अधिकतर स्त्रियों का मासिक चक्र नियमित होता है जो 28 दिन लम्बा होता है(एक माहवारी की शुरुआत से लेकर अगली माहवारी के शुरू होने तक के 28 दिन) और हर चक्र में स्त्री तीन से पांच दिन के लिए रक्तस्राव का अनुभव करती हैं। मगर कुछ महिलाओं को माहवारी में समस्याओं का अनुभव होता है।
इससे पहले आप माहवारी की समस्याओं के लिए अपने डॉक्टर से मिलें , अगर आप अपने पूरे मासिक चक्र के दौरान अपने लक्षणों की एक डायरी बना लेंगी तो आपको फायदा हो सकता है। इससे आपके डॉक्टर को इस बात की एक विस्तृत रिपोर्ट मिल जाएगी कि मासिक चक्र के दौरान आपके साथ किस समय ,क्या-क्या होता है।
दर्दभरी माहवारी(Painful periods)
माहवारी के दौरान दर्द सामान्य है। यह गर्भाशय में से खून को बाहर निकालने के लिए गर्भाशय के सिकुड़ने के कारण होता है।
व्यायाम इस दर्द को कम करने में आराम दे सकता है, और कुछ स्त्रियां बिना पर्चे के दर्द निवारक जैसे, आइबुप्रोफेन या पैरासिटामोल से मदद पा लेती हैं। अपने दवा विक्रेता से सलाह लें।
अगर दर्द इतना ज्यादा है कि आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डाल रहा है, तो डॉक्टर से बात करें। हॉर्मोनल गर्भ-निरोधक , जैसे मिली-जुली या कम्बाइंड गोलियां , इंट्रा यूटेराइन सिस्टम(आईयूएस), गर्भ-निरोधक पैच या गर्भ निरोधक इंजेक्शंस , दर्द को कम कर सकते हैं। दर्द भरी माहवारी के बारे में और पढ़ें।
ज्यादा माहवारी होना
कुछ स्त्रियों को अन्य स्त्रियों के मुकाबले ज्यादा माहवारी होती है , पर अगर आपकी माहवारी इतनी ज्यादा है कि आपकी रोजमर्रा के जीवन पर असर डाल रही है , तो मदद उपलब्ध है।
अपने रक्तस्राव के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें , साथ ही ये भी बताएं कि आपको अपने सैनिटरी सुरक्षा (टॉवेल्स, टेम्पोंस मेंस्ट्रुअल कैप्स ) को कितनी बार बदलने की जरूरत पड़ती है।
डॉक्टर आपको ये बता सकते हैं कि आपको इतना ज्यादा रक्तस्राव क्यों हो रहा है। इस जांच में खून परीक्षण और स्कैन्स भी शामिल हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (एनआईसीई) ने ज्यादा रक्तस्राव के लिए कुछ संभावित इलाज बताये हैं। इनमे शामिल हैं :
- कुछ तरह के हॉर्मोनल गर्भनिरोधक, जैसे इंट्रा यूटेराइन सिस्टम (आईयूएस ) -जो बहुत सी स्त्रियों में माहवारी को पूर्णतः खत्म ही कर देता है - गर्भनिरोधक इम्प्लांट, गर्भनिरोधक इंजेक्शन या कम्बाइंड गोलियां
- ट्रेनेक्सेमिक एसिड टेबलेट्स ( आपकी माहवारी के आसपास के समय कुछ दिनों के लिए लेनी होती हैं)
- नॉन स्टेरॉइडल एंटी - इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसआईडीज )
- प्रोजेस्ट्रोन टेबलेट्स (जिसमे आपके शरीर में प्राकृतिक रूप से बनने वाले प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन का सिंथेटिक या मानव-निर्मित स्वरूप होता है
कुछ मामलों में अगर इलाज काम नहीं करते हैं, या गर्भाशय के साथ कोई समस्या, जैसे फाइब्रॉइड्स (कैंसर रहित वृद्धियां) है, तो सर्जरी ही एकमात्र उपाय हो सकता है। सर्जरी में फाइब्रॉइड्स , गर्भाशय के अंतरस्तर या पूरे गर्भाशय को हटाना शामिल हो सकता है।
ज्यादा माहवारी के बारे, जिसमे इलाज भी शामिल है, के बारे में और पढ़ें।
अनियमित माहवारी(Irregular periods)
