ठंड का मौसम: स्वस्थ कैसे रहें

4th December, 2020 • 7 min read

ठंड के मौसम में अस्थमा, गले में खराश और मुंह के छाले, जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याएं शुरू हो जाती हैं या बढ़ जाती हैं।

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है और इसकी मेडिकल समीक्षा Dr Ann Nainan ने की है।

इस लेख में

यहां ठंड के मौसम की इन सामान्य बीमारियों से निपटने का तरीका बताया गया है।

सर्दी-जुकाम

आप नियमित रूप से अपने हाथों को धोने से

सर्दी-जुकाम
को रोकने में समर्थ हो सकते हैं। हाथ धोने से वे कीटाणु नष्ट हो जाते हैं, जो आपको अन्य लोगों द्वारा छुई हुई सतहों/चीजों को छूने से लग सकते हैं, जैसे लाइट के स्विच और दरवाज़े के हैंडल आदि।

घर को और घरेलू सामानों जैसे कि कप, गिलास और तौलिये को साफ रखना भी महत्वपूर्ण है, विशेषकर यदि घर में कोई बीमार हो।

जरुरी सुझाव

यदि आपको सर्दी-जुकाम है, तो कपड़े के रूमाल के बजाय डिस्पोजेबल टिशू पेपर का उपयोग करें ताकि आपके हाथ संक्रमित होने से बचे रहें।

सामान्य सर्दी-जुकाम के बारे में 5 आश्चर्यजनक तथ्य
पढ़ें।

फ़्लू

फ़्लू
कमजोर लोगों के लिए बहुत घातक हो सकता है। 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग, गर्भवती महिलाएं तथा मधुमेह, गुर्दे की बीमारी और पुरानी प्रतिरोधी फेफड़े की बीमारी (सीओपीडी) सहित दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग, विशेष रूप से ख़तरे में होते हैं।

फ़्लू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि हर सर्दी के मौसम में फ़्लू का टीका (या 2 से 17 साल के बच्चों के लिए फ़्लू संबंधी नाक का स्प्रे) लें। यह टीका फ़्लू से अच्छी सुरक्षा देता है और इसका असर एक वर्ष तक बना रहता है।

न्यूमोकोकल वैक्सीन (pneumococcal vaccine) आपके फेफड़ों में ऊतक की सूजन और निमोनिया से सुरक्षा प्रदान कर सकती है। जिन लोगों को हाल ही में फ़्लू हुआ है, उन्हें निमोनिया होने की संभावना अधिक हो सकती है।

जरुरी सुझाव

डॉक्टर से बात करके जानने की कोशिश करें कि क्या आपको फ़्लू होने का खतरा है। यदि आप उच्च जोखिम वाले समूह में हैं, तो टीकाकरण कराने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

गले में खराश

गले में खराश होना सर्दियों में आम बात है, जो लगभग हमेशा वायरल संक्रमण के कारण होती है।

कुछ ऐसे साक्ष्य मिलते हैं, जो तापमान में परिवर्तन के चलते भी गले को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे, एक गर्म कमरे से बर्फीली या बहुत ही सर्द वाली जगह पर जाना।

जरुरी सुझाव

गले में खराश से राहत के लिए एक त्वरित और आसान उपाय गरम नमक मिले पानी से गरारे करना है। गरारा करने के लिए एक गिलास उबले परंतु गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक घोलें।

यह संक्रमण को ठीक नहीं करेगा, लेकिन चूंकि, इसमें दर्दनिवारक गुण होते हैं, इसलिए इसका लाभकारी प्रभाव हो सकता है।

अस्थमा

ठंडी हवा

अस्थमा के लक्षणों
जैसे सांस में घरघराहट और सांस की तकलीफ़ का एक प्रमुख कारण होती है। ठंड के मौसम में अस्थमा से पीड़ित लोगों को विशेष रूप से अपना ध्यान रखना चाहिए।

जरुरी सुझाव

यदि आप सर्द, तेज हवा वाले मौसम में बाहर जाते हैं, तो अपनी नाक और मुंह को स्कार्फ़ से ढंककर रखें।

अपनी नियमित दवाएँ ध्यान से समय पर लेते रहें, और निवारक इनहेलर्स (श्वास यंत्र) पास रखें।

ठंड से संबंधित अस्थमा के हमलों से बचने के लिए सुझाव
प्राप्त करें।

नोरोवायरस (Norovirus)

नोरोवायरस
को शीतकालीन उल्टी वाले विषाणु के रूप में भी जाना जाता है तथा यह पेट का एक अत्यंत संक्रामक विषाणु होता है।

यह वर्ष-भर संक्रमित कर सकता है, लेकिन सर्दियों के साथ ही होटल, अस्पताल, नर्सिंग होम और स्कूलों जैसी जगहों पर इसका फैलना बहुत सामान्य बात है।

संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से, किसी दूषित सतह को छूने के बाद, उन्हीं हाथों से अपने मुंह को छूने से और किसी विषाणु संक्रमित व्यक्ति के द्वारा तैयार किए गए या लाए गए भोजन को खाने से आप नोरोवायरस से संक्रमित हो सकते हैं।

यह बीमारी आपको परेशान कर सकती है, लेकिन आमतौर पर यह कुछ ही दिनों में खत्म हो जाती है।

जरुरी सुझाव

जब लोग

उल्टी और दस्त
से पीड़ित हो, तो डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) को रोकने के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण होता है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इससे विशेष रूप से अधिक खतरा होता है।

