अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होने से किन बीमारियों के होने का जोखिम हैं?

30th December, 2020 • 6 min read

अधिक वजन (overweight) या मोटे होने का मतलब है कि आपका स्वस्थ मानक से अधिक वजन का होना, और तब होता है जब आपके शरीर में बहुत अधिक वसा का निर्माण होता है। यह दुनिया के कई हिस्सों में एक आम समस्या है, और दुर्भाग्य से, यह आप में कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के होने की संभावना को बढ़ाता है।

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है। यह Daniel Piggott द्वारा लिखा गया है और Dr Ann Nainan ने इसकी मेडिकल समीक्षा की है।

लेकिन स्वस्थ वजन रखने के लिए कदम उठाने से इन स्थितियों को रोकने में, साथ ही साथ आपके पूरे स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिल सकती है। अगर आप अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो आपको कैसे वर्क आउट करना है, आप में किन स्वास्थ्य स्थितियों के होने की संभावना है, और जोखिम को कम करने के लिए आप क्या कर सकते हैं, ये जानने के लिए पढ़ें।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपका वजन अधिक है या आप मोटे हैं? (How do you know if you’re overweight or obese?)

आपका वजन अधिक है या आप मोटे हैं, इस बारे में आप निश्चित तौर पर नहीं बता सकते है? बॉडी मास इंडेक्स (BMI) (बीएमआई) यह जांचने के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है कि आपका वजन स्वस्थ है या नहीं।

आपका बीएमआई(BMI) किलोग्राम में आपके वजन को, मीटर में मापी गई आपकी लंबाई से भाग देने पर आता है।

आपका बीएमआई(BMI) स्कोर आपको बताएगा कि आपका वजन इन 4 में से किस श्रेणी में आता है:

  • 18.5 से नीचे- कम वजन
  • 18.5 से 24.9 के बीच- हैल्दी (स्वस्थ) वजन
  • 25 से 29.9- अधिक वजन
  • 30 से ऊपर- मोटापा
  • 40 से ऊपर - अत्यधिक मोटापा

अगर आपका वजन अधिक है या आप मोटे हैं तो आपको कौन सी स्वास्थ्य परेशानियां हो सकती हैं?

अधिक वजन या मोटापे के होने का मतलब है कि आपको उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) (

high blood pressure
) होने की अधिक संभावना है, जो आपके दिल और रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है। यदि इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो उच्च रक्तचाप आपके लिए इन जोखिमों को बढ़ा देता है:

  • दिल की बीमारी जैसे कोरोनरी हार्ट डिसीज़(
    coronary heart disease
    ), जिससे हार्ट अटैक हो सकता है।
  • वस्कुलर डिसीज़, जो या तो रक्त वाहिकाओं को या मस्तिष्क की रक्त आपूर्ति को प्रभावित कर सकता है और स्ट्रोक (
    stroke
    ) का कारण बन सकता है।
  • किडनी की बीमारी, जब किडनी सही से काम करना बंद कर देती हैं।

बढ़ा हुआ BMI, इनके खतरे को भी बढ़ाता है:

  • टाइप 2 डायबिटीज़(
    type 2 diabetes
    ) - जब आपके खून में शुगर का स्तर बहुत बढ़ जाता है।
  • बढ़ा हुआ कॉलोस्ट्रोल (
    high cholesterol
    ) - जब आपके रक्त में बहुत अधिक वसा वाला पदार्थ होता है।
  • कुछ प्रकार के कैंसर (
    cancer
    )
  • लिवर की बीमारी
  • स्लीप एपनिया - जब आप सो रहे होते हैं और आपकी सांस रुक जाती है और फिर शुरु हो जाती है
  • पेट में जलन और एसिड रिफ्लक्स (गैस्ट्रो-इसोगफेगल रिफ्लक्स डिजीज) (
    gastro-oesophageal reflux disease
    )
  • musculoskeletal दर्द जैसे ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) और पीठ में दर्द (back pain)

आपका यौन और प्रजनन स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होने के कारण आपके बच्चे होने में असमर्थ होने की संभावना बढ़ जाती है, और आपको गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं होने की भी अधिक संभावना रहती है, जैसे कि गर्भकालीन मधुमेह (

gestational diabetes
)।

अधिक वजन या मोटापे के कारण कुछ स्वास्थ्य समस्याएं अधिक होने की संभावना क्यो है? (Why does being overweight or obese make some health problems more likely?)

