स्वीटनर्स(sweeteners) के कुछ तथ्य

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कृत्रिम स्वीटनर्स(Artificial sweeteners) कम कैलोरी या कैलोरी मुक्त रासायनिक पदार्थ होते हैं जिनका उपयोग चीनी के स्थान पर खाद्य व पेय पदार्थों को मीठा करने के लिए किया जाता है।

ये पेय पदार्थों से लेकर मिठाई, तैयार भोजनों, केक, च्यूइंग गम और टूथपेस्ट जैसे हज़ारों उत्पादों में पाए जाते हैं।

आइए जानते हैं कि उपयोग के लिए स्वीकृत कुछ सबसे आम स्वीटनर्स के बारे में प्रमाण क्या कहता है:

  • एसेसल्फेम के (acesulfame K)
  • एस्पार्टेम (aspartame)
  • सैकरीन (saccharin)
  • सोर्बिटोल (sorbitol)
  • सुक्रालोज़ (sucralose)
  • स्टीविया (steviol glycosides)
  • ज़ाइलिटॉल (xylitol)

कैंसर रिसर्च UK और US नैशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के अनुसार स्वीटनर्स से कैंसर नहीं होता है।

कैंसर रिसर्च UK का कहना है कि “लोगों पर किए गए बड़े अध्ययनों से अब मजबूत प्रमाण मिले हैं कि कृत्रिम स्वीटनर्स इंसानों के लिए सुरक्षित होते हैं”

आपको ये पता लगाने की आवश्यकता नहीं है कि आपने प्रतिदिन कितनी मात्रा में स्वीटनर्स का सेवन किया। क्योंकि हमारे खाने की आदतें इस बात को निर्देशित करती हैं कि कब कृत्रिम मिठास का उपयोग किया जा सकता है।

क्या स्वीटनर्स खाना सेहतमंद होता है?

स्वीटनर्स सुरक्षित हो सकते हैं पर क्या उन्हें खाना सेहत के लिए अच्छा है?

खाद्य उत्पादक यह दावा करते हैं कि स्वीटनर्स दांतो को सड़ने से बचाते हैं, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हैं और इनमें कैलोरी की मात्रा भी कम होती है।

EFSA ने ज़ाइलिटॉल, सोर्बिटोल

सुक्रालोज़ व अन्य स्वीटनर्स के बारे में किए गए मुँह के स्वास्थ्य और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने से संबंधित दावों को स्वीकृति दी है।

आहार विशेषज्ञ एमा कार्डर बताती हैं

"स्वीटनर्स पर हुए शोध में ये पता चला है कि ये स्वस्थ आहार के रूप में रोजाना खाने या पीने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं।”

उन्होंने आगे बताया कि ये उन डायबिटीज के मरीज़ों के लिए एक उपयोगी विकल्प हो सकता है जिन्हें अपना पसंदीदा खाना खाते समय अपने ब्लड शुगर स्तर पर निगरानी रखने की ज़रूरत पड़ती है।

उन्होंने कहा "चीनी की तरह ही स्वीटनर्स भी मीठा स्वाद देते हैं लेकिन ये सेवन के बाद ब्लड शुगर के स्तर को नहीं बढ़ाते हैं, यही बात इन्हें चीनी से अलग बनाती है।"

यह सुझाव दिया गया है कि कृत्रिम स्वीटनर्स का उपयोग भूख को बढ़ा सकता है जो वजन और मोटापे के बढ़ने में भूमिका निभा सकता है।

हालांकि, स्वीटनर्स और भूख बढ़ने में शोध परस्पर विरोधी हैं। इसके अलावा, लम्बे अध्ययनों से यह बताने के लिए बहुत कम प्रमाण हैं कि स्वीटनर्स ऊर्जा की खपत को बढ़ाते हैं और मोटापे के खतरे को भी और बढ़ते हैं।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।