कोविड-19 के रूप में जाना जाने वाला कोरोना वायरस हाल के हफ्तों में समाचारों की सुर्खियों में रहा है। दैनिक रिपोर्टों से पता चलता है कि मृत्यु, संक्रमण और प्रभावित देशों की संख्या बढ़ रही है, जिससे एक बात स्पष्ट हो जाती है: यह एक तेजी से फैलने वाला संक्रमण है।
हालांकि, एक नए वायरस के रूप में, यह कोई नहीं जानता कि वास्तव में कोरोना वायरस कितना खतरनाक है।
जबकि इस बारे में जानकारी बहुत कम है कि यह प्रकोप समय के साथ कैसे बदलेगा, यह ज्ञात है कि यह पिछले कोरोना वायरस के प्रकोपों की तुलना कैसे करता है, जैसे कि 2003 के गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) का प्रकोप और 2012 के मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) का प्रकोप।
नोवेल कोरोना वायरस की तुलना SARS और MERS से कैसे की जाती है? (How does the novel coronavirus compare to SARS and MERS?)
नोवेल कोरोना वायरस में मृत्यु दर (संक्रमित लोगों की संख्या जो संक्रमण से मरती है) वर्तमान में लगभग 2% है। हालांकि, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी इस बात से सहमत हैं कि ये आंकड़े, वास्तविक आंकडों से अधिक अनुमानित हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जो लोग इलाज के लिए अस्पताल गए हैं, उन्हें ही गिनती में शामिल किया गया है। वास्तव में, कई लोगों में हल्के लक्षण विकसित हुए हैं जिन्हें इलाज की आवश्यकता नहीं है।
यहां तक कि अगर 2% मृत्यु दर को सटीक रूप से लिया जाता है, तो 2003 के SARS प्रकोप से तुलना करने पर पता चलता है कि कोविड-19 पूरे संसार के पिछले सभी कोरोना वायरस जितना घातक नहीं है।
SARS प्रकोप के दौरान, यूरोपीय केंद्र रोग निवारण और नियंत्रण (ECDC) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, 26 देशों में 8,096 लोग संक्रमित और 774 लोगों की मृत्यु हुई थी।
यह चीन के कोरोना वायरस की तुलना में लगभग 10%-8% से अधिक घातक स्थिति है।
कोविड -19 की तुलना में मर्स MERS भी अधिक घातक प्रतीत होता है।
ईसीडीसी और डब्ल्यूएचओ के आंकड़े बताते हैं कि चूंकि यह पहली बार 2012 में सामने आया था, मर्स (MERS) ने 2,494 लोगों को संक्रमित किया, यह 27 देशों में फैल गया और 35% की मृत्यु दर से -858 लोगों की मृत्यु हुई थी।
क्या चीनी कोरोना वायरस, फ्लू से भी बदतर (घातक) है? (Is the China coronavirus worse than the flu?)
नोवेल कोरोना वायरस की तुलना में फ्लू काफी अधिक संक्रामक है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल अकेले अमेरिका में फ्लू के 35 मिलियन से अधिक मामले थे और लगभग 0.09% की मृत्यु दर से - 34,157 लोगों की मृत्यु हुई थीं।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि जहां हर साल कई लोगों को फ्लू होता है और कई लोग संक्रमण से भी मर जाते हैं, वहीं वर्तमान में फ्लू से किसी व्यक्ति की मौत होने की संभावना कम है।
नए कोरोना वायरस की तुलना में फ्लू को कम चिंताजनक माना जा सकता है क्योंकि एक वार्षिक टीका है जो फ्लू के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है।
इसके विपरीत, नए कोरोना वायरस के लिए कोई टीका नहीं है।
इसे ध्यान में रखते हुए, कोविड -19 से संक्रमित होने से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है, सीडीसी के दिशानिर्देशों का पालन करना, जो आपको निम्न सलाह देता है:
- कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
- यदि साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध नहीं हैं तो कम से कम 60% अल्कोहल के साथ अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- अपनी आंखों, नाक और मुंह को गंदे हाथों से छूने से बचें।
- जो लोग बीमार हैं उनसे नजदीकी सम्पर्क/स्पर्श से बचें।
- जब आप बीमार हों तो घर में रहें।
- अपनी खांसी या छींक को एक टिशू से कवर करें, फिर टिशू को कूड़ेदान में फेंकें दें।
- बार बार छुई जाने वाली वस्तुओं और सतहों को स्वच्छ और कीटाणुरहित रखें।
यदि आपको लगता है कि आपको कोरोना वायरस हो सकता है, तो आप अपने लक्षणों की जाँच करने के लिए और दुनिया भर के अन्य लोगों के साथ तुलना करने के लिए हमारे कोविड-19 लक्षण मैप का उपयोग कर सकते हैं।
इससे आपको बेहतर जानकारी मिल सकती है कि बीमारी किस तरह से आपको प्रभावित कर रही है और हमें प्रकोप के प्रसार को मैप करने में मदद मिलेगी।