एक माहवारी सामान्यतया दो से सात दिनों तक रहती है , जिसकी आम अवधि पांच दिन जितनी लम्बी होती है।
मगर, कुछ स्त्रियों में मासिक चक्र अनियमित होता है। इस जगह पर इस स्थिति में बहुत अधिक विभिन्नताएं पाई जाती है जैसे :
- आपकी माहवारी के बीच का समय (ये जल्दी या देर से आ सकती है)
- रक्त्स्त्राव की मात्रा (माहवारी ज्यादा या कम हो सकती है )
- माहवारी जितने दिन चलती है, उन दिनों की संख्या
- अनियमित माहवारी यौवनावस्था और मेनोपॉज के बिलकुल पहले आम हो सकती है
अनियमित माहवारी के कारणों के बारे में जानें जिनमे हॉर्मोन असंतुलन और आपके गर्भनिरोध के तरीकों में बदलाव होना शामिल है, साथ ही जाने कि अनियमित माहवारी का इलाज कैसे होता है ।
माहवारी का नहीं होना(Absent periods)
माहवारी नहीं होना स्वास्थ्य की किसी मूलभूत समस्या की तरफ इशारा करती है। अगर आपके साथ ऐसा होता है, तो अपने डॉक्टर से मिलें। माहवारी बहुत ज्यादा वजन गिरने , तनाव, बहुत अधिक व्यायाम करने से भी रुक सकती यही।
माहवारी नहीं होने के बारे में और पढ़ें।
प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस,
पीएमएस को मासिक चक्र के दौरान हॉर्मोन्स के बदलते रहने वाले स्तरों के साथ जुड़ा हुआ समझा जाता है। सभी स्त्रियां पीएमएस महसूस नहीं करती , और जो करती हैं , उनमे भी इसकी तीव्रता और लक्षण भिन्न हो सकते हैं।
बहुत ज्यादा पीएमएस एक स्त्री के व्यक्तिगत और कामकाजी जीवन में दखल दे सकता है, और उसे माहवारी होने से पहले वाले दिनों में काम करने में मुश्किलें पैदा कर सकता है।
लक्षणों में शामिल हैं:
- मूड स्विंग्स
- चिड़चिड़ापन
- अवसाद
- सरदर्द
- शरीर फूलना
- स्तनों का कोमल होना या दर्द भरा हो जाना
पीएमएस के लक्षण(PMS symptoms)
ये लक्षण मासिक चक्र के दूसरे चरण में उभर सकते हैं और बढ़ सकते हैं, और जब माहवारी शुरू हो जाती है, तब कम होकर विलुप्त हो सकते हैं।
पीएमएस से गुजरने वाली कुछ स्त्रियों को सामान्य स्वास्थ्य सलाह जैसे, पौष्टिक संतुलित भोजन करना , शराब और कैफीन का सेवन कम करना और चुस्त रहने के लिए नियमित व्यायाम करना, का पालन करना भी लाभकारी होता है।
कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (सीबीटी, Cognitive behavioural therapy (CBT) भी मदद कर सकती है। सीबीटी वह होती है जब एक परामर्शदाता आपको नकारात्मक व्यवहार को पहचानने में मदद करता है और उसकी मिटाने व बदलने के लिए योजनाएं बनाता है।
काउन्सलिंग के बारे में और पढ़ें।
बहुत सी सहायक थेरेपीज और विटामिन-सप्लीमेंट्स पीएमएस का इलाज करने में मदद करने का दावा करते हैं। हालाँकि अभी और शोध की जरूरत है पर ताजा सूचना के मुताबिक यह पाया गया है कि मैग्निसियम और एग्नस कैसट्स(magnesium and Agnus, Castus) कुछ स्त्रियों की मदद कर सकता है।
कुछ सहायक थेरेपी दवाओं के साथ व्यवधान या अलग असर दे सकती हैं , इसलिए कुछ भी शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार सलाह ले लें।
पीएमएस के अन्य इलाजों में शामिल हैं :
- मिलीजुली या कम्बाइंड गर्भनिरोधक गोलियां(a combined contraceptive pill
- कुछ ख़ास एंटी-डिप्रेसेंट्स जैसे, सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इन्हिबिटर्स (एसएसआरआईज,SSRIs) या सेरोटोनिन नोरएपिनेफ्रीन रीअपटेक इन्हिबिटर्स (एसएनआरआईज,SNRIs)
कुछ मामलों में, कोई मूलभूत मनोवैज्ञानिक स्थिति भी हो सकती हैं जो माहवारी खत्म होने पर नहीं जाती। यह इशारा है की यह पीएमएस का लक्षण नहीं है। ऐसे मामलों में मनोवैज्ञानिक स्थिति के लिए इलाज फायदा दे सकता है।
पीएमएस के बारे में और पढ़ें , जिसमे लक्षण और इलाज शामिल हैं।
एंडोमेट्रिओसिस(Endometriosis)
यह वह स्थिति है जिसमे गर्भाशय के अंतरस्तर(एंडोमेट्रियम) की कोशिकाएं, शरीर के अन्य हिस्सों में उभरने लगती हैं। यह स्थिति आम तौर पर धड़ या पेट के हिस्से में, पेल्विस और ओवरीज व् फैलोपियन ट्यूब्स में भी होती है।
माहवारी के हॉर्मोंस ओवरीज से अंडे को निकासित तथा गर्भाशय के अंतर्-स्तर को मोटा करते हैं। अगर अंडा निषेचित नहीं होता है तो गर्भाशय की दीवार या स्तर टूट जाता है और खून बहने लगता है और जो माहवारी के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है। एंडोमेट्रिओसिस में शरीर के अन्य हिस्सों में भी कोशिकाएं टूटने लगती हैं जिससे सूजन , दर्द और ऐडहेजन (कोशिकाओं का आपस जुड़ना, scar tissue) हो जाता है।
एंडोमेट्रिओसिस के लक्षण
सभी स्त्रियों में लक्षण नहीं होते मगर आम लक्षणों में आते हैं :
- दर्दभरी , ज्यादा या अनियमित माहवारी
- यौन क्रिया के दौरान या बाद में दर्द
- प्रजनन क्षमता में कमी
- शौच में तकलीफ
ये लक्षण अन्य स्थितियों को भी प्रदर्शित कर सकते हैं। पक्का निदान करने का एकमात्र तरीका लैप्रोस्कोपी है (एक ऐसी सर्जिकल प्रक्रिया जिसमे सर्जन छोटे कैमरे की मदद से उदर /पेट के अंदर देखता है )
एंडोमेट्रिओसिस का इलाज
इलाज के विभिन्न तरीकों में आते हैं :
- दर्दनिवारक
- हॉर्मोन इलाज ( जैसे प्रोजेस्ट्रोन )
- हॉर्मोनल गर्भनिरोधक तरीके – जैसे कम्बाइंड गोलियां, गर्भनिरोधक पैच इंट्रा यूटेराइन सिस्टम (आईयूएस)
- ड्रग्स जो शरीर के एस्ट्रोजन को रोक कर अल्पकालिक और वापस बदला जा सकने वाला (रिवर्सिबल) मेनोपॉज शुरू कर सके
बहुत गम्भीर मामलों में, एंडोमेट्रिओसिस या ओवरीज या गर्भाशय को हटाने के लिए सर्जरी की जा सकती है।
एंडोमेट्रिओसिस से पीड़ित कुछ स्त्रियों को, मगर सभी को नहीं, गर्भवती होने में परेशानी हो सकती है।
एंडोमेट्रिओसिस के बारे में और पढ़ें।
अगर आपको माहवारी नहीं हुई है और आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकती हैं , तो गर्भावस्था के लक्षणों और चिह्नों को ढूंढें और गर्भावस्था परीक्षण करें।
ओव्यूलेशन का दर्द(Ovulation pain)
कुछ स्त्रियों को ओव्युलेट करते समय उदर के निचले भाग में एक-तरफा दर्द होता है।
यह दर्द एक हल्की मरोड़ या अचानक उठी तीखी चुभन की तरह हो सकता है। यह सिर्फ कुछ मिनटों के लिए या फिर एक से दो दिन तक रह सकता है। कुछ स्त्रियां इस दर्द के समय योनि से हल्का रक्तस्राव भी अनुभव करती हैं।
दर्द भरे ओवुलेशन को आमतौर पर सरल उपायों, जैसे गर्म पानी में स्नान या बिना पर्चे का कोई दर्द निवारक जैसे पेरासिटामोल लेने से ठीक किया जा सकता है।
अगर आपको बहुत असुविधा है, तो अपने डॉक्टर से इलाज के अन्य तरीकों के बारे में बात करें। ओव्यूलेशन को रोकने वाले गर्भ-निरोधक तरीके जैसे, कम्बाइंड गोलियां या गर्भनिरोधक इम्प्लांट ओव्यूलेशन के दर्द को पूर्णतः खत्म कर सकते हैं।