यहां लिंग के बारे में में पांच तथ्य दिए गए हैं जो शायद आपको पता नहीं हों।
यहां लिंग के बारे में में पांच तथ्य दिए गए हैं जो शायद आपको पता नहीं हों।
अगर लिंग पूरी तरह तनाव में हैं और ये बुरी तरह घूम जाए तो टूट सकता है। लिंग में कोई हड्डी नहीं होती, मगर तनाव के वक्त इसमें जो नलियां रक्त से भरी हुई होती हैं वो फट सकती हैं। इससे उनके अंदर रक्त बहना शुरु हो जाता है जिससे दर्द के साथ सूजन आ जाती है। हालांकि लिंग के टूटने की बहुत ही कम शिकायतें सुनने को मिलती हैं। मगर ऐसा माना जाता है कि पुरुष ऐसी किसी भी समस्या से काफी शर्मिन्दा हो जाते हैं और इसलिए डॉक्टर के पास नहीं जाते। एक तिहाई मामलों में सेक्स के वक़्त में साथी का ऊपर होना इसके लिए जिम्मेदार होता है। इसका टूटना तब होता है जब पुरुष का लिंग साथी की योनि से फिसलकर बाहर आ जाए और बुरी तरह से मुड़ जाए ।
औसतन रात में सोते हुए एक स्वस्थ पुरुष को रात में तीन से पांच बार इरेक्शन होता है। हर बार ये इरेक्शन जाने में 25 से 35 मिनट का वक्त लगता है। एक पुरुष का सुबह इरेक्शन के साथ उठना बेहद सामान्य होता है जिसे ‘मॉर्निंग ग्लोरी’ कहते हैं। ये ही रात के इरेक्शन के चक्र का आखिरी इरेक्शन होता है। अभी तक रात के लिंग के तनाव के कारणों को पूरी तरह समझा नहीं जा सका है। शोध बताते हैं कि इसका सीधा संबंध नींद के स्तर से होता है जिसे रैपिड आई मूवमेंट (REM ) भी कहा जाता है। सपने देखते वक्त ये बेहद सामान्य है। बहरहाल इसके पीछे जो भी कारण हों ज्यादातर डॉक्टर मानते हैं कि रात में तनाव आना बेहद सामान्य है और इसका सीधा सा मतलब ये है कि सभी कुछ सही चल रहा है।
ब्रिटिश जर्नल ऑफ यूरोलॉजी इंटरनेशनल के मुताबिक आपके लिंग की लंबाई का जूते के साइज से कोई भी सरोकार है, ये सिर्फ एक भ्रम है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में शोधकर्ताओं ने किशोरवर्ग से लेकर सेवानिवृत्त लोगों तक 104 पुरुषों के लिंग को नापा। पूरे समूह में औसत लिंग की लंबाई नरम और धीरे से फैलाने पर 13 सेंटीमीटर या 5.1 इंच निकली। वहीं ब्रिटिश जूतों का औसतन साइज नौ (43 यूरोपीय आकार) है। बहरहाल शोधकर्ताओं को जूतों और लिंग के आकार में कोई लिंक नहीं मिल सका।
छोटे लिंग में इरेक्शन होने पर उनके आकार में ज्यादा बढ़ोत्तरी होती है। 2770 लोगों के लिंग के आकार पर शोध में पाया गया कि छोटे लिंग में तनाव आने पर उसमें 86 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई। ये बड़े लिंग में होने वाली बढ़ोत्तरी के लगभग दो गुना ज्यादा थी जिनमें सिर्फ 47 फीसदी ही बढ़ोत्तरी हुई। 1988 में जर्नल ओफ़ सेक्स रीसर्च में शोध में शोधकर्ताओं ने ये भी पता लगाया कि छोटे और बढ़े लिंग में तनाव आने के बाद वापस शिथिल हो जाने के बाद उनके आकार में बहुत ही कम फर्क देखा गया। मसलन शिथिल लिंग की लंबाई में औसतन 3.1 सेंटीमीटर या 1.2 इंच का अंतर पाया गया, मगर तनाव में आने के बाद लिंग की लंबाई में 1.7 सेंटी मीटर या .67 इंच का अंतर ही पाया गया।
सामान्य धारणा के विपरीत सामान्य तौर पर ‘लव मसल’ में कोई मांसपेशी नहीं होती है। इसीलिए आप इसमें इरेक्शन आने के बाद, इसे बहुत ज्यादा हिला नहीं सकते हैं। लिंग एक स्पंज (एक तरह का जलशोधक पदार्थ) की तरह होता है जो पुरुष के काम उत्तेजना से तनाव में आने के बाद खून से भर जाता है। रक्त इसके अंदर सिलेंडर की तरह दो खांचे बना लेता है जिससे लिंग में सूजन और कठोरपन आ जाता है। सूजन के कारण नसें अंदर से बंद हो जाती हैं जिससे खून लिंग से बाहर निकल जाता है। जब तनाव गायब हो जाता है इन खांचों की धमनियां फिर से शिथिल हो जाती हैं और रक्त इनसे होकर लिंग से बाहर निकल जाता है।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।