आपके वजन के आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करने के कारण जटिल और विविध हैं:

उदाहरण के लिए, अगर आपका बीएमआई(BMI) अधिक है तो आपको उच्च रक्तचाप होने की अधिक संभावना है। यह आपके दिल, रक्त वाहिकाओं और रक्त (हृदय प्रणाली)(कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम), साथ ही साथ आपके फेफड़ों और वायुमार्ग (श्वसन प्रणाली) पर दबाव डालता है। ये फिर आपके शरीर के उन हिस्सों को क्षतिग्रस्त कर सकता है- उदाहरण के लिए, आपका ह्रदय।

जब आपके शरीर का एक हिस्सा (जैसे ह्रदय), कम काम करता है तो आपके शरीर के अन्य हिस्सों (जैसे रक्त वाहिकाओं) को अधिक काम करना पड़ता है जो “स्नोबॉल इफैक्ट” पैदा कर देती हैं। समय के साथ, ये आपके शरीर के अन्य हिस्सों में बदलाव और क्षति पैदा कर सकता हैं और स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता हैं।

जब आप अधिक वजन के या मोटे होते हैं तो आपके शरीर में अधिक फैट होता है और ये अधिक वजन संभालता है, कैंसर के खतरे को, टाइप 2 मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल, और आपके जोड़ों की समस्याओं के जोखिम को बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाता है।

क्या मोटा होना, वजन अधिक होने से ज्यादा खतरनाक है?

उच्च बीएमआई होने से आप में उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप मोटे हैं, तो जोखिम और भी अधिक हो सकता है, लेकिन अधिक वजन होने के बाद भी इन समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है।

आप खतरे को कम करने के लिए क्या कर सकते हैं?

(BMI) बीएमआई के 'हैल्दी वेट' रेंज में रहने से आपमें उपरोक्त स्वास्थ्य परेशानियों के होने का जोखिम कम हो जाएगा। अगर आपका वजन अधिक है या आप मोटे हैं, तो अपनी जीवनशैली में बदलाव करने से आपको वजन कम करने (

help you lose weight
) में और इसे दूर करने में मदद मिल सकती है।

वजन कम करने में दो सबसे प्रभावी तरीके हैं:

-एक स्वस्थ आहार लेना- आमतौर पर, सुरक्षित तरीके से वजन घटाने के लिए, आपको अपने दैनिक भोजन का सेवन लगभग 600 कैलोरी कम करना चाहिए। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका संतुलित आहार लेना है।

-नियमित व्यायाम करना- स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए, हर किसी को हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट का मध्यम व्यायाम (या 75 मिनट के फुर्तीले व्यायाम) का लक्ष्य रखना चाहिए। हालांकि, मोटापे को रोकने या मोटापे से ग्रस्त होने के बाद दोबारा वजन बढ़ने से बचने के लिए, आपको हर दिन अधिक समय तक व्यायाम करने की आवश्यकता हो सकती है।

अधिक सुझावों के लिए, सुरक्षित रूप से वजन कैसे घटा सकते हैं (

how to lose weight safely
), इसके बारे में इन टिप्स को पढ़ सकते हैं।

यदि स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम संभव नहीं है, या ये आपका वजन कम करने में मदद नहीं कर रही है तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपको वजन कम करने और स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए दवा का सुझाव दे सकते हैं।

मुख्य बिंदु (Key points)

  • अगर आपका वजन अधिक है या आप मोटे हैं, इसका आमतौर पर मतलब है कि आपका बीएमआई (BMI) अधिक है
  • अधिक वजन का होना या मोटा होना आप में कई हैल्थ कंडीशन्स (स्वास्थ्य समस्याओं) के खतरे को बढ़ा देता है, जिसमें दिल की बीमारी, स्ट्रोक और टाइप 2 डायबिटीज़ शामिल है
  • इस बढ़े हुए खतरे के बायलॉजोकिल कारण जटिल और भिन्न हैं
  • एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम आपको स्वस्थ वजन बनाए रखने और जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।