हाल के वर्षों में, रनिंग (दौड़ने) को काफ़ी लोकप्रियता मिली है, लेकिन इससे घुटने के दर्द (knee pain) में वृद्धि हुई है।
हाल के वर्षों में, रनिंग (दौड़ने) को काफ़ी लोकप्रियता मिली है, लेकिन इससे घुटने के दर्द (knee pain) में वृद्धि हुई है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) में एक स्टडी के अनुसार, लगभग 5 में से 4 रनर्स (धावक) (79.3%) को कोई न कोई इंजरी होती है, जो टेम्पररी तौर पर उन्हें वर्ष में कम-से-कम एक बार रनिंग से रोकती है - और इन इंजरीज का मुख्य स्थान घुटना होता है।
लंदन, यूके के वेलिंगटन हॉस्पिटल के कंसलटेंट आर्थोपेडिक सर्जन एंडी गोल्डबर्ग ओबीई कहते हैं, "रनिंग (दौड़ना) अपने आप में आपके लिए अच्छा होता है, लेकिन यदि आप बुरी आदतों का विकास करते हैं या ठीक से रनिंग नहीं करते हैं, तो आपको चोट का खतरा बढ़ जाएगा।”
यदि आप दौड़ने के दौरान या बाद में घुटने के दर्द से पीड़ित हो जाते हैं, तो यह कई कारणों से हो सकता है।
(Patellofemoral pain syndrome)
यह चोट अति उपयोग करने की वजह से होती है, जो माना जाता है कि आपके नीकैप (घुटने के ऊपर की हड्डी) और जांघ की हड्डी के बीच के जोड़ पर तनाव पड़ने के कारण होती है।
(Patellar tendinitis)
यह घुटनों पर अधिक भार पड़ने के कारण होता है, अक्सर कूदने (जंपिंग) से। अक्सर घुटनों पर अधिक भार देने से जॉइंट में कोई टेंडन टूट सकती है, जिससे अक्सर भार उठाने में यह सक्षम नहीं होता है, जैसे कि चलते या दौड़ते समय।
(iliotibial band syndrome)
यह धावकों में घुटनों के आसपास दर्द का सबसे आम कारण होता है। यह इंजरी अत्यधिक उपयोग करने की वजह से तब होती है, जब कनेक्टिव फाइबर जो घुटनों की रगड़ को जांघ की हड्डी के खिलाफ स्थिर करती है, वो टाइट हो जाती है।
यह आकस्मिक चोट लगने के कारण होता है, जैसे कि खेलने के दौरान लगी चोट (sports injury), या धीरे-धीरे वियर एंड टियर (घिस-पिस) के कारण (ऑस्टियोआर्थराइटिस/osteoarthritis)।
यदि दौड़ने के समय आपके घुटनों में दर्द होता है, तो कारण का पता लगाने के लिए आपको स्वयं से निम्नलिखित प्रश्न पूछना चाहिए:
यह ‘रनर्स नी (runner’s knee)’ हो सकते हैं, जिसकी होने की संभावना ज्यादा होगी यदि आपके घुटने के जॉइंट के अलाइनमेंट (संरेखण) में समस्या या मांसपेशियों में कमजोरी होगी।
ये सभी संकेत देते हैं कि आपको ‘जंपर्स नी’ की तकलीफ़ हो सकती, जो ओवरट्रेनिंग, खराब तकनीक और हार्ड (कठोर) सतहों पर रनिंग (दौड़) करने से जुड़ी हुई है।
यह ‘आईटी बैंड सिंड्रोम’ हो सकता है (IT band syndrome), जो मांसपेशियों की कमजोरी, बैंड में जकड़न और पैर की अलग-अलग लंबाई से जुड़ा हुआ होता है।
यह भी ‘आईटी बैंड सिंड्रोम’ का संकेत है, जो आईटी बैंड के रिलैक्स होने पर कम हो जाता है।
यह ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के कारण होने वाली कार्टिलेज डैमेज हो सकती है, जिसे बढ़ती उम्र, होना महिला होना या वजन अधिक होना जैसे कारक और बढ़ा देते हैं।
यदि आप मुख्य रूप से रनिंग के बाद घुटने के दर्द का अनुभव करते हैं, तो यह ‘जंपर्स नी’ के संकेत हो सकते हैं।
लेकिन यह समय के साथ आपके परफॉरमेंस को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए इस बात को मॉनिटर करना महत्वपूर्ण होता है कि क्या यह दर्द धीरे-धीरे रनिंग (दौड़ने) के दौरान आपको प्रभावित करना शुरू करता है या रनिंग (दौड़ने) के बाद।
यह ज़रूरी है कि आप अपने शरीर की सुनें और दर्द होने पर रनिंग (दौड़) से बचें। आपको फिर से तभी रनिंग करनी चाहिए जब आप रिकवरी कर चुके हों और आपके दर्द में सुधार हो चुका हो।
भविष्य में घुटने के दर्द या इंजरी को रोकने के लिए, रनर्स के लिए घुटनों के विभिन्न व्यायाम (
) हैं, जिसे आप घुटनों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कर सकते हैं।भविष्य में चोट की संभावना को कम करने के लिए आप सही तरीके से कैसे दौड़ सकते (
) है यह भी सीख सकते हैं।यदि एक सप्ताह आराम करने के बाद भी आपको दर्द महसूस होता है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए, जो
की सलाह दे सकते हैं।यदि आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो भी आपको डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए:
• तीव्र दर्द की शुरुआत
• वजन उठाने में कठिनाई
• हाई टेम्परेचर (बुखार)
• घुटने को हिलाने में समस्या
• हड्डी में लगातार दर्द
• रात में या आराम करते समय दर्द
• बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन का घटना
• बिना किसी स्पष्ट कारण के गांठ होना
• कैंसर (cancer) का इतिहास
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।