निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन (Dehydration) वह स्थिति होती है जब आपके शरीर में पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है; शरीर में मिनरल्स का संतुलन गड़बड़ हो जाता है, और आपके अंगों के कार्य करने की प्रणाली पर असर पड़ता है।
निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन (Dehydration) वह स्थिति होती है जब आपके शरीर में पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है; शरीर में मिनरल्स का संतुलन गड़बड़ हो जाता है, और आपके अंगों के कार्य करने की प्रणाली पर असर पड़ता है।
बहुत अधिक पसीना आना भी डिहाइड्रेशन का एक कारण हो सकता है, ऐसा लू (बहुत अधिक समय तक धूप में रहने) लगने के कारण और अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने के कारण भी होता है।
बुखार, डायरिया या उल्टी जैसी बीमारी में भी शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration) होने का खतरा बढ़ जाता है और कुछ प्रकार की दवाईयों (डाइयूरेटिक्स) के सेवन से भी शरीर से सारा पानी निकल जाता है।
डिहाइड्रेशन मुख्य रूप से 3 प्रकार या श्रेणियों में विभाजित होता है जिन्हें शरीर के वजन के हिसाब से तरल की कमी के आधार पर आंका जाता है।
हल्के से लेकर मध्यम डिहाइड्रेशन को घर पर तरल पदार्थों को देकर और खोए हुए लवणों की कमी को पूरा करते हुए ठीक किया जा सकता है, जबकि गंभीर डिहाइड्रेशन एक मेडिकल इमरजेंसी है इसलिए हॉस्पिटल में ही उपचार किया जाना चाहिए।
आप घर पर ही हल्के और मध्यम श्रेणी वाले निर्जलीकरण को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं।
आपको बहुत अधिक अतिरिक्त तरल पदार्थ पीना शुरू करना चाहिए, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सादा पानी पीना, आपके शरीर को खोए हुए लवण, शर्करा और खनिजों को फिर से भरने के लिए पर्याप्त नहीं होगा।
अगर आप सोचते हैं कि आपको मध्यम निर्जलीकरण है तो आपको ओरल रिहाइड्रेशन सल्यूशन (oral rehydration solution) लेने की शुरुआत करनी चाहिए। (जो कि अक्सर एक सैशे या पैकेट के रूप में किसी भी स्थानीय फार्मेसी पर मिल जाता है।)
आप चाहें तो आराम पाने के लिए फ्लैट फिजी ड्रिंक जैसे - कोला, और क्रिस्पी नमकदार स्नैक का सेवन भी कर सकते हैं।
कुछ विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आप डिहाइड्रेशन से बचने के लिए स्क्वाश, फलों का जूस या कोई भी स्पोर्ट ड्रिंक पी सकते हैं जिसमें इलेक्ट्रोलाइट्स की भरमार हो। लेकिन इन्हें लेते समय यह बात याद रखने की आवश्यकता है कि इनमें से कुछ विकल्पों में भरपूर मात्रा में शुगर होती है।
यदि आप बीमार या मतली महसूस किए बिना बड़ी मात्रा में तरल पदार्थ पीने में असमर्थ हो रहे हैं तो थोड़ी-थोड़ी देर में घूंट-घूंट भर पानी पिएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
अगर आपके लक्षणों में कोई सुधार नहीं आता है तो आपको जल्द ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
क्रोनिक या गंभीर निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन होने पर मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति आ जाती है। अगर आप बहुत अधिक थकान, भ्रम या भटकाव महसूस करते हैं तो जल्द से जल्द नजदीकी इमरजेंसी रूम में जाएं।
डॉक्टर आपके शरीर में खोए लवणों और मिनरल्स की कमी को पूरा करने के लिए इंट्रावेनस ड्रिप चढ़ा सकता है, और डिहाइड्रेशन होने के कारणों को जानने के लिए कुछ टेस्ट भी करवा सकता है।
आप मेडिकल इमरजेंसी सेवा सकते हैं अगर आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है:
आपको मूत्र का रंग देखकर भी अंदाजा लग सकता है कि आपको डिहाइड्रेशन की शिकायत है या नहीं।
यदि पेशाब का रंग हल्का पीला या सफेद है तो इसका मतलब है कि आप पूरी तरह से हाइड्रेट हैं, जबकि गहरी पीले रंग की पेशाब आने का मतलब है कि आपके शरीर में पानी की कमी हो गई है।
हल्के या मध्यम डिहाइड्रेशन के अन्य लक्षण निम्न प्रकार हैं:
कुछ लोगों को डिहाइड्रेटेड होने पर भी कम प्यास लगती है। ऐसा अक्सर बुजुर्गों और छोटे बच्चों में देखने को मिलता है।
रोकथाम हमेशा इलाज की तुलना में आसान है।
अपने आपको डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए हर दिन कम से कम 6 से 8 गिलास पानी पिएं और तरल-समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन करें। सूप, खीरा और फलों जैसे खरबूज या तरबूज से बनी आइसक्रीम को खाने से भी शरीर में तरल पदार्थों की कमी पूरी हो जाती है।
अगर आपको कोई बीमारी, बुखार, उल्टी या डायरिया की शिकायत है तो अतिरिक्त मात्रा में तरल पदार्थ लें। अधिक व्यायाम करने पर पसीना निकलने की स्थिति में भी ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ पीने का प्रयास करें।
महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।