पाचन क्रिया में मदद करने के लिए अच्छे खाद्य पदार्थ

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कभी-कभार तला हुआ (फ़्राइड) खाना खाने या रात में शराब पीने से आपको थोड़े समय के लिए पेट खराब होने से ज्यादा कुछ होने की संभावना कम है। लेकिन बहुत अधिक मात्रा में उनका सेवन करना आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। यहाँ पेट के लिए अनुकूल आहार के बारे में जानकारी दी गई है।

कब्ज से बचाव हेतु अधिक फाइबर लें

अधिक फाइबर खाने की कोशिश करना एक अच्छी बात है, क्योंकि यूके में ज्यादातर लोगों को पर्याप्त फाइबर नहीं मिलता है। फाइबर से भरपूर आहार पाचन में मदद कर सकता है और कब्ज से बचाव सकता है। एक दिन में दी गई सलाह के अनुसार 30 ग्राम फाइबर के सेवन का लक्ष्य रखें।

एक स्वस्थ बोवेल (आंत) के लिए, आपको विभिन्न स्रोतों से फाइबर की आवश्यकता होती है, जैसे:

  • चक्की का आटा (सम्पूर्ण)
  • भूरा चावल (ब्राउन राइस)
  • फल और सब्जी
  • बीन (फलियाँ)
  • ओट

कुछ लोग पाते हैं कि अनाज और सीरीयल पेट के फूलने और इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (irritable bowel syndrome) का कारण बन सकते हैं। अगर ऐसा है, तो इसके बजाय फलों और सब्जियों के माध्यम से फाइबर लें।

अपने फाइबर के सेवन को बढ़ाने के तरीकों के बारे में और पढ़ें।

पाचन में सहायता के लिए खूब सारे तरल पदार्थ लें

तरल पदार्थ पीते रहना महत्वपूर्ण है, खासकर पानी। यह आपके पाचन तंत्र के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है और मल को नरम करता है।

फाइबर पानी को सोख कर एक स्पंज की तरह काम करता है। तरल पदार्थ के बिना, फाइबर अपना काम नहीं कर सकता और आपको कब्ज हो जाएगा।

हर बार खाने के बाद के साथ एक गिलास पानी पीना यह सुनिश्चित करने का एक अच्छा तरीका है कि आपको मात्रा में पर्याप्त तरल पदार्थ मिल रहे हैं। कैफीन वाले पेय से बचें क्योंकि उनसे हार्ट्बर्न (सीने में जलन) हो सकता है।

स्वस्थ पेय कैसे चुनें।

स्वस्थ आंत (gut) के लिए वसा (फ़ैट) कि मात्रा में कटौती करें

वसायुक्त खाद्य पदार्थ, जैसे चिप्स, बर्गर और तले हुए खाद्य पदार्थ, को पचाने में कठिनाई होती है और उनसे पेट में दर्द और हार्टबर्न हो सकता है।

अपने पेट द्वारा किये जाने वाले कार्य को कम करने के लिए चिकनाई युक्त तले हुए खाद्य पदार्थों में कटौती करें।

लीन मांस (बिना वसा का मांस) और मछली खाने की कोशिश करें, स्किम्ड या अर्ध-स्किम्ड दूध पिएं, और तले हुए खाने की बजाय ग्रिल खाना खाएँ।

पेट की समस्याओं से बचने के लिए कम मसालों का सेवन करें

बहुत से लोग मसालेदार खाना पसंद करते हैं और यह उनके पाचन तंत्र को नुकसान नहीं पहुंचाता है। वहीं कुछ लोगों का मसालेदार खाना खाने से पेट खराब हो जाता है।

सिर्फ मिर्च जैसे तीखे खाद्य पदार्थ नहीं है जो सीने में जलन को बढ़ाते हैं। लहसुन और प्याज जैसे हल्के लेकिन स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ भी इसे बढ़ा सकते हैं।

यदि मसालेदार भोजन से आपको हार्टबर्न, पेट दर्द या दस्त होते हैं , तो भविष्य में उन पर कटौती करें। अगर आपको पहले से ही सीने में जलन या पेट में जलन जैसी कोई समस्या है तो इनसे पूरी तरह से परहेज करें।

आंत के लक्षणों को बढ़ाने वाले खाने से परहेज़ करें

कुछ लोग महसूस करते हैं कि कुछ विशेष खाद्य पदार्थ उनकी समस्या का कारण बनते हैं। टमाटर, खट्टे फल, सलाद के ड्रेसिंग और फ़िज़ी पेय जैसे अम्लीय (acidic) खाद्य पदार्थ हार्टबर्न पैदा कर सकते हैं, जबकि गेहूं और प्याज इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं।

और यदि आप लैक्टोज (दूध में मौजूद चीनी) को नहीं पचा सकते हैं तो आपको दूध पीने या क्रीम, पनीर, दही और चॉकलेट सहित डेयरी उत्पादों को खाने के बाद गैस (विंड) और दस्त की समस्या हो सकती है।

ऐसे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से दूर रहने की कोशिश करें जो आपके पाचन संबंधी लक्षणों को ट्रिगर करते हैं। यह जानने का एक तरीका एक फ़ूड डायरी रखना है है कि कौन से खाद्य पदार्थ आपके लक्षणों का कारण बनते हैं।

पाचन को आसान बनाने के लिए सही पेय चुनें

कैफीन युक्त पेय जैसे कॉफी, कोला, चाय और कुछ फिजी पेय पेट में एसिड को बढ़ाते हैं, जिससे कुछ लोगों में हार्टबर्न यानी सीने में जलन की समस्या होती है।

फिजी पेय से सामान्यतः पेट फूल जाता है, जिससे हार्टबर्न भी हो सकती है।

पाचन समस्याओं को कम करने के लिए, ऐसे पेय चुनें जो फ़िज़ी न हों और जिनमें कैफीन न हो, जैसे हर्बल चाय, दूध और सादा पानी।

यदि आप अपनी कॉफी या चाय के बिना नहीं रह सकते हैं, तो दिन में एक या दो कप तक सीमित मात्रा में सेवन करें।

पेट के लिए अच्छी दही का प्रयोग करें

प्रोबायोटिक्स तथाकथित "फ़्रेंड्ली बैक्टीरिया" है जो स्वाभाविक रूप से आंत में भी होते हैं और सभी प्रकार के पाचन संबंधी स्वास्थ्य लाभों से उनको जोड़ा गया है, जिसमें इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम और ट्रैवेलर्स डायरिया जैसे समस्याओं में मदद करना शामिल है।

आप प्रोबायोटिक्स को सप्प्लिमेंट्स (हेल्थ फूड की दुकानों में उपलब्ध) या लाइव दही के रूप में ले सकते हैं, जो एक अच्छा प्राकृतिक स्रोत है।

किसी भी लाभदायक प्रभाव को देखने के लिए आपको उन्हें कम से कम चार हफ्तों तक हर दिन लेना होगा।

प्रोबायोटिक्स के बारे में और पढ़ें।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।