महिलाओं में यौन उत्तेजना(Sexual arousal in women)

21st April, 2021 • 3 min read

यौन उत्तेजना और सेक्स करने के दौरान, शारीरिक प्रतिक्रिया के कई स्तर होते हैं। शोधकर्ताओं ने महिलाओं और पुरुषों में इन प्रतिक्रियाओं के चार चरणों की पहचान की है। इनमें शामिल हैं - उत्तेजना, उत्थान, कामोत्तेजना की चरम अवस्था और स्थिरता। इस आलेख के जरिए बताया जाएगा कि आखिर एक महिला के शरीर में क्या होता है, जब वह यौन उत्तेजना में होती है।

यह लेख मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था। इस लेख का मूल संस्करण यहां देखा जा सकता है। यह Libby Williams द्वारा लिखा गया है और Dr Ann Nainan ने इसकी मेडिकल समीक्षा की है।

चरण 1: कामोत्तेजना या उत्तेजना(sexual excitement)

जब एक महिला उत्तेजित हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में उसके जननांगों में खून की वाहिकाएं फैल जाती हैं। इतना ही नहीं उसकी योनि की दीवारों में खून का प्रवाह तेज हो जाता है, जिससे द्रव इसमें से गुजरता है। यह चिकनाई का मुख्य स्रोत है, जो योनि को द्रवित करता है।

बाहरी जननांग या योनिमुख (clitoris, योनि का ऊपरी हिस्सा और लेबिया (labia) के भीतरी और बाहरी भाग) खून की आपूर्ति में तेजी आने के कारण थोड़े सूज जाते हैं। इसके साथ ही शरीर के अंदर, योनि के ऊपरी हिस्से का विस्तार होता है।

इस अवस्था में महिला की नब्ज़ और सांसें तेज हो जाती हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। उत्तेजना के चलते एक महिला की छाती ऊष्म हो सकती है। ऐसा उसकी खून की वाहिकाओं के चौड़े होने के कारण होता है।

चरण 2: यौन उत्थान

इस स्थिति में योनि के निचले तीसरे भाग में खून का प्रवाह अपने चरम तक पहुँच जाता है। इस कारण योनि का निचला क्षेत्र सूजने के साथ स्थिर हो जाता है। इसे इन्ट्रोइटस (introitus) कहा जाता है। कभी-कभी इसे ऑर्गेज्मिक प्लेटफॉर्म के रूप में भी जाना जाता है जो कामोत्तेजना के दौरान तालबद्ध संकुचन से गुजरता है।

इस स्थिति में एक महिला के स्तनों का आकार 25 फीसदी तक बढ़ सकता है। महिला के निप्पल के करीबी हिस्से में खून का प्रवाह भी बढ़ जाता है, जिससे वह कम उभरे हुए दिखाई देते हैं।

जैसे ही महिला कामोत्तेजना के चरम के करीब आती है, उसका भगनासा (clitoris) जघनास्थि (pubic bone) के खिलाफ वापस खींचता है और ऐसा लगता है कि गायब हो गया । कमोत्तेजना के चरम को पाने के लिए, इस स्तर पर लगातार पर्याप्त यौन उत्तेजना का होना जरूरी है।

चरण 3: कामोत्तेजना का चरम(orgasm)

कामोत्तेजना का चरम सुख, यौन तनाव की तीव्र और आनंददायक अहसास है, जो पहले चरण में पैदा होता है। जो जननांग की मांसपेशियों के संकुचन (0.8 सेकंड के अंतर पर) की विशेषता है, जिसमें इंट्रोइटस (introitus) भी शामिल है।

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अधिकांश महिलाएं उस समय का अनुभव नहीं करती हैं जो पुरुष कामोत्तेजना के चरम के बाद करते हैं। एक महिला को कामोत्तेजना का एक और चरण प्राप्त हो सकता है, अगर वो फिर से उत्तेजित हो।

महिलाओं को हर बार सेक्स करने पर कामोत्तेजना के चरम का सुख नहीं मिलता है। ज्यादातर महिलाओं के लिए, कामोत्तेजना के चरम को पाने में सेक्स से पहले एक दूसरे के साथ किए गए अंतरंग क्रियाकलाप (फोरप्ले) की भूमिका अहम होती है। इसमें शामिल है, उत्तेजित करने वाले हिस्से को सहलाना और भगनासा को उत्तेजित करना ।

जानें महिलाओं में कामोत्तेजना के चरम को पाने में समस्या क्या हो सकती है।

चरण 4: यौन स्थिरता

यह वह स्थिति है, जब महिला का शरीर धीरे-धीरे अपनी सामान्य स्थिति में लौट आता है। सूजन कम हो जाती है। सांस और हृदय गति भी हल्की हो जाती है।

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