अश्वगंधा (ashwagandha) के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं?

18th January, 2021 • 4 min read

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है। यह Caroline Bodian द्वारा लिखा गया है और Dr Adiele Hoffman ने इसकी मेडिकल समीक्षा की है।

वैकल्पिक दवाओं में अश्वगंधा (ashwagandha) एडाप्टोजेन (adaptogen) के नाम से जानी जाती है। जिसका अर्थ है यह आपके शरीर की तनाव से निपटने में मदद करती है।

यह दावा किया गया है कि इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ हैं और लोकप्रियता में इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है। लेकिन क्या इनमें से कोई भी दावा विज्ञान द्वारा समर्थित है- और क्या इसके सेवन से दुष्प्रभाव भी जुड़े हुए हैं। अधिक जानने के लिए पढ़ें।

अश्वगंधा क्या है? (What is ashwagandha?)

अश्वगंधा (ashwagandha) एक छोटा सदाबहार पौधा है जो आयुर्वेदि में एक महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है - एक प्रकार की प्राचीन भारतीय मेडिसिन पद्धति जो प्राकृतिक इलाज पर आधारित है।

इसे कभी-कभी अन्य नामों से भी जाना जाता है जिसमें भारतीय जिंसेन और विंटर चेरी शामिल है। यह भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका में होती है और जड़ और बेरी से रस या पाउडर के रूप में इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है। जैसे कि पाउडर या गोलियां।

अश्वगंधा लेने के संभावित लाभ क्या हैं?

अश्वगंधा का इस्तेमाल भिन्न-भिन्न स्वास्थ्य अवस्थाओं के लिए किया जाता है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह सिद्ध करने के लिए कि यह असरदार है, अधिक वैज्ञानिक साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं।

कुछ अध्ययन सुझाव देते हैं कि अश्वगंधा तनाव और चिंता (stress and anxiety), ब्लड शुगर के स्तर को कम करने (lowering blood sugar level) और कोर्टिसोल के स्तर को कम करने (reducing cortisol level) में मदद करता है।

हालांकि ऐसे बहुत से दावे छोटे पैमाने पर आधारित हैं। व्यक्तिगत अध्ययन, जानवरों और टेस्ट ट्यूब अध्ययन और बहुत से शोध की आवश्यकता है।

2 छोटे अध्ययनों से मिले साक्ष्य से पता चला है कि अश्वगंधा तनाव के लक्षणों में मदद कर सकता है। यह इसलिए क्योंकि यह कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है। जो शरीर के अंदर पाया जाने वाला तनाव सम्बन्धी हॉरमोन है। हालांकि हाल में हुआ शोध सीमित है और इसे सिद्ध करने के लिए अधिक की आवश्यकता है। तनाव के लिए अश्वगंधा लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना बेहतर है।

अश्वगंधा के दुष्प्रभाव क्या हैं?

मेडिकल जड़ी बूटी और सप्लीमेंट प्राकृतिक चुनाव जैसी लग सकती हैं। लेकिन फिर भी उनका आपके शरीर पर बड़ा दुष्प्रभाव पड़ सकता है और हमेशा पारंपरिक दवाओं के रूप में कड़ाई से लागू नहीं किया जाता है। इसका मतलब है यदि आप इसे लेने के बारे में सोच रहे हैं तो इसके संभावित दुष्प्रभावों के साथ ही साथ इनके चेतावनी बारे में पता लगाना जरूरी है।

अश्वगंधा का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना बेहतर है, यदि आप:

  • लिखी हुई दवाई या बिना पर्ची की कोई दवा ले रहे हैं
  • गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं
  • सर्जरी करवाने वाले हैं
  • 18 वर्ष से छोटे या 65 वर्ष से बड़े हैं

अश्वगंधा की अधिक खुराक लेना दस्त (diarrhoea), पेट खराब (stomach upset), उल्टी (vomiting) और दुर्लभ मामलों में लिवर समस्या का कारण बन सकता है।

अश्वगंधा आपके ब्लड शुगर के स्तर को कम कर सकता है। जो डायबिटीज के दवाइयों के साथ हस्तक्षेप कर सकता है। यदि आपका ब्लड प्रेशर कम है आपको सावधान रहना चाहिए। क्योंकि अश्वगंधा ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है या कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है। अश्वगंधा थायरॉइड हॉरमोन (thyroid hormones) के स्तर में परिवर्तन कर सकता है तो आपको तब भी सतर्क रहना चाहिए यदि आप थायरॉइड की दवाएं ले रहे हैं।

यह कुछ ऑटोइम्यून स्थितियों (autoimmune condition) या थायरॉयड स्थितियों को भी बढ़ा सकता है। यह सेडटिव (sedative) और प्रतिरक्षादमन (immunosuppressants) दवाओं के साथ प्रतिक्रिया भी कर सकता है।

आखिरी बात यह है कि आपको अश्वगंधा (ashwagandha) लेने के बारे में सतर्क रहना चाहिए। कुछ मामलों में, दुष्प्रभाव संभावित लाभों से ज़्यादा हो सकते हैं।

मुख्य बिंदु (Key points)

  • अश्वगंधा एक मेडिकल जड़ी बूटी है जो भिन्न भिन्न प्रकार की स्वास्थ्य अवस्थाओं के लिए इस्तेमाल होती है।
  • अधिकतर मामलों में यह सिद्ध करने के लिए की यह असरदार है इसके ठोस वैज्ञानिक सबूत नहीं मिले हैं
  • कुछ सबूत है कि यह तनाव और चिंता के लक्षणों को कम कर सकता है
  • अश्वगंधा दुष्प्रभाव का कारण बन सकता है और इसे कुछ दवाओं के साथ नहीं लेना चाहिए
  • यदि आप अश्वगंधा लेने को लेकर निश्चित नहीं हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।