ा मुश्किल होगा कि कोई इतनी सरल और आसान सी प्रक्रिया से आपके स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। लेकिन कई अध्ययनों से यह बात सामने आई हैं कि सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation) से कई लाभ मिलते हैं।
इस लेख में नीचे चार प्रकार के सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation) के बारे में बताया गया है जो आपकी भलाई के लिए हैं।
1. तनाव के लिए सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडीटेशन
यदि आप अक्सर अपने आप को अतीत और भविष्य की चिंताओं से अभिभूत पाते हैं, तो सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation) आपको वर्तमान में आपकी जागरूकता को केंद्रित करने में मदद करता है। उसी समय, गहरी सांस लेने से आपके शरीर को तनाव मुक्त होने में मदद मिलती है।
शोधों में यह बात भी पता चली है कि सचेतन या माइंडफुलनेस (Mindfulness) आपके मस्तिष्क को शारीरिक रूप से सक्षम (
) बनाती है, जिससे आपको अपनी भावनाओं को विनियमित करने में और तनाव से डील करने में मदद मिलती है।सांस संबंधी तकनीकियों के अन्य तरीकों में योगा yoga और ताई-चाई (tai-chi) भी शामिल हैं।
2. चिंता और अवसाद के लिए सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडीटेशन
अध्ययनों से पता चला है कि सचेतन या माइंडफुलनेस का अभ्यास, अवसाद (
) और कुछ चिंता सम्बंधी समस्याओं को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।इसी तरह तनाव के साथ-साथ, सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation) रोगियों को नकारात्मक विचार प्रक्रियाओं से निपटने और उनके दिमाग एवं शरीर को आराम देने में मदद कर सकता है।
माइंडफुलनेस-आधारित थेरेपी (Mindfulness-based therapy) को नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस द्वारा अनुशंसित किया गया है (
), इस थेरेपी को उन लोगों के लिए कारगर माना गया है जो अतीत में तीन या उससे अधिक बार तक अवसाद (depression) की चपेट में आ चुके हैं।यह शायद
. माइंडफुलनेस मेडिटेशन अभ्यास के दौरान मददगार साबित हो।अपने डॉक्टर से इस बारे में बातचीत करें यदि आपको लगता है कि आप चिंता या अवसाद को लेकर अधिक चिंतित रहते हैं और सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन से आपको मदद मिल सकती है।
3. बेहतर नींद के लिए सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation)
(Mindfulness meditation for sleep)
व्यस्त दिन के बाद अपने दिमाग को शांत कर पाना मुश्किल होता है जिसकी वजह से नींद आना कठिन होता है।
सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन से आपके दिमाग और शरीर को आराम मिलता है, इसे करने से रात को तनाव भरे सारे विचारों से छुटकारा पाने में सफलता मिलती है।
एक स्वास्थ्य मनोविज्ञान के जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, (
) सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन (Mindfulness meditation) के कोर्स को करने के बाद बेहतर नींद आने के परिणाम देखे गए हैं।4. क्रॉनिक दर्द के लिए सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अनुसार (
), अकेले यूके की एक तिहाई और आधी जनसंख्या पुराने दर्द से प्रभावित है। लेकिन सचेतन या माइंडफुलनेस (mindfulness) ऐसे लोगों को बेहतर जीवन गुजारने में मदद करती है।प्रारंभिक शोध से पता चला कि नियमित सचेतन या माइंडफुलनेस से व्यक्ति को दर्द का अनुभव कम हुआ। 2015 में हुए अध्ययन (
) के अनुसार, सचेतन या माइंडफुलनेस का अभ्यास करने वाले लोगों में मस्तिष्क का वो हिस्सा कम सक्रिय होता है जो दर्द को भेजने वाले संदेश को प्राप्त करता है।लेकिन अभी भी, पुष्टि करने से पहले अधिक प्रमाण की आवश्यकता है कि सचेतन या माइंडफुलनेस, पुराने दर्द के लिए सफल उपचार है।
यदि आप पुराने दर्द से पीड़ित हैं, तो आप सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन को करना शुरू कर सकते हैं और देखें कि क्या इससे आपको दर्द में राहत मिलती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन करने के कई तरीके हैं जो आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मददगार होते हैं। इसे करने से तनाव में कमी आती है, नींद अच्छी आती है और आप आत्म जागरूक हो जाते हैं।
यह आराम करने और अपने आप को व्यस्त दिन से ब्रेक देने का सही रास्ता है जब आप खुद पर ध्यान दें।
हालांकि सचेतन ध्यान या माइंडफुलनेस मेडिटेशन को लेकर अभी काफी प्रमाण आवश्यक हैं कि किस प्रकार ये तनाव, अवसाद और गंभीर दर्द (anxiety, depression and chronic pain) से छुटकारा दिलाता है। आप इसका अभ्यास करें और देखें कि आपको किस प्रकार इसे करने से मदद मिलती है।