आप पुनर्जलीकरण तरल पदार्थों (rehydration fluids) को पीकर निर्जलीकरण के जोखिम को कम कर सकते हैं, जो अधिकांश फार्मेसियों/दवा की दुकानों पर आसानी से मिल जाते हैं।

खाद्य विषाक्तता को रोकने के तरीके
के बारे में पढ़ें।

जोड़ों में दर्द

गठिया (आर्थराइटिस)
से पीड़ित कई लोगों का कहना है कि सर्दियों में उनके जोड़, अधिक दर्दनाक और जकड़न भरे हो जाते हैं, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों होता है।

हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौसम में बदलाव के कारण जोड़ों को क्षति पहुंचती है।

जरुरी सुझाव

कई लोग सर्दी के महीनों के दौरान थोड़ा उदास हो जाते हैं, जिसके चलते दर्द और बीमारी बढ़ सकती है।

रोज व्यायाम करने से आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति बेहतर हो सकती है। तैरना सबसे अच्छा है क्योंकि यह जोड़ों के लिए आसान रहता है।

फिटनेस के लिए तैराकी की शुरुआत करने का
तरीका जानें।

मुँह के छाले

मुँह के छाले
इस बात के संकेत हो सकते हैं कि हम दुर्बल हैं या तनाव से ग्रसित हैं। हालांकि मुँह के छाले के लिए कोई इलाज नहीं है, आप सर्दियों के दौरान खुद का ध्यान रखकर इसकी संभावना को कम कर सकते हैं।

जरुरी सुझाव

हर दिन, ऐसी चीजें करें, जो आपका तनाव कम करती हैं, जैसे कि गर्म पानी से स्नान करना, पार्क में टहलना या अपनी कोई पसंदीदा फिल्म देखना।

तनाव से निपटने के तरीकों
के बारे में पढ़ें।

दिल का दौरा

सर्दियों में

दिल के दौरे
पड़ना बहुत सामान्य बात होती है। ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि ठंड के मौसम में रक्तचाप बढ़ता है जिसके चलते हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है। ठंड में आपके शरीर को गर्म रखने के लिए आपके दिल को भी अधिक मेहनत करनी पड़ती है।

जरुरी सुझाव

घर में अपने शरीर को गर्म रखें। आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले मुख्य कमरों में कम से कम 18 डिग्री सेल्सियस का तापमान बनाए रखें और बिस्तर को गर्म रखने के लिए गर्म पानी की बोतल या इलेक्ट्रिक कंबल (ब्लैंकेट) का उपयोग करें।

जब आप बाहर जाएं, तो गर्म कपड़े पहनें और टोपी, स्कार्फ तथा दस्ताने पहनें।

गर्म और अच्छी तरह से कैसे रहें,
इस बारे में अधिक सुझाव।

ठंडे हाथ और पैर

रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा)
एक सामान्य स्थिति है, जो आपकी उंगलियों और पैर की उंगलियों का रंग बदल देती है, जो ठंड के मौसम में बहुत दर्दनाक हो जाती है।

उंगलियों सफेद, फिर नीली और फिर लाल हो सकती हैं और उनमें कंपन और झुनझुनी भी हो सकती है। इसमें हाथों और पैरों की छोटी रक्त वाहिकाएँ ऐंठ जाती हैं, जिसके चलते अस्थायी रूप से आपके हाथों व पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है।

गंभीर मामलों में, दवा मदद कर सकती है, लेकिन ज्यादातर लोग इन लक्षणों के साथ अपने आप को ढाल लेते हैं।

जरुरी सुझाव

धूम्रपान न करें या कैफीन का सेवन ना करें (ये दोनों, लक्षणों को और खराब कर सकते हैं) तथा ठंड के मौसम में बाहर जाते समय हमेशा गर्म दस्ताने, मोजे और जूते पहनें।

धूम्रपान रोकने के बारे में सलाह लें।

रूखी त्वचा

शुष्क या रूखी त्वचा सामान्य बात है तथा सर्दियों में हवाओं के शुष्क होने पर यह अक्सर और बढ़ जाती है।

सदियों के दौरान मॉइस्चराइजिंग आवश्यक है। मॉइस्चराइजिंग लोशन और क्रीम त्वचा की प्राकृतिक नमी को सूखने से रोककर मदद कर सकते हैं।

मॉइस्चराइज़र लगाने का सबसे अच्छा समय स्नान या शॉवर के बाद का है और शरीर को पोछने के तुरंत बाद इन्हें लगा लेना चाहिए।

जरुरी सुझाव

गर्म के बजाय, गुनगुने पानी से स्नान करें। बहुत गर्म पानी से नहाने पर त्वचा अधिक शुष्क हो जाती है और खुजली का अनुभव भी होता है।

प्रमुख बिंदु

सर्दी-जुकाम, नोरोवायरस और फ़्लू जैसे संक्रमणों को रोकने में मदद के लिए बराबर अपने हाथों को धोते रहें।

घर को गर्म रखें और जब भी बाहर जाएं तो इसे अच्छी तरह से बंद कर दें।

सक्रिय बने रहने और सकारात्मकता महसूस करने के लिए रोजाना व्यायाम करें।

शुष्क त्वचा से बचने के लिए नियमित रूप से मॉइस्चराइज़ करें।